Ramesh Ramawat
जब पिता ने तीन लाड़ो बेटियों को बिठाया घोड़ी पर तो ख़ुशी से छलक पड़ी आँखे ।
झुंझुंनू जिले में लाखू निवासी हेतराम गोठवाल ने अपनी सुपुत्री अंजू, पूजा व आरती को घोडी पर बिठाकर डीजे के मनमोहक संगीत का आनंद लेते हुए हर्षोल्लास के साथ लाड़ो बेटियों की निकली बिंदौरी । लाड़ो के पिता हेमतराम गोठवाल ने बताया कि हमारे 6 बेटियां ही है ओर हमे बेटीयों के माता पिता होने पर फक्र है हमारी बेटियों ने हमे जो सम्मान, लाड प्यार व अपनापन दिया है वो शायद हमारे बेटा होता तो वो भी नही दे पाता । उनकी आंखों में ख़ुशी के पल साफ दिखाई दे रहे थे ।
इस खुशी के पल पर लाड़ो बेटीयो के ताऊ जी व पूर्व सरपंच सूरजभान गोठवाल ने बताया कि वर्तमान समय में बेटा ओर बेटी का भेद पूरी तरह समाप्त हो रहा है आज हमारी बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटो से पीछे नही है । इसी संदेश को आगे बढ़ाये रखने के लिए बेटीयो को घोड़ी पर बिठा कर बंदोरी निकाली गई है ।
इस अवसर पर गोठवाल परिवार के साथ लाखू गाँव के ग्रामीण व रिश्तेदार मौजूद रहे ।
जब पिता ने तीन लाड़ो बेटियों को बिठाया घोड़ी पर तो ख़ुशी से छलक पड़ी आँखे ।
झुंझुंनू जिले में लाखू निवासी हेतराम गोठवाल ने अपनी सुपुत्री अंजू, पूजा व आरती को घोडी पर बिठाकर डीजे के मनमोहक संगीत का आनंद लेते हुए हर्षोल्लास के साथ लाड़ो बेटियों की निकली बिंदौरी । लाड़ो के पिता हेमतराम गोठवाल ने बताया कि हमारे 6 बेटियां ही है ओर हमे बेटीयों के माता पिता होने पर फक्र है हमारी बेटियों ने हमे जो सम्मान, लाड प्यार व अपनापन दिया है वो शायद हमारे बेटा होता तो वो भी नही दे पाता । उनकी आंखों में ख़ुशी के पल साफ दिखाई दे रहे थे ।
इस खुशी के पल पर लाड़ो बेटीयो के ताऊ जी व पूर्व सरपंच सूरजभान गोठवाल ने बताया कि वर्तमान समय में बेटा ओर बेटी का भेद पूरी तरह समाप्त हो रहा है आज हमारी बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटो से पीछे नही है । इसी संदेश को आगे बढ़ाये रखने के लिए बेटीयो को घोड़ी पर बिठा कर बंदोरी निकाली गई है ।
इस अवसर पर गोठवाल परिवार के साथ लाखू गाँव के ग्रामीण व रिश्तेदार मौजूद रहे ।
0 Comments