दिल्ली में भाजपा बनाएगी सरकार: गृह मंत्री अनिल विज, इनेलो के विधायक अभय चैटाला पर साधा सियासी निशाना

बोले : अपने राज में एसवाईएल की एक भी बूंद नहीं लाए, शम्भू बैरियर पर उल्टी कस्सी चलाकर लौट आए 
पुलिस का तंत्र मजबूत करने के लिए 80 गाड़ियां खरीद रही मनोहर सरकार 
बाहर की दवाएं लिखने वाले सरकारी डाक्टरों की खैर नहीं, रेवाड़ी में भी छापे पड़ेंगे 
धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी। 
रेवाड़ी फोटो 6 : गृह मंत्री अनिल विज। 
हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार में कभी मुख्यमंत्री मनोहर लाल और कभी विपक्ष पर सियासी वार करके चर्चाओं में रहने वाले गब्बर यानी मनोहर सरकार -2 के गृहमंत्री अनिल विज देर शाम रेवाड़ी के नाई वाली चैक स्थित सरकारी विश्राम गृह में कुछ वक्त के लिए रूके। खास बात यह है कि मंत्री विज के आगमन की पूर्व सूचना मिल जाने पर रेवाड़ी से भाजपा के पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास और कुछ अन्य पदाधिकारी वहां पहुंच गए। उनकी बेहद खुशनुमा माहौल में मंत्री अनिल विज से बातें हुई और दोनों नेता आपस में गले भी मिले। 
जानकारी के मुताबिक इन दोनों के बीच अधिक बातचीत तो नहीं हो पाई क्योंकि पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास को गृहमंत्री के रेवाड़ी में ठहराव की जानकारी अचानक मिली और वे यहां पहुंच गए। खास बात यह है कि भाजपा संगठन भी विज के इस दौरे और रेवाड़ी में ठहराव से अनभिज्ञ रहा। करीब 7 मिनट के बाद मंत्री अनिल विज अपनी अगली मंजिल के लिए रवाना हो गए। उधर विज के रेवाड़ी में पहुंचने की सूचना मिलते ही स्थानीय मीडिया कर्मी सेंड पाइपर सरकारी विश्राम गृह में पहुंचना शुरू हो गए। चलते वक्त पत्रकारों के सवालों के गृहमंत्री विज ने जवाब भी दिए। 
मंत्री विज ने इनेलो नेता अभय सिंह चैटाला को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वे अपने राज में एसवाईएल का पानी लाने की बात करते थे मगर एक बंूद नहीं लेकर आए। उन्होंने अभय पर तंज कसते हुए कहा कि उल्टे शम्भू बैरियर पर उल्टी कस्सी चलाकर लौट आए। विज ने कहा कि हम कोर्ट में एसवाईएल का केस लड़ रहे हैं और जीते हैं और हमें पूरा भरोसा है कि हमारी सरकार में एसवाईएल का पानी आएगा। विज ने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल तक गांधी के नाम पर राजनीति की लेकिन उनके स्वच्छता के संदेश को वह भूल गई। जामिया में हुई हिंसा पर मंत्री विज ने कहा कि हिंसा को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वे जामिया में हो या फिर शाहीन बाग में। 
उन्होंने यहां तक कह दिया कि शाहीन बाग, जामिया और टुकड़े-टुकड़े गैंग एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और विपक्षी पार्टियां देश की एकता एवं अखंडता को तोड़ रही हैं। मनेठी एम्स के निर्माण को लेकर उन्होंने सरकार ने इसके लिए पंचायत की जो जमीन ली थी, वह वन विभाग की निकल आई। सरकार ने पोर्टल पर जमीन मांगी है। किसानों से जमीन खरीदकर इसे बनाया जाएगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार के भंडार दवाओं से भरे हुए हैं और जो सरकारी डाक्टर बाहर की दवाएं लिखेगा, उसे बक्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस विभाग को मजबूत करने के लिए सरकार की ओर से 80 नई गाड़ियां खरीदे जाने का संकेत भी किया। विज ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनने और केंद्रीय बजट में हरियाणा को समुचित हिस्सा मिलने की बात भी कही। 
बता दें कि गृहमंत्री अनिल विज रेवाड़ी के रास्ते पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा की भतीजी के महेंद्रगढ़ में आयोजित विवाह समारोह में शामिल होने के लिए जींद के रास्ते रेवाड़ी होते हुए शादी वाली जगह के लिए निकले थे। बीच राह में उन्होंने रेवाड़ी के नाईवाली चैक स्थित सैंड पाइपर सरकारी विश्राम गृह में कुछ वक्त के लिए ठहराव लिया। उधर विश्राम गृह से बाहर निकलते वक्त उनके संग रेवाड़ी से भाजपा के पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास भी खुशनुमा मुद्रा में मुस्कराहट बिखेरते दिखाई दिए। 
इस मुलाकात के दौरान गृहमंत्री अनिल विज और पूर्व विधायक कापड़ीवास में रेवाड़ी की राजनीति को लेकर कोई चर्चा हुई या नहीं, इस बात की पुख्ता जानकारी तो खबर लिखे जाने तक नहीं मिली है लेकिन विज का रेवाड़ी में अचानक रूकना और पूर्व विधायक रणधीर कापड़ीवास से उनