गांव मालपुरा में बहुउद्देशीय हॉल के निर्माण के लिए 17 लाख देने की घोषणा
धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करना सरकार का मुक्चय लक्ष्य है, जिसे हासिल करने के लिए सरकार वचनबद्घ है। सरकार की सोच है कि किसानों की समृद्घि से ही देश का हित निहित है।
उन्होंने सोमवार को गांव मालपुरा में पंचायत भवन का उद्घाटन करने उपरांत जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज देश में खाद्यान्नों, दलहनों, फलों एवं सद्ब्रिजयों और दूध का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है, लेकिन कृषि क्षेत्र में कई बड़ी चुनौतियां है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार दूरदर्शी व व्यापक दृष्टिकोण के साथ कार्य कर रही है। हमारा लक्ष्य किसानों की आय को दोगुनी करना और किसानों के जीवन को सरल बनाना है। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने का काम कर रही है कि किसानों को आधुनिक बीज,
पर्याप्त बिजली आपूर्ति एवं सरल बाजार सुविधा हासिल हो सके ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न आए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को उनके उत्पाद का सही दाम मिले इसके लिए मुक्चयमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में सद्ब्रजी उत्पादकों के लिए भावांतर भरपाई योजना शुरू की है, जिसके तहत किसानों को सद्ब्रजी या फसल को बेचने पर लागत मूल्य से कम कीमत मिलती है, तो बाकि के पैसों की भरपाई सरकार करती है। भावांतर भरपाई योजना में आलू, प्याज, टमाटर, गोबी को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान फसल बीमा योजना किसानों के हित के लिए है इससे प्राकृतिक आपदा या किसी बीमारी से फसल खराब हो जाने पर किसान को उचित मुआवजा मिलता है। मंत्री धनखड़ ने कहा कि सरकार ने किसानों को उनकी फसलों की बुआई से लेकर मंडियों में फसल की बिक्री तक सहायता प्रदान करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है। उन्होंने कहा कि बीमा सुविधा, प्राकृतिक आपदाओं के कारण क्षतिग्रस्त हुई फसल के लिए दिए जाने वाले मुआवजे और विभिन्न योजनाओं के तहत अन्य विîाीय सहायता समेत राज्य सरकार द्वारा प्रदान किये जा रहे विभिन्न लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को बोई गई फसल का नाम, खेती के तहत क्षेत्र, फसली महीना, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर जैसी अनिवार्य जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर उपलद्ब्रध करवानी होती है। उन्होंने कहा कि ‘मेरी फसल मेरा द्ब्रयोरा’ पोर्टल पर पंजीकरण के लिए किसान वैबपोर्टल पर जाकर लॉगइन कर सकते हैं। वर्तमान खरीफ मौसम के दौरान बोई गई फसलों के लिए पंजीकरण 31 जुलाई, 2019 तक किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि किसान आधुनिक तरीके से खेती करके अपनी फसल पर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, उन्होंने कहा कि किसान सद्ब्रजी, फल व फूलों की हाइटेक खेती करें। उन्होंने कहा कि मधुमञ्चखी पालन भी लाभ का व्यवसाय है। उन्होंने किसानों को कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों जैसे बाग लगाना, सब्जियों, फूलों और मशरूम की खेती करना, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली पर विभाग द्वारा अनुदान संबंधी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान को साल में 6 हजार रूपए देने के लिए मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम किसान सक्वमान निधि योजना का लाभ हरियाणा के किसानों को देने के लिए सर्वे करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कृषि अर्थव्यवस्था की समृद्धि की दिशा में कृषि को अब कृषि सेवा क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता है तथा इस दिशा में कार्य किया जा रहा हैं। कृषि के साथ-साथ सहायक कृषि कार्यों की आर्थिक समृद्धि के लिए हरियाणा में नीतिगत परिवर्तनों को कार्यरूप दिया गया है। नीतिगत परिवर्तनों, कृषि विपणन व श्रृंखलाबद्ध योजनाओं के माध्यम से कृषि अर्थव्यवस्था की समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें कृषि नेतृत्व पुरस्कार-2019 (फार्मिंग लीडरशिप अवार्ड-2019) से सम्मानित भी किया गया। उन्होंने गांव में बहुउद्देशीय हॉल के निर्माण के लिए 17 लाख रुपए देने की घोषणा की। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डा. अरविंद यादव, सफाई आयोग के अध्यक्ष कृष्ण कुमार, बुद्धिजीवी सैल के संयोजक बलजीत यादव, सुंदर लाल बिठवाना, डीडीपीओ डा. एसी कौशिक, पार्षद अशोक जोशी, पार्षद नीतू, सरपंच मलखान सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करना सरकार का मुक्चय लक्ष्य है, जिसे हासिल करने के लिए सरकार वचनबद्घ है। सरकार की सोच है कि किसानों की समृद्घि से ही देश का हित निहित है।
