Ramesh Ramawat
जयपुर जेल से पेशी पर लेकर आए थे चालानी गार्ड
नीमकाथाना कोर्ट में लाया गया था पेशी पर इसी दौरान हार्ट अटैक से हुई मौत
प्रिया परिवार नाम की एमएलएम कंपनी का डायरेक्टर था तेजपाल, करोड़ों रुपए की ठगी का था आरोपी
2011 में सीकर पुलिस ने किया था गिरफ्तार उसके बाद से था जेल में बंद
राजस्थान प्रदेश के साथ साथ हरियाणा भर में दर्ज हुए थे सैकड़ों मुकदमे प्रिया परिवार के खिलाफ
तेजपाल सिंह को जयपुर जेल से नीमकाथाना कोर्ट में पेशी पर लाया गया था। जहां कोर्ट के बाहर ही तेजपाल ने सीने में दर्द की शिकायत की। इस पर पुलिस ने उसे निजी वाहन से कपिल अस्पताल पहुंचाया। लेकिन, इस बीच रास्ते में ही तेजपाल ने दम तोड़ दिया। जिसे अस्पताल ले जाते ही चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। गौरतलब है कि कंपनी पर तीन लाख से अधिक निवेशकों से ठगी का आरोप हैं। लोगों ने राजस्थान, हरियाणा सहित देशभर में कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के केस दर्ज कराए थे। कंपनी ने पूरे देश में करीब 2 लाख से अधिक सदस्य बनाए थे। 2002 में झुंझुनूं के चिड़ावा से हुई थी कंपनी की शुरूआत बता दें कि वर्ष 2002 में झुंझुनूं के चिड़ावा से तेजपाल नूनिया ने यह कंपनी शुरू की थी। कंपनी ने राजस्थान में नेटवर्क बनाया। बाद में पड़ोसी राज्यों में भी धंधा फैलाया। शुरूआत में तेजपाल नूनिया और महेश भी निदेशक थे। बाद में सोमबीर, सत्यप्रकाश व सज्जन कुमार सदस्य बने। इन सबके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। 2011 में इसके सभी कार्यालय बंद हो गए। मेंबरशिप के लिए लेते थे 6800 रुपए कंपनी तीन साल बाद 25 हजार रुपए देने का वादा कर लोगों से मेंबरशिप के 6800 रुपए लेती थी। इसके चलते लाखों लोगों ने अपना पैसा जमा करवाया।
फिलहाल पुलिस ने नीमकाथाना मोर्चरी में रखवाया शव
प्रिया परिवार के प्रबंधक तेजपाल नूनिया की हार्टअटैक से हुई मौत ।
सीकर से बड़ी खबर- करोड़ों की ठगी के आरोपी और प्रिया परिवार के प्रबंधक तेजपाल नूनिया की मौतजयपुर जेल से पेशी पर लेकर आए थे चालानी गार्ड
नीमकाथाना कोर्ट में लाया गया था पेशी पर इसी दौरान हार्ट अटैक से हुई मौत
प्रिया परिवार नाम की एमएलएम कंपनी का डायरेक्टर था तेजपाल, करोड़ों रुपए की ठगी का था आरोपी
2011 में सीकर पुलिस ने किया था गिरफ्तार उसके बाद से था जेल में बंद
राजस्थान प्रदेश के साथ साथ हरियाणा भर में दर्ज हुए थे सैकड़ों मुकदमे प्रिया परिवार के खिलाफ
तेजपाल सिंह को जयपुर जेल से नीमकाथाना कोर्ट में पेशी पर लाया गया था। जहां कोर्ट के बाहर ही तेजपाल ने सीने में दर्द की शिकायत की। इस पर पुलिस ने उसे निजी वाहन से कपिल अस्पताल पहुंचाया। लेकिन, इस बीच रास्ते में ही तेजपाल ने दम तोड़ दिया। जिसे अस्पताल ले जाते ही चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। गौरतलब है कि कंपनी पर तीन लाख से अधिक निवेशकों से ठगी का आरोप हैं। लोगों ने राजस्थान, हरियाणा सहित देशभर में कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के केस दर्ज कराए थे। कंपनी ने पूरे देश में करीब 2 लाख से अधिक सदस्य बनाए थे। 2002 में झुंझुनूं के चिड़ावा से हुई थी कंपनी की शुरूआत बता दें कि वर्ष 2002 में झुंझुनूं के चिड़ावा से तेजपाल नूनिया ने यह कंपनी शुरू की थी। कंपनी ने राजस्थान में नेटवर्क बनाया। बाद में पड़ोसी राज्यों में भी धंधा फैलाया। शुरूआत में तेजपाल नूनिया और महेश भी निदेशक थे। बाद में सोमबीर, सत्यप्रकाश व सज्जन कुमार सदस्य बने। इन सबके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। 2011 में इसके सभी कार्यालय बंद हो गए। मेंबरशिप के लिए लेते थे 6800 रुपए कंपनी तीन साल बाद 25 हजार रुपए देने का वादा कर लोगों से मेंबरशिप के 6800 रुपए लेती थी। इसके चलते लाखों लोगों ने अपना पैसा जमा करवाया।
फिलहाल पुलिस ने नीमकाथाना मोर्चरी में रखवाया शव
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