क्रांतिकारियों की वीरगाथा सबके लिए प्रेरणा स्रोत: योगेंद्र पालीवाल

धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी। गढ़ी बोलनी रोड स्थित भाजपा कार्यालय में जिला अध्यक्ष योगेंद्र पालीवाल ने महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद और बाल गंगाधर तिलक की 163 वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में इन शख्सियतों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि आजादी के इन दीवारों की वीर गाथा देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगी। 


उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को एक आदिवासी ग्राम भाबरा में हुआ। उनके पिता पंडित सीताराम तिवारी उन्नाव यूपी के गांव बदर के निवासी थे। भीषण अकाल के बावजूद आजाद का परिवार इसी गांव में बस रहा। उनका प्रारंभिक जीवन इसी गांव में गुजरा, जहां उन्होंने धनुष-बाण चलाना सीखा। काकोरी ट्रेन डकैती और सांडर्स की हत्या में शामिल इस निर्भीक, महान देशभक्त और क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में प्रमुखता से दर्ज हो गया। उन्होंने बाल गंगाधर तिलक को याद करते हुए कहा कि आजादी के लिए अपने सीने पर लाठियां खाने वाले इस वीर ने राष्ट्र के हर व्यक्ति के दिल में आजादी के प्रति एक नई चेतना जागृत की। 

कार्यक्रम में प्रीतम चैहान, धारूहेड़ा से नगर पार्षद अशोक जोशी, धारूहेड़ा मंडल से महामंत्री सुरेश सैनी, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक बलजीत यादव, प्रधानमंत्री प्रचार-प्रसार अभियान के जिलाध्यक्ष अजय कांटीवाल, ओबीसी मोर्चा से जयवीर योगी, आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक नितिन यादव, आर्थिक प्रकोष्ठ के सह संयोजक गौरव शर्मा, नमामि गंगे के जिला प्रमुख प्रेम राजपूत, युवा वर्कर मनवीर लाम्बा, कुलदीप चैहान, इंद्रजीत, मोनू, बजरंग चैधरी आदि ने भी अपनी ओर से श्रद्धासुमन अर्पित किए। 

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