उन्होंने सोमवार को गांव मालपुरा में पंचायत भवन का उद्घाटन करने उपरांत जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज देश में खाद्यान्नों, दलहनों, फलों एवं सद्ब्रिजयों और दूध का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है, लेकिन कृषि क्षेत्र में कई बड़ी चुनौतियां है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार दूरदर्शी व व्यापक दृष्टिकोण के साथ कार्य कर रही है। हमारा लक्ष्य किसानों की आय को दोगुनी करना और किसानों के जीवन को सरल बनाना है। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने का काम कर रही है कि किसानों को आधुनिक बीज,
पर्याप्त बिजली आपूर्ति एवं सरल बाजार सुविधा हासिल हो सके ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न आए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को उनके उत्पाद का सही दाम मिले इसके लिए मुक्चयमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में सद्ब्रजी उत्पादकों के लिए भावांतर भरपाई योजना शुरू की है, जिसके तहत किसानों को सद्ब्रजी या फसल को बेचने पर लागत मूल्य से कम कीमत मिलती है, तो बाकि के पैसों की भरपाई सरकार करती है। भावांतर भरपाई योजना में आलू, प्याज, टमाटर, गोबी को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान फसल बीमा योजना किसानों के हित के लिए है इससे प्राकृतिक आपदा या किसी बीमारी से फसल खराब हो जाने पर किसान को उचित मुआवजा मिलता है। मंत्री धनखड़ ने कहा कि सरकार ने किसानों को उनकी फसलों की बुआई से लेकर मंडियों में फसल की बिक्री तक सहायता प्रदान करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है। उन्होंने कहा कि बीमा सुविधा, प्राकृतिक आपदाओं के कारण क्षतिग्रस्त हुई फसल के लिए दिए जाने वाले मुआवजे और विभिन्न योजनाओं के तहत अन्य विîाीय सहायता समेत राज्य सरकार द्वारा प्रदान किये जा रहे विभिन्न लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को बोई गई फसल का नाम, खेती के तहत क्षेत्र, फसली महीना, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर जैसी अनिवार्य जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर उपलद्ब्रध करवानी होती है। उन्होंने कहा कि ‘मेरी फसल मेरा द्ब्रयोरा’ पोर्टल पर पंजीकरण के लिए किसान वैबपोर्टल पर जाकर लॉगइन कर सकते हैं। वर्तमान खरीफ मौसम के दौरान बोई गई फसलों के लिए पंजीकरण 31 जुलाई, 2019 तक किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि किसान आधुनिक तरीके से खेती करके अपनी फसल पर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, उन्होंने कहा कि किसान सद्ब्रजी, फल व फूलों की हाइटेक खेती करें। उन्होंने कहा कि मधुमञ्चखी पालन भी लाभ का व्यवसाय है। उन्होंने किसानों को कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों जैसे बाग लगाना, सब्जियों, फूलों और मशरूम की खेती करना, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली पर विभाग द्वारा अनुदान संबंधी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान को साल में 6 हजार रूपए देने के लिए मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम किसान सक्वमान निधि योजना का लाभ हरियाणा के किसानों को देने के लिए सर्वे करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कृषि अर्थव्यवस्था की समृद्धि की दिशा में कृषि को अब कृषि सेवा क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता है तथा इस दिशा में कार्य किया जा रहा हैं। कृषि के साथ-साथ सहायक कृषि कार्यों की आर्थिक समृद्धि के लिए हरियाणा में नीतिगत परिवर्तनों को कार्यरूप दिया गया है। नीतिगत परिवर्तनों, कृषि विपणन व श्रृंखलाबद्ध योजनाओं के माध्यम से कृषि अर्थव्यवस्था की समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें कृषि नेतृत्व पुरस्कार-2019 (फार्मिंग लीडरशिप अवार्ड-2019) से सम्मानित भी किया गया। उन्होंने गांव में बहुउद्देशीय हॉल के निर्माण के लिए 17 लाख रुपए देने की घोषणा की। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डा. अरविंद यादव, सफाई आयोग के अध्यक्ष कृष्ण कुमार, बुद्धिजीवी सैल के संयोजक बलजीत यादव, सुंदर लाल बिठवाना, डीडीपीओ डा. एसी कौशिक, पार्षद अशोक जोशी, पार्षद नीतू, सरपंच मलखान सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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