जरुरतमंद बच्चो के लिए पांच और विद्यालयों में खिलौना बैंक की शुरुआत की गयी

अजमेर :केकड़ी: टीम अजेयभारत : देशभर के 377 सरकारी स्कूलों में खिलौना बैंक खोल चुके मुम्बई के व्यवसायी महेन्द्र मेहता ने पायलेट विद्यालय की प्रधानाचार्या गायत्री भारद्वाज व अन्त्योदय टीम राजस्थान के सदस्य दिनेश वैष्णव की अनुशंसा पर क्षेत्र के पांच और विद्यालयों को खिलौना बैंक की सौगात दी है ताकि बच्चों को खेल-खेल में पढ़ने का अवसर मिल सकें।


मंगलवार को उपखण्ड कार्यालय में अन्त्योदय संस्था के तत्वावधान में उपखण्ड अधिकारी सुरेशचन्द पुरोहित व अन्त्योदय टीम राजस्थान के सदस्य दिनेश वैष्णव ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गिरडिया के प्रधानाचार्य मुकेश कुमार सेन, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय अलाम्बु के शारीरिक शिक्षक कैलाश सोनी, राजकीय माध्यमिक विद्यालय सदापुर के शारीरिक शिक्षक गफ्फार अली, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय आमली के शिक्षक रामसहाय मीणा व राजकीय प्राथमिक विद्यालय धोलाई के शिक्षक ओमप्रकाश जांगिड़ आदि के कार्यों को देखकर उनके विद्यालयों में खिलौना बैंक स्थापित करने के लिए निशुल्क खिलौना किट भेंट किया।

इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी सुरेशचन्द पुरोहित ने कहा कि ये खिलौना बैंक उस वर्ग के बच्चों के लिए वरदान साबित होगा जो महंगे और अच्छे खिलौने खरीदने में असमर्थ होते हैं। बच्चों को सही उम्र में सही खिलौने उपलब्ध कराके उनके विकास को सही दिशा प्रदान की जा सकती है। इस उद्देश्य से विद्यालयों में स्थापित किए जाने वाले खिलौना बैंक काफी कारगर सिद्ध होंगे।


अन्त्योदय संस्था मुम्बई के संस्थापक महेन्द्र मेहता ने बताया कि अन्त्योदय संस्था खिलौना बैंक स्थापित करने के साथ ही प्रतिभाशाली जरूरतमन्द बच्चों के नवोदय विद्यालयों में प्रवेश के लिए भी हरसम्भव सहयोग करती है। इसके अतिरिक्त जरूरतमन्द लोगों को कपड़े वितरित करने व देश की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हाल ही में अलवर जिले से बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने का कार्य भी शुरू किया है।

इनका रहा सहयोग
इन खिलौना किट के लिए भामाशाह टीएस भण्डारी, रेणु भण्डारी, श्रीराम पार्थसार्थ्य, बीएल जैन, रमाकान्त बियाणी, ध्रुव नाथ, हितेश माण्डोत, डॉ.मोहन मेहता, ओपी जैन व हसमुख गाला आदि ने पचास हजार रुपये से अधिक की राशि का सहयोग किया।

अब तक 377 खिलौना बैंक स्थापित
अन्त्योदय टीम राजस्थान के सदस्य दिनेश वैष्णव ने बताया कि बाड़मेर जिले में 50, उदयपुर में 45, चित्तौड़गढ़ में 44, राजसमन्द में 33, अजमेर में 30, अलवर में 21, भीलवाड़ा में 20, जोधपुर में 12, सिरोही में 11, बांसवाड़ा में 9, नागौर में 9, प्रतापगढ़ में 8 व शेष अन्य जिलों के मिलाकर अब तक राजस्थान में कुल 338 सरकारी स्कूलों में खिलौना बैंक स्थापित किए जा चुके है। इनके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश के 20, पंजाब के 17, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के 1-1 स्कूल को मिलाकर देशभर के कुल 377 सरकारी स्कूलों में अब तक खिलौना बैंक स्थापित किए जा चुके है।

महेन्द्र मेहता का परिचय
अन्त्योदय संस्था मुम्बई के संस्थापक महेन्द्र मेहता मूलतः चित्तौड़गढ़ जिले के भादसौडा के रहने वाले है। महेन्द्र मेहता पूर्व मुख्यमंत्री स्व.भैरोसिंह शेखावत के कार्यकाल में अन्त्योदय योजना से पहचान पाने वाले उनके पसंदीदा आईएएस स्व.मीठालाल मेहता के छोटे भाई है।

1965 में उपखण्ड अधिकारी अजमेर के पद से अपनी प्रशासनिक पारी शुरू कर राजस्थान के सबसे बड़े प्रशासनिक पद मुख्य सचिव तक पहुंचने वाले स्व.मीठालाल मेहता भीलवाड़ा और डूंगरपुर जिले में कलेक्टर भी रहे है। इनके सामाजिक क्षेत्र में योगदान को देखते हुए भारत सरकार द्वारा उन्हें मरणोपरांत पद्मश्री दिया गया। ये गत सरकार में राजस्थान स्किल डेवलपमेंट और नॉलेज कॉर्पोरेशन के चेयरमेन भी रहे है।

अन्त्योदय खिलौना किट
गौरतलब है कि अन्त्योदय खिलौना बैंक मुम्बई की इस मुहिम के तहत विद्यालयों में अल्फा न्यूमेरो बोर्ड, जम्बो इंडिया मेप, एवन प्ले ब्लॉक्स, मिसिंग लेटर, इलेक्ट्रो एजुकेशनल, मेच द नम्बर, फ्रॉग जायलोफोन, मेमोरी स्किल, सेन्टेंस मेकिंग किट, कलर टॉय बॉक्स, पार्ट्स ऑफ बॉडी गेम, द ग्रेट परफेक्शन गेम, फिक्स पिक्चर ब्लॉक्स, मैग्नेटिक स्लेट, टॉय बास्केटबॉल गेम, विभिन्न प्रकार के पजल सहित कई प्रकार के खिलौने व एक नेल कटर भी उपलब्ध करवाया जाता है।



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