हमारा मिड-डे मील का कार्य ममतामयी भावना से ओतप्रोत बच्चों की खुशहाली को समर्पित है

महेन्द्रगढ :प्रमोद बेवल 


मिड-डे मील कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा रजि. नं. 2077 (सम्बन्धित एआई यूटीयूसी) के कार्यकर्ताओं की स्थानीय हुड्डा पार्क में सभा आयोजित हुई जिसमें प्रदेशभर से मिड-डे मील कार्यकर्ता पहुंचे ।

यूनियन की राज्य प्रधान पुष्पादेवी व महासचिव ओमवती के नेतृत्व में मिड-डे मील कार्यकर्ता नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए शिक्षामंत्री के नाम अपनी मांगों का एक ज्ञापन देने शिक्षामंत्री के आवास की ओर जा रहे थे तो बीच रास्ते में भारी पुलिस बल ने इन्हें रोक लिया । तब मिड-डे मील कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन शिक्षामंत्री के पीए सतबीर नौताना को सौंपा । उन्होंने उनकी मांगों को आगे पहुंचाने का आश्वासन दिया ।

यूनियन के सलाहकार व एआईयूटीयूसी के राज्य कमेटी सदस्य कामरेड राजेन्द्रसिहं एडवोकेट ने अपने सम्बोधन में कहा कि उन्होंने शिक्षामन्त्री को प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से यूनियन ने मांग की

है कि मिड-डे मील कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी की जाए तथा न्यूनतम मेहनताना 21000 रूपये प्रतिमाह दिया जाए । ड्रेस के 2000 रुपये प्रतिवर्ष किये जाएं । 12 माह का वेतन दिया जाए जिसका हर माह 7 तारीख को भुगतान हो । 15 बच्चों पर एक मिड-डे मील वर्कर लगाई जाए । 100 बच्चों पर 7 मिड-डे मील वर्कर लगाई जाएं । 15 बच्चों पर एक मिड-डे मील वर्कर का नियम बनाया  जाए । किसी मिड-डे मील वर्कर को हटाया न जाए । 906 राजकीय प्राथमिक स्कूलों को बंद करने के फैसले को वापस ले तथा मिड-डे मील स्कीम को दसवीं कक्षा तक लागू किया जाए । सभी मिड-डे मील वर्कर को कर्मचारी/श्रमिक का दर्जा दिया जाए । प्रत्येक स्कूल में आधुनिक उपकरण  से सुसज्जित रसोईघर बनाया जाए ।

उन्होंने मिड-डे मील वर्कर की सेवानिवृति की आयु 62 वर्ष व सेवानिवृति पर एकमुश्त 5 लाख रुपये दिए जाने तथा उनका नि:शुल्क जीवन बीमा किए जाने की भी बात कही ।


राज्य प्रधान ने मिड-डे मील वर्कर्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम  सरकार की पोषाहार नीति को व्यवहारिक रूप से लागू कर प्रदेश के नौनिहाल बच्चों को कुपोषण से बचाने का काम कर रही हैं । हमारा मिड-डे मील का कार्य ममतामयी भावना से ओतप्रोत बच्चों की खुशहाली को समर्पित है । लेकिन हमें मानदेय बहुत ही मामूली मिलता है जिससे हमारे परिवार का पालन-पोषण और आजीविका

बेहद मुश्किल है । हमें मिलने वाला मानदेय बढती महंगाई के हिसाब से ऊंट के मुंह में जीरा के समान है । मिड-डे मील वर्कर स्कूल खुलने से लेकर स्कूल बन्द होने तक स्कूल में रहती है । हमें सरकारी कर्मचारी का दर्जा न सिर्फ न्यायसंगत बल्कि हमारा वाजिब हक है जो हमें मिलना ही चाहिए ।

राज्य महासचिव ओमवती ने सरकार से मिड-डे मील कार्यकर्ताओं की लम्बित न्यायोचित मांगो को स्वीकार करने की पुरजोर मांग करते हुये आन्दोलन की चेतावनी दी । मिड-डे मील वर्कर की मांगो को विभिन्न कर्मचारी व जनसंगठनो ने अपना समर्थन दिया ।जिनमें संयुक्त कर्मचारी मंच मास्टर सुबेसिहं व प्रवक्ता बसन्त कुमार, एआईकेकेएमएस के बलबीरसिहं, हरियाणा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन के ब्लाक प्रधान मुकेश कुमार, हेमसा के पूर्व जिला कमेटी सदस्य ऋषिराज, कम्प्यूटर टीचर वेलफेयर एसोशियसन के जिला प्रधान विक्रम सिंह, जिला सचिव संजयसिहं, एआईयूटीयूसी के जिला प्रधान शेरसिंह, जिला सचिव एडवोकेट सुभाषचन्द, ज्वाइन्ट प्लेटफार्म आफ एक्शन के छाजूराम रावत जैलाफ, रेवाड़ी के किसान नेता रामकुमार, भिवानी एआई यूटीयूसी के राजकुमार, ईश्वरसिहं राठी शामिल हैं ।

मिड-डे मील कार्यकताओं को यूनियन की रेवाड़ी प्रधान सुरस्ती देवी, मिथलेश, पिंकी, महेन्द्रगढ़ जिला प्रधान बिमला देवी, सचिव सन्तोष देवी, इन्द्रा, सुनीता, प्रेमलता,भरपाई, पानीपत जिला प्रधान कुसुम पांचाल, सोनीपत जिला प्रधान, भिवानी जिला प्रधान मीरा देवी तथा जिला सचिव राजबाला ने भी सम्बोधित किया । प्रदेशभर से मिड-डे मील कार्यकर्ताओं ने सभा व प्रदर्शन में भाग लिया ।

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