अजमेर: टीम अजेयभारत:
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मण्डा के पांच विद्यार्थियों सहित जिले भर के चौबीस होनहार विद्यार्थियों का एक दल यात्रा प्रभारी भगवान सिंह गौड़, सह प्रभारी दिनेश वैष्णव व नर्बदा लालवानी की अगुवाई में शनिवार को राजस्थान के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर लौटा। इस पांच दिवसीय अन्तर जिला शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने अपने व्यावहारिक ज्ञान में अभिवृद्धि की।
यात्रा के प्रभारी भगवान सिंह गौड़ ने बताया कि यात्रा के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में समेकित रूप से राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय दाता नगर की ज्योति पटौना ने प्रथम स्थान, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पहाड़गंज की हिमानी ने द्वितीय स्थान व राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मण्डा की सरोज कुमारी वैष्णव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली इन छात्राओं को पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।
यात्रा के सह प्रभारी दिनेश वैष्णव ने बताया कि राजस्थान दर्शन शैक्षिक एवं सांस्कृतिक यात्रा के तहत आयोजित इस पांच दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम के दौरान सभी विद्यार्थियों को चित्तौड़गढ़ में मीरा मन्दिर, विजय स्तम्भ, गौमुख कुण्ड, पद्मिनी महल, कालिका माता मन्दिर, मण्डफिया स्थित सांवलिया सेठ मन्दिर, उदयपुर में गुलाब बाग, जगदीश मन्दिर, सिटी पैलेस, दूध तलाई, मोती मगरी, फतहसागर, पिछोला झील, सुखाड़िया सर्किल व सहेलियों की बाड़ी सहित कई स्थानों का भ्रमण करवाया गया। इसके अतिरिक्त कुम्भलगढ़ दुर्ग, महाराणा प्रताप संग्रहालय हल्दीघाटी, बलीचा में चेतक समाधि स्थल, खमनौर में रक्त तलाई, नाथद्वारा में श्रीनाथजी व कांकरोली राजसमन्द में द्वारकाधीश मन्दिर के दर्शन के पश्चात एशिया की मीठे पानी की दूसरी सबसे बड़ी झील राजसमन्द झील भी दिखाई। आखिर में गढ़बोर में चारभुजानाथ मन्दिर के दर्शन कर यह दल शनिवार को पुनः लौटा।
सभी बच्चे इन ऐतिहासिक महत्व वाले स्थानों को देखकर अभिभूत हो उठे। यात्रा से वापस लौटने पर सभी विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए व यात्रा प्रतिवेदन भी लिखा। सह प्रभारी नर्बदा लालवानी ने इन ऐतिहासिक स्थानों के इतिहास के बारे में बच्चों को विस्तार से जानकारी दी।
गौरतलब है कि राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा सात व आठ के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के अन्य जिलों में ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व के स्थानों पर पांच दिवसीय राजस्थान दर्शन कार्यक्रम के अन्तर्गत निशुल्क शैक्षणिक भ्रमण हेतु भेजा जाता है। इसके लिए विद्यार्थियों का चयन पूर्णतः वस्तुनिष्ठ प्रणाली के तहत वरीयता के आधार पर किया जाता है।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मण्डा के पांच विद्यार्थियों सहित जिले भर के चौबीस होनहार विद्यार्थियों का एक दल यात्रा प्रभारी भगवान सिंह गौड़, सह प्रभारी दिनेश वैष्णव व नर्बदा लालवानी की अगुवाई में शनिवार को राजस्थान के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर लौटा। इस पांच दिवसीय अन्तर जिला शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने अपने व्यावहारिक ज्ञान में अभिवृद्धि की।
यात्रा के प्रभारी भगवान सिंह गौड़ ने बताया कि यात्रा के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में समेकित रूप से राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय दाता नगर की ज्योति पटौना ने प्रथम स्थान, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पहाड़गंज की हिमानी ने द्वितीय स्थान व राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मण्डा की सरोज कुमारी वैष्णव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली इन छात्राओं को पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।
यात्रा के सह प्रभारी दिनेश वैष्णव ने बताया कि राजस्थान दर्शन शैक्षिक एवं सांस्कृतिक यात्रा के तहत आयोजित इस पांच दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम के दौरान सभी विद्यार्थियों को चित्तौड़गढ़ में मीरा मन्दिर, विजय स्तम्भ, गौमुख कुण्ड, पद्मिनी महल, कालिका माता मन्दिर, मण्डफिया स्थित सांवलिया सेठ मन्दिर, उदयपुर में गुलाब बाग, जगदीश मन्दिर, सिटी पैलेस, दूध तलाई, मोती मगरी, फतहसागर, पिछोला झील, सुखाड़िया सर्किल व सहेलियों की बाड़ी सहित कई स्थानों का भ्रमण करवाया गया। इसके अतिरिक्त कुम्भलगढ़ दुर्ग, महाराणा प्रताप संग्रहालय हल्दीघाटी, बलीचा में चेतक समाधि स्थल, खमनौर में रक्त तलाई, नाथद्वारा में श्रीनाथजी व कांकरोली राजसमन्द में द्वारकाधीश मन्दिर के दर्शन के पश्चात एशिया की मीठे पानी की दूसरी सबसे बड़ी झील राजसमन्द झील भी दिखाई। आखिर में गढ़बोर में चारभुजानाथ मन्दिर के दर्शन कर यह दल शनिवार को पुनः लौटा।
सभी बच्चे इन ऐतिहासिक महत्व वाले स्थानों को देखकर अभिभूत हो उठे। यात्रा से वापस लौटने पर सभी विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए व यात्रा प्रतिवेदन भी लिखा। सह प्रभारी नर्बदा लालवानी ने इन ऐतिहासिक स्थानों के इतिहास के बारे में बच्चों को विस्तार से जानकारी दी।
गौरतलब है कि राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा सात व आठ के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के अन्य जिलों में ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व के स्थानों पर पांच दिवसीय राजस्थान दर्शन कार्यक्रम के अन्तर्गत निशुल्क शैक्षणिक भ्रमण हेतु भेजा जाता है। इसके लिए विद्यार्थियों का चयन पूर्णतः वस्तुनिष्ठ प्रणाली के तहत वरीयता के आधार पर किया जाता है।
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