सीकर पुलिसकर्मी के परिवार के लिए अलवर जिला पुलिस बनी भामाशाह । साथी कांस्टेबल के निधन के बाद अलवर पुलिस ने दिखाया बड़ा दिल, परिजनों को दी आर्थिक सहायता ।

अलवर जिला पुलिस ने संवेदनशीलता दिखाते हुए साथी कांस्टेबल के निधन हो जाने के बाद उसके परिजनों को आर्थिक सहायता दी है । एसपी मुख्यालय पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि कांस्टेबल नरेश वर्मा की सीकर में ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में मौत हो गई थी जिसके परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं है । जिस पर अलवर जिला पुलिस के स्टाफ काउंसिल की बैठक कर बैठक में यह फैसला लीया गया था कि 1 दिन का वेतन स्वेच्छा से सभी पुलिस कर्मी मृतक कर्मचारी के परिजनों को देंगे । जिसके बाद ₹ 2,00000 का चैक मृतक कांस्टेबल नरेश वर्मा के पिता को सौंपा गया । कुल ₹956000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी ।
वहीं तीनों अविवाहित बहनों के लिए प्रतिमाह तीन वर्षो तक 7,000/- हजार रुपये दिए जाएंगे । प्रत्येक बहन को हर महीने सात हजार की राशि दी जायेगी ताकि वह अपनी पढ़ाई जारी रख सकें । मृतक नरेश वर्मा के परिवार को अलवर पुलिस की ओर से कुल ₹956000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी । आज मृतक कांस्टेबल नरेश की तीनों बहनें और पिता पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे जहां उन्हें सहायता राशि के चैक सौंपे गए ।पुलिस की ओर से संवेदनशीलता का एक अच्छा उदाहरण है । ज्ञात रहे कि कांस्टेबल नरेश की 18.10.2019 को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी ।

झुंझुनूं जिला पुलिस ने पुलिस अधीक्षक गौरव यादव के नतृत्व में कुछ दिन पहले मदद के लिए बढ़ाये थे हाथ ।
अपको बता दे कि झुंझुनूं जिला कप्तान SP गौरव यादव ने इससे पहले जिला पुलिसकर्मियों में मुहीम चलाकर स्वेच्छा से मदद के दिल्ली की टीस हजारी कौर्ट मामले में घायल हुए पुलिसकर्मियों के लिए करीबन ढाई लाख के क़रीब भेजी थी सहायता राशि । जिस से प्ररित होकर प्रदेश में पुलिसकर्मी मदद के लिए आ रहे आगे । पुलिसकर्मियों को ये भामाशाह रूप देख कर विभिन्न पुलिस कर्मियों एवं आमजन में फेल रहा है सकरात्मक संदेश ।

अलवर जिला पुलिस ने संवेदनशीलता दिखाते हुए साथी कांस्टेबल के निधन हो जाने के बाद उसके परिजनों को आर्थिक सहायता दी है । एसपी मुख्यालय पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि कांस्टेबल नरेश वर्मा की सीकर में ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में मौत हो गई थी जिसके परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं है । जिस पर अलवर जिला पुलिस के स्टाफ काउंसिल की बैठक कर बैठक में यह फैसला लीया गया था कि 1 दिन का वेतन स्वेच्छा से सभी पुलिस कर्मी मृतक कर्मचारी के परिजनों को देंगे । जिसके बाद ₹ 2,00000 का चैक मृतक कांस्टेबल नरेश वर्मा के पिता को सौंपा गया । कुल ₹956000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी ।
वहीं तीनों अविवाहित बहनों के लिए प्रतिमाह तीन वर्षो तक 7,000/- हजार रुपये दिए जाएंगे । प्रत्येक बहन को हर महीने सात हजार की राशि दी जायेगी ताकि वह अपनी पढ़ाई जारी रख सकें । मृतक नरेश वर्मा के परिवार को अलवर पुलिस की ओर से कुल ₹956000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी । आज मृतक कांस्टेबल नरेश की तीनों बहनें और पिता पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे जहां उन्हें सहायता राशि के चैक सौंपे गए ।पुलिस की ओर से संवेदनशीलता का एक अच्छा उदाहरण है । ज्ञात रहे कि कांस्टेबल नरेश की 18.10.2019 को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी ।

झुंझुनूं जिला पुलिस ने पुलिस अधीक्षक गौरव यादव के नतृत्व में कुछ दिन पहले मदद के लिए बढ़ाये थे हाथ ।
अपको बता दे कि झुंझुनूं जिला कप्तान SP गौरव यादव ने इससे पहले जिला पुलिसकर्मियों में मुहीम चलाकर स्वेच्छा से मदद के दिल्ली की टीस हजारी कौर्ट मामले में घायल हुए पुलिसकर्मियों के लिए करीबन ढाई लाख के क़रीब भेजी थी सहायता राशि । जिस से प्ररित होकर प्रदेश में पुलिसकर्मी मदद के लिए आ रहे आगे । पुलिसकर्मियों को ये भामाशाह रूप देख कर विभिन्न पुलिस कर्मियों एवं आमजन में फेल रहा है सकरात्मक संदेश ।
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