ठेकेदार ने किया हुआ था शमशान पर अवैध कब्जा
अब दर्ज होगी एफआईआर : बीडीपीओ पुन्हाना उपमा अरोड़ा
धनेश विद्यार्थी, नूंह।
जिला नूंह के पुन्हाना खंड के एक गांव बिछौर में बघेल समाज के लोग अपने मृतकों का कहां अंतिम संस्कार करें, इस बात को लेकर उलझन में थे। हर बार एक ही समस्या सामने आती थी कि अंतिम संस्कार कहां किया जाए।
ऐसा नहीं किया इनके पास अंतिम संस्कार की जगह नहीं थी, वो तो थी, लेकिन वहां मछली पालने वाले एक ठेकेदार आजाद ने अवैध कब्जा कर रखा था। बताया जाता है कि बिछौर पंचायत की मलकियत में एक सार्वजनिक जोहड़ है, जिसके पास शमशान घाट में बघेल समाज के लोग इस दुनिया को छोड़कर चले जाने वाले अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करते थे। आरोप है कि उपरोक्त ठेकेदार ने जोहड़ में अधिक पानी भर दिया, जिसकी वजह से सारा शमशान घाट भी तालाब बन गया। काफी समय से यह मामला सुलझ नहीं रहा था। अधिक दबाव आने पर ठेकेदार ने अदालत से अपने पक्ष में स्टे आर्डर भी निकलवा लिया।
अब बघेल समाज के सामने एक व्यक्ति के निधन के बाद फिर वहीं पुरानी स्थिति पैदा हुई, तब मृतक के शव को लेकर बघेल समाज के लोग पुन्हाना सचिवालय पहुंच गए और वहां धरना देकर बैठ गए। हिन्दुत्व वाली संगठनों को जब यह बात पता चली, तब वे इनके समर्थन में आ गए। अधिकारियों, पुलिस और खुफिया विभाग के अधिकारियों के इस घटनाक्रम ने कान खड़े कर दिए।
बाद में प्रदर्शनकारियों को उक्त ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और शमशान घाट को समतल कराने का आश्वासन देने के बाद मृतक का अंतिम संस्कार करा दिया गया। बघेल समाज के लोगों की माने तो अधिकारियों ने उन्हें संबंधित ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का भी आश्वासन दिया है। इस मामले में यह साफ हो गया कि जिंदा लोग, जो ना कर सके, उसे एक शख्स ने मरने के बाद कर डाला। इस प्रकरण में बघेल समाज को इंसाफ तो मिला है मगर अभी ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का समाज के लोगों को इंतजार है।
अधिकारिक पक्ष:
इस मामले पर बीडीपीओ पुन्हाना उपमा अरोड़ा ने प्रदर्शनकारियों को यह आश्वासन दिया है कि संबंधित ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी तथा इससे शमशान घाट में मिटटी डलवाकर जमीन को समतल कराया जाएगा। इस आश्वासन के बाद बघेल समाज का यह विरोध धरना उठा लिया गया।
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