धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी।
बुधवार को सचिवालय के भूतल पर स्थित सरल केंद्र का उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने औचक निरीक्षण किया तथा वहां काम करा रहे लोगों से उनके काम की जानकारी हासिल की। बता दें कि इस केंद्र में काउंटर 1 पर सीएम विंडो, 2 नंबर पर हरसमय, 3 से 11 नंबर तक ड्राईविंग लाईसैंस, वाहन पंजीकरण व अन्य कार्य होते हैं। इस केंद्र में एक सहायता काउंटर भी है, जहां से संबंधित काम के लिए टोकन नंबर जारी होता है और आवेदक के काम की फाइल तैयार करके दी जाती है।
उपायुक्त ने केंद्र में अपना काम कराने के लिए कतार में खड़े व्यक्ति से उसे वहां आने के समय और टोकन मिलने में लगे समय की भी जानकारी ली। जब उपायुक्त इस केंद्र में पहुंचे तो वहां कम्प्यूटर आप्रेटर सुनील किसी व्यक्ति के साथ बैठकर गप्पे मार रहा था, जबकि लोग उसके काउंटर पर खड़े थे। उपायुक्त खुद ऐसा होते 4-5 मिनट देखते रहे और उन्होंने मौके पर ही इस लापरवाही के लिए संबंधित कर्मचारी को वहां से हटाने के आदेश दिए। उपायुक्त ने लोगों के काम पहल आधार पर किए जाने तथा लोगों को अच्छा व्यहार किए जाने की नसीहत दी। उपायुक्त ने कहा कि सरकार चाहती है कि एक छत के नीचे सभी सुविधाएं आसानी से लोगों को मिले और इसलिए सरल केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें वाहन रजिस्ट्रेशन, ड्राईविंग लाईसैंस, हरसमय और सीएम विंडो जैसी सुविधाएं मिल रही हैं।
बता दें कि इस केंद्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए गए हैं ताकि कर्मचारियों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सके। वाहन चलाने का लाइसेंस बनवाने आई रेवाड़ी की कंचन ने उपायुक्त को बताया कि वह करीब 5 मिनट से लाइन में लगी है। उपायुक्त ने कर्मचारियों को अपनी कार्य गति तेज करने के निर्देश भी दिए। बता दें कि पहली अप्रैल से आज तक इस केंद्र के माध्यम से नए वाहनों के पंजीकरण के 7833 आवेदन प्राप्त हुए। उपायुक्त ने लंबित कार्यों की प्रगति की भी जानकारी ली। बता दें पहली अप्रैल 2019 के बाद से आज तक 3283 लर्निंग लाईसैंस, 2135 स्थाई ड्राईविंग लाईसैंस, तथा 1092 लाइसेंसों का नवीनीकरण हुआ है। उपायुक्त ने सचिवालय परिसर का भी निरीक्षण किया और इधर-उधर पड़े नाकारा समाान को हटवाने के निर्देश दिए।
बुधवार को सचिवालय के भूतल पर स्थित सरल केंद्र का उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने औचक निरीक्षण किया तथा वहां काम करा रहे लोगों से उनके काम की जानकारी हासिल की। बता दें कि इस केंद्र में काउंटर 1 पर सीएम विंडो, 2 नंबर पर हरसमय, 3 से 11 नंबर तक ड्राईविंग लाईसैंस, वाहन पंजीकरण व अन्य कार्य होते हैं। इस केंद्र में एक सहायता काउंटर भी है, जहां से संबंधित काम के लिए टोकन नंबर जारी होता है और आवेदक के काम की फाइल तैयार करके दी जाती है।
उपायुक्त ने केंद्र में अपना काम कराने के लिए कतार में खड़े व्यक्ति से उसे वहां आने के समय और टोकन मिलने में लगे समय की भी जानकारी ली। जब उपायुक्त इस केंद्र में पहुंचे तो वहां कम्प्यूटर आप्रेटर सुनील किसी व्यक्ति के साथ बैठकर गप्पे मार रहा था, जबकि लोग उसके काउंटर पर खड़े थे। उपायुक्त खुद ऐसा होते 4-5 मिनट देखते रहे और उन्होंने मौके पर ही इस लापरवाही के लिए संबंधित कर्मचारी को वहां से हटाने के आदेश दिए। उपायुक्त ने लोगों के काम पहल आधार पर किए जाने तथा लोगों को अच्छा व्यहार किए जाने की नसीहत दी। उपायुक्त ने कहा कि सरकार चाहती है कि एक छत के नीचे सभी सुविधाएं आसानी से लोगों को मिले और इसलिए सरल केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें वाहन रजिस्ट्रेशन, ड्राईविंग लाईसैंस, हरसमय और सीएम विंडो जैसी सुविधाएं मिल रही हैं।
बता दें कि इस केंद्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए गए हैं ताकि कर्मचारियों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सके। वाहन चलाने का लाइसेंस बनवाने आई रेवाड़ी की कंचन ने उपायुक्त को बताया कि वह करीब 5 मिनट से लाइन में लगी है। उपायुक्त ने कर्मचारियों को अपनी कार्य गति तेज करने के निर्देश भी दिए। बता दें कि पहली अप्रैल से आज तक इस केंद्र के माध्यम से नए वाहनों के पंजीकरण के 7833 आवेदन प्राप्त हुए। उपायुक्त ने लंबित कार्यों की प्रगति की भी जानकारी ली। बता दें पहली अप्रैल 2019 के बाद से आज तक 3283 लर्निंग लाईसैंस, 2135 स्थाई ड्राईविंग लाईसैंस, तथा 1092 लाइसेंसों का नवीनीकरण हुआ है। उपायुक्त ने सचिवालय परिसर का भी निरीक्षण किया और इधर-उधर पड़े नाकारा समाान को हटवाने के निर्देश दिए।
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