झुंझुनूं जिले के सैनिक स्कूल में बच्चो से कुकर्म का मामला अभी सुलझा भी नहीं था की स्कूल के कर्मचारी सूबेदार मेजर कमल सिंह झाझडिया ने कर ली खुदकुशी । झुंझुनूं सैनिक स्कूल एक बार फिर सुर्खियों में ।
स्कूल प्रशासन की सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को पंखे से उतरवाकर रात क़रीब ११ बजे बीडीके हस्पताल झुंझुनूं की मोर्चरी में रखवाया है । सूचना के बाद झुंझुनूं एसपी गौरव यादव, डीएसपी लोकेंद्र दादरवाल व सदर थाना एसएचओ भंवर लाल मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की ।
पुलिस को मौके से मिला है सुसाइड नोट । आपको बतादे की कुछ दिन पहले ही एक शिक्षक द्वारा दर्जनभर बच्चों से कुकर्म के मामले को लेकर भी है सुर्खियों में रहा है दोरासर में स्थित है झुंझुनूं जिले का यही सैनिक स्कूल ।
कुकर्म का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था की सैनिक स्कूल में कार्यरत लिपिक ने फंदा लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली है । म्रतक की पहचान कमल सिंह 51 वर्षीय निवासी हांसलसर के रूप में हुई है ।
कमल सिंह झाझडिया निवासी हांसलसर सूबेदार मेजर के पद से रिटायर्ड थे व वर्तमान में दोरासर स्थित सैनिक स्कूल में लिपिक के पद पर कार्यरत थे । जब से दोरासर में सैनिक स्कूल संचालित हुआ है तभी से यही पर कार्यरत था ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुसाइड नोट में सैनिक स्कूल के कई राज खुलने की संभावनाए है ।
बताया तो ये भी जा रहा है कि सुसाइड नोट में यह भी लिखा था कि वह अपनी बातें मीडिया के साथ भी साझा करना चाह रहा था परंतु प्रिंसीपल और उसके एक सहायक कर्मचारी ने उस पर दबाव बना रखा था । यदि मामला 12 बच्चों के साथ कुकर्म से जुड़ा हुआ है तो वास्तव में स्कूल में बड़े खेल से इंकार नहीं किया जा सकता । वहीं स्कूल की साख पर भी सवाल उठना लाजमी है ।
बताया जा रहा है कि सैनिक स्कूल के प्रिंसिपल और सहायक कर्मचारी ने मृतक पर बना रखा था किसी बात को लेकर दबाव । प्रथम दृष्टया आत्महत्या करने के पीछे स्टाफ के द्वारा परेशान करना सामने आया है ।
मामला 12 बच्चो के कुकर्म से जुड़े होने की संभावना से भी हो सकता है ।
झुंझुनूं सदर थाना के अंतर्गत आता है मामला इसलिए सदर थाना पुलिस कर रही है मामले की जाँच । पूरी स्थिति जाँच के बाद ही साफ हो पायेगी ।
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