महेन्द्रगढ़ :प्रमोद बेवल
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नारनौल के सचिव लोकेश गुप्ता के निर्देशानुसार और उपमंडल विधिक सेवा समिति के चेयरमैन
हिमांशु सिंह के मार्गदर्शन में गुरुवार को बार एसोसिएशन कनीना में "मध्यस्थता जागरूकता शिविर" का आयोजन किया ।
इस शिविर का नेतृत्व मध्यस्थ वेद प्रकाश गौड़ ने किया तथा उनके सहयोग में विजय सिंह स्वयं विधिक सेवक भी मौजूद रहे ।
इस मौके पर मध्यस्थ वेद प्रकाश गौड़ ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नारनौल द्वारा वैकल्पिक विवाद समाधान केंद्र तथा
उपमंडल विधिक सेवा समिति महेन्द्रगढ़ में मध्यस्थता और सुलह केंद्र चलाये जा रहे हैं जहां पर हम सभी अपने पारिवारिक
झगड़ो का निपटारा आपसी बातचीत और समझौते से कर सकते हैं । उन्होंने कहा कि मध्यस्थता एक ऐसी प्रक्रिया है जो वादी
और प्रतिवादी दोनों पक्षों को पैसों के खर्च तथा समय को भी बचाती है| उन्होंने कहा कि लोगों के आपसी झगड़े और पारिवारिक
विवादों का निपटारा मध्यस्थता के माध्यम से आपसी समझौते और रजामंदी से जल्दी किया जा सकता है ।
उन्होंने मध्यस्थता अधिकारी की भूमिका और कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विवादित पक्षों के बिच समझौते कि आधारभूमि
तैयार करना, आपसी बातचीत और विचारो का माध्यम बनाना, समझौते के दौरान आने वाली बाधाओ का पता लगाना तथा सभी पक्षों
के हितो की पहचान करवाना आदि शामिल है । उन्होंने बताया कि मध्यस्थता प्रक्रिया के अनेक लाभ हैं ।
शिविर को संबोधित करते हुए गौड़ ने कहा कि अधिवक्ता गण मध्यस्थता के माध्यम से प्रकरणों को राजीनामा के आधार पर निराकरण
में अहम भूमिका का निर्वाहन करें ।
इस मौके पर कनीना बार एसोसिएशन के उप प्रधान परविंदर , पूर्व प्रधान विजेंदर सिंह और गिरवर अधिवक्ता सहित अन्य अधिवक्तागण
मौजूद थे ।
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