धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी।
जिले के बावल औद्योगिक क्षेत्र में सिरोकी टैक्निको कंपनी में अपनी सेवाएं देने वाले 280 श्रमिकों को कंपनी प्रबंधन ने काम से हटा दिया, जिसके बाद वहां दोनों पक्षों के बीच वैचारिक विरोधाभास पैदा हो गया है। श्रमिकों की लंबित मांगें अधर में हैं जबकि कंपनी प्रबंधन और श्रमिक यूनियन के बीच आपसी सहमति नहीं बनने की वजह से श्रमिक धरने पर बैठे हैं। लगातार चार दिनों से यह स्थिति बनी हुई है। श्रम विभाग के अधिकारियों की अनदेखी का आरोप भी श्रमिक यूनियन के पदाधिकारी लगा रहे हैं।
रविवार को एटक हरियाणा के उपमहासचिव कामरेड अनिल पंवार धरने पर पहुंचे और उन्होंने धरना दे रहे इन श्रमिकों केा यह आश्वासन दिया कि एटक श्रमिकों के साथ खड़ा है। इन श्रमिकों ने यह निर्णय लिया कि सोमवार को श्रम विभाग के समक्ष कंपनी प्रबंधन के साथ बातचीत की तिथि है और अगर मामला नहीं सुलझा तो मंगलवार को उपायुक्त से अलग तौर पर मुलाकात करके उन्हें मौजूदा स्थिति की जानकारी दी जाएगी। श्रमिक यूनियन का आरोप है कि इन कर्मचारियों को एक सोची-समझी साजिश के तहत कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
उधर एटक ने इन श्रमिकों को अपना समर्थन देकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ अपनी राह तय कर दी है। अगर कल सभी श्रमिकों को वापस डयूटी पर नहीं लिया जाता तो एटक भी आंदोलन शुरू कर देगा। एटक नेता अनिल पंवार ने चेतावनी दी है कि अगर इस वजह से बावल क्षेत्र में अशांति फैलती है तो इसके लिए श्रम विभाग, कंपनी प्रबंधन जिम्मेदार होगा। रविवार को धरने में एटक रेवाड़ी से कामरेड अजय कुमार, संतोष पांडे, केएम शुक्ला व सतेंद्र कुमार मैक्रोटैक यूनियन समेत अन्य यूनियन नेता श्रमिकों को अपना समर्थन देने पहुंचे।
रेवाड़ी फोटो 1रू बावल क्षेत्र में औद्योगिक कंपनी के बाहर नारेबाजी करते श्रमिक।
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