राजस्थान पुलिस ने खाकी के मानवीय पहलू की दो बड़ी मिसाल शुक्रवार को देखी गई ।

जयपुर-नागौर राजस्थान पुलिस के इकबाल को बुलंद कर खाकी के मानवीय पहलू की दो बड़ी मिसाल शुक्रवार को पेश की गई।

 जहां एक आईपीएस सहित पुलिस थाने का पूरा स्टॉफ अपने ही सफाइकर्मी की बेटी में भात भरने पहुंचा। वहीं, सामाजिक सरोकार से जुड़ी कड़ी में नागौर में जिले के पुलिस जवानों व अधिकारियों ने अपने शहीद कमांडों साथी की बहन की शादी में भाई बनकर मायरा भरा। खाकी के इस चेहरे की चर्चा हर कहीं है।जानकारी के अनुसार पहला मामला जुड़ा है जयपुर कमिश्नरेट में पश्चिम जिले का। जहां जितेंद्र नाम का व्यक्ति पिछले लंबे अरसे से करधनी पुलिस थाने में साफ सफाई का काम करता आ रहा है। शुक्रवार को करधनी क्षेत्र में ही गोविंदम टॉवर के पास रहने वाले जितेंद्र की बेटी की शादी थी। जिसमें जितेंद्र ने भी करधनी थानाप्रभारी रामकिशन विश्नोई और पूरे स्टॉफ को न्यौता (निमंत्रण) दिया।
जिस पर थानाप्रभारी रामकिशन विश्नोई ने स्टॉफ के साथ बातचीत कर सफाईकर्मी जितेंद्र की आर्थिक मदद का प्रस्ताव रखा। इसमें तय हुआ कि जितेंद्र की बेटी को अपनी बेटी मानकर पुलिस थाने के स्टॉफ और सीएलजी सदस्यों की तरफ से भात (मायरा) भरा जाए। इसके बाद थाने के स्टॉफ और सीएलजी सदस्यों ने मिलकर 1.73 लाख रूपए इकट्‌ठा किए। शुक्रवार को डीसीपी (पश्चिम) कावेंद्र सिंह सागर, थानाप्रभारी रामकिशन विश्नोई सहित थाने का स्टॉफ और सीएलजी सदस्य भात लेकर सफाईकर्मी जितेंद्र के घर पहुंचे।
जहां एकबारगी इतने पुलिसकर्मियों को देखकर लोग भी चौंक गए। वहीं, जब मांगलिक कार्यक्रम में जितेंद्र की पत्नी ने डीसीपी कावेंद्र सिंह सागर व थानाप्रभारी रामकिशन विश्नोई सहित सभी पुलिसकर्मियों के तिलक और आरती कर स्वागत किया। इसकी एवज में पुलिसकर्मियों ने उन्हें भात में रकम और अन्य उपहार दिए। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद लोगों चकित रह गए।
पुलिस के मानवीय चेहरे को सामने लाने वाला दूसरा दृश्य नजर आया नागौर जिले के मौलासर पंचायत स्थित खाखोली गाँव में। यहां रहने वाले नागौर पुलिस के शहीद कमांडों भींवाराम भाकर की बहन की शुक्रवार को शादी थी। लेकिन नागौर जिले के पुलिसकर्मियों ने दो साल पहले सड़क हादसे में जान गंवाने वाले अपने साथी भींवाराम की शहादत को भुलाया नहीं और बहन की शादी में मायरा (भात) भरने का निर्णय लिया।
ताकि, दिवंगत साथी की बहन की शादी में कोई कमी नहीं रह सके। सोशल मीडिया कैंपेन और आपसी संपर्क के जरिए नागौर जिले और आसपास के जिलों में पदस्थापित पुलिसकर्मियों ने कीरब सवा तीन लाख रूपए से ज्यादा नकद रकम इकट्‌ठा की। जिनमें से करीब डेढ़ लाख रूपए नकद, एक लाख रूपए कीमत का सोने का हार, एक्टिवा स्कूटी खरीदी। शुक्रवार को काफी संख्या में पुलिसकर्मी शादी समारोह में भात भरने पहुंचे।
जहां भींवाराम की बहन सरोज ने सभी पुलिसकर्मियों के तिलक लगाकर स्वागत किया। इस दौरान शहीद के पिता महावीर भाकर, बहन सरोज व चाचा मौलासर प्रधान जालाराम भाकर की आंखें भर आई। वे शहीद कमांडों भींवाराम को यादकर रो पड़े। यह देखकर वहां मौजूद रिश्तेदारों की आंखें नम हो गई। शादी में पहुँचे पुलिसकर्मियों ने बहन सरोज व उसके परिजनों को हर सुख दुख में साथ निभाने का वादाकर भात भरा और वापस लौटे।



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