कोसली सचिवालय परिसर में भी स्वच्छता पर सवालिया निशान


शौचालय पर दरवाजा तक नहीं, कचरा बना सचिवालय भवन की शोभा 

धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी। 

27 अगस्त को मुख्यमंत्री मनोहर लाल कोसली विधानसभा क्षेत्र में जन आशीर्वाद यात्रा के साथ आकर आम लोगों को अपना संदेश देंगे और जनता से अगले पांच साल के लिए सरकार बनाने का आशीर्वाद लेंगे। ऐसे में कोसली सचिवालय परिसर, जहां सैंकड़ों लोग रोजाना सरकारी कार्यालयों में अपना काम कराने के लिए आते हैं, वहां स्वच्छता अभियान पर सवालिया निशान लग रहे हैं। 

आलम यह है कि सचिवालय परिसर में सार्वजनिक शौचालय पर दरवाजे तक नहीं हैं। सचिवालय परिसर में कचरा तेज हवा के साथ इधर से उधर आने7जाने वालों के चेहरों से टकरा रहा है मगर लोगों के दर्द को शायद अधिकारियों ने महसूस करना बंद कर दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत और सीएम मनोहर लाल के स्वच्छ हरियाणा के सपने को कोसली सचिवालय परिसर में दागदार होते देखा जा सकता है। सचिवालय की छत पर कूड़े के ढेर इस बात का संकेत देते हैं कि यहां कचरा कहां डाला जाता है।

कहने को तो जिला रेवाड़ी स्वच्छता दर्पण अवार्ड जीतकर नाम कमा रहा है लेकिन स्वच्छता के मामले में उपायुक्त यशेंद्र सिह की तीखी टिप्पणी आने के बाद रेवाड़ी शहर की सफाई व्यवस्था पर सवाल उठे हैं। कोसली क्षेत्र में सचिवालय परिसर का यह हाल है तो शहर की सफाई व्यवस्था और गांवों में स्वच्छता की स्थिति पर दोबारा नजरसानी किए जाने की सख्त जरूरत है। बरसात के मौसम के बाद मक्खी-मच्छरों की समस्या ने ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा अर्ध विकसित आवासीय कालोनियों के लोगों को भी परेशान कर दिया है। मलेरिया तथा वायरल बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है मगर अधिकारी चैन की बंसी बजा रहे हैं। कहने को तो सब ठीक है मगर व्यवस्था के हिसाब से कुछ ठीक नहीं। अधिकारी लोगों की समस्या को नहीं सुनते। लोगों के दर्द को महसू करना इन्होंने छोड़ दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव आने से पहले ही नेता गए हैं और उनकी बयानबाजी अब विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद ही खत्म होगी। भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता आम जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी और निगरानी वाली भूमिका को भूल चुके हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान क्या सरकार के सपने को साकार नहीं कर पाने की शिकायत क्या मुख्यमंत्री से की जाएगी, या फिर अधिकारी मुख्यमंत्री को एक बार फिर यह विश्वास दिला देंगे कि सब ठीक-ठाक है। 

देश में चाल साल से चल रहे स्वच्छ भारत मिशन पर कोसली सचिवालय में दिखनी वाली व्यवस्था सवाल उठा रही है। सचिवालय परिसर में सरकारी अधिकारियों का इस समस्या से आंख मूंदकर साफ निकल जाना, सरकार की छवि को भी प्रभावित कर रहा है। सचिवालय में कचरे के ढेर, शौचालयों की नियमित सफाई नहीं होने की वजह से गन्दगी का आलम यह है कि सचिवालय की दरों-दीवार पर थूक और गुटखे की पीक के निशान साफ देखे जा सकते हैं। कोसली शहर के हर हिस्से में कचरे के ढेर लगे हैं। सब्जी मंडी में कचरे के ढेर से बदबू उठ रही है। खास बात यह भी है कि इन कूड़े के ढेर के पास ही कोसली के भाजपा विधायक, जो पूर्व मंत्री भी रहे, की पत्नी सुरेश देवी का कार्यालय भी है, जहां विधायक अक्सर अपने समर्थकों की बैठकें लेने आते रहते हैं। कोसली सचिवालय और शहर की सफाई व्यवस्था सवाल उठा रही है मगर प्रशासन की चुप्पी सरकार की छवि को दागदार कर रही है। 

इस समस्या को लेकर तहसीलदार विजय सिंह का कहना है कि उनके कार्यालय में सफाई कर्मचारी एक है तथा उनके कार्यालय के आस-पास सफाई जा रही है। अन्य विभागों में भी सफाई कर्मचारी नियुक्त हैं मगर वे इस समस्या के समाधान की ओर ध्यान नहीं दे रहे। विभागाध्यक्ष को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए। 

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