सिंगल बेटी वाली महिलाओं का किया सम्मान, प्रत्येक बेटी को 1100 रुपए की एफडी दी गई

Ramesh Ramawat
झुंझुंनू जिले भर की 56 सिंगल बेटी वाली महिलाओ का आज हुुआ सम्मान
झुंझुंनू जिले भर की 56 सिंगल बेटी वाली महिलाओ का सम्मान, शाॅल ओढाया, पौधा भेंट किया ओर हर बेटी के लिए दी 1100 रुपए की एफडी ।
झुंझुनूं. शहर के केंद्रीय विद्यालय में शुक्रवार के एक अनूठा आयोजन किया गया। बेटी बचाअो-बेटी पढ़ाअो को लेकर अभी तक होने वाले आयोजनों से यह बिलकुल अलग था। इस कार्यक्रम में जिलेभर की एेसी 56 महिलाअों को शाॅल अोढ़ा कर अौर एक-एक पौधा भेंट कर सम्मान किया गया जिन्होंने एक बेटी के जन्म के बाद उसे ही बेटा मान कर अौर संतान को जन्म नहीं दिया। जिले में सामाजिक सरोकारों के लिए पहचानी जाने वाली स्वयं सेवी संस्था जिला पर्यावरण सुधार समिति ने यह आयोजन किया। प्रसिद्ध समाजसेवी गणितज्ञ डाॅ. घासीराम वर्मा अौर कमरूद्दीन शाह दरगाह के सज्जादानशीन एजाज नबी सहित अतिथियो‌ं ने इस समारोह में गरिमामयी उपस्थिति दी तथा इन महिलाअों अौर बेटियों को सम्मानित किया। इस मौके पर एजाज नबी ने कहा कि वो लोग किस्मत वाले होते हैं जिन्हें बेटियां नसीब होती है। उन लोगों को ही रब की मोहब्बत नसीब होती है।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद शेखावाटी के गायक जाकिर अब्बासी ने ‘इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना’ गीत प्रस्तुत किया। सनराइज एकेडमी स्कूली के बच्चों ने बेटी के महत्व को उजागर करते हुए संगीतमय नाटिका प्रस्तुत की। कार्यक्रम में धनूरी की सुलताना बानो, खेतड़ी की सुशीला गुप्ता, सरिता शर्मा बगडोरा, मुख्यत्यार क्यामसर, उदावास की सुनिता, शांति खिदरसर, नीतु महर्षि महनसर, अंकिता शर्मा झुंझुनूं सहित 56 लाडो व उनकी माताओं को सम्मानित किया जो एक बेटी को ही बेटा मान कर उसकी परवरिश कर रही है। इन सभी को बेटियों के नाम से 1100-1100 रुपए की एफडी का प्रमाण पत्र, शाॅल व पौधा लगा गमला प्रदान कर सम्मानित किया। गीता देवी खींवसर, संतोष देवी डूमरा, सुमित्रा देवी जाखल और माया देवी गुढ़ा अपनी बेटियों के साथ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डाॅ. घासीराम से सम्मानित होकर गद्गद् हो गई। उनकी आंखें भर आई। डाॅ. घासीराम वर्मा ने इन नेक काम के लिए पर्यावरण सुधार समिति उनकी समस्त टीम को साधुवाद दिया। संस्था सचिव राजेश अग्रवाल ने संस्था की 27 वर्षों की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंंने कहा कि संस्था ऐसे और आयोजन जिले भर में करेगी। बेटियों को आगे बढ़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि झुंझुनूं जिले की बेटियां कला, साहित्य, शिक्षा, खेल या अन्य किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मदद चाहेंगी तो संस्था उनकी मदद करेगी। कार्यक्रम में वैश्य महासम्मेलन के ललित टिबड़ा, वीरेन्द्र शाह, चन्द्रप्रकाश जालान, कुमावास की सीनियर सैकंडरी स्कूल की प्राचार्या अनिता कौल, केन्द्रीय विद्यालय के सेवानिवृत प्राचार्या डीवी शास्त्री, संस्था निदेशक लियाकत अली, किशन वर्मा व सुलताना खान, समाजसेविका तेजस्विनी शर्मा, परियोजना समन्वयक बबीता चौधरी व देवीदत आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. भावना शर्मा ने किया।

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