धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी।
कलयुगी प्रेमी के सुनहरे प्यार के मकड़जाल में फंसी युवती को यह इल्म कतई नहीं था कि उसकी लव स्टोरी का अंजाम हत्या तक पहुंच जाएगा। सोशल मीडिया ने भी इस वारदात में अहम रोल निभाया और यह वारदात अन्य युवतियों के लिए बड़ा सबक हो सकती है। क्राइम पैट्रोल या सावधान इंडिया जैसे सीरियल से भी अधिक हैरतंगेज इस वारदात से देश की लाखों युवतियों को अपने मन-मस्तिष्क पर काबू रखने का सबक देने के लिए काफी है।
7 दिसंबर की सुबह हरियाण के जिला रेवाड़ी के धारूहेड़ा में नंदरामपुर बास रोड पर राम नगर के पास मिली राजस्थान के हनुमानगढ़ के संगरिया की रहने वाली 23 साल की दीप्ति की डेड बॉडी के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी दिल्ली निवासी हेमंत लांबा से धारूहेड़ा थाना पुलिस 6 दिन के रिमांड के दौरान लगातार पूछताछ कर रही है। उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय हंसराज ने बताया कि अभी तक की जांच में हेमंत लांबा ने केस से जुड़े कुछ खुलासे किए है। उन्होंने बताया कि दिल्ली का रहने वाला हेमंत लांबा हमेशा से ही फेसबुक पर नेताओ व खुद को स्मार्ट दिखाने वाली फोटो डालता रहता था। उसकी फेसबुक आईडी पर बहुत से दोस्त है, जिनमें कुछ माह पहले ही दीप्ति गोयल भी उसकी दोस्त बनी थी।
6 दिसंबर को हेमंत लांबा उसे घुमाने के बहाने घर से अपनी अकोर्ड गाड़ी में बैठाकर लेकर आया था। रात के समय उसने शराब भी पी और फिर गुरुग्राम के पास रास्ते में ही सुनसान जगह उसने दीप्ति की अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर हत्या कर दी थी। डीएसपी ने बताया कि हेमंत लांबा दीप्ति के शव को उसी रात धारूहेड़ा क्षेत्र में फेंक कर फरार हो गया था। शव को फेंकने के बाद हेमंत लांबा वापस दिल्ली पहुंचा था। दिल्ली पहुंचने के बाद उसने दीप्ति की हत्या में प्रयोग की गई अकोर्ड गाड़ी को रात के समय ही बेचने की कोशिश की, लेकिन गाड़ी नहीं बिकी तो वह गाड़ी को लेकर मायापुरी पहुंच गया। मायापुरी में उसने गाड़ी को बेच दिया। खुद की गाड़ी बेचने के बाद आरोपी हेमंत ने दीप्ति के फोन से ओला कैब बुक की थी।
ओला कैब बुक करने के बाद दिल्ली के जनकपुरी निवासी चालक देवेन्द्र को लेकर वह जयपुर पहुंचा था। जयपुर में उसने वाइफाई के जरिए मोबाइल में इंटरनेट चलाया और फिर दीप्ति से संबंधित जानकारी जुटाई तो पता चला कि दीप्ति का शव बरामद हो चुका है और उसकी पहचान भी हो चुकी है। इसके बाद आरोपी को लगा कि अब वह पुलिस के हाथों पकड़ा जा सकता था यह देख हेमंत ने गाड़ी के चालक देवेन्द्र को जयपुर में ही एक स्थान पर लेकर पहुंचा और फिर उसकी भी गोली मार कर हत्या कर दी थी। बाद में वह देवेन्द्र की इनोवा गाड़ी को बेचने के लिए गुजरात के सूरत शहर में गया था।
डीएसपी हंसराज ने बताया कि सूरत में एक स्थान पर हेमंत गाड़ी को डीलर के पास बेचने के लिए पहुंचा था। यहां उसने गाड़ी की कीमत 9 लाख रुपए मांगी थी। डीलर ने 8 लाख रुपए में सौदा तय किया था। इसी दौरान गाड़ी की ड्राइविंग साइड का एक शीशा टूटा हुआ था और उस पर खून के कुछ निशान लगे हुए थे। डीलर को शक हुआ तो हेमंत गाड़ी को लेकर भाग गया था। इसी दौरान डीलर ने गाड़ी के पीछे लीखे नंबर पर फोन कर दिया था। गाड़ी के पीछे लीखे नंबर देवेन्द्र के भाई के थे और डीलर ने उक्त नंबरो पर बात की तो पता चला कि गाड़ी के चालक की हत्या हो चुकी है।
रेवाड़ी: एडीजीपी डा. आरसी मिश्रा व एसपी नाजनीन भसीन जानकारी देते हुए।
मृतक चालक के भाई देवेन्द्र ने इसकी सूचना धारूहेड़ा थाना पुलिस को दी थी। बाद में रेवाड़ी पुलिस द्वारा सूरत पुलिस को दी गई सूचना के आधार पर उसे सूरत शहर से गिरफ्तार किया गया था। डीएसपी मुख्यालय हंसराज ने बताया कि रिमांड जानकारी मिली है कि उस पर दिल्ली में एक दुष्कर्म का, दो छेड़छाड़ व 42 मामले एनआईए के दर्ज है, जिसमें लोगों के साथ ठगी करना, जबरन कब्जा करना, झगड़ा आदि करने शामिल है। डीएसपी ने बताया कि रिमांड पर लेकर उससे लगातार पूछताछ की जा रही है।
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पत्रकार धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी।
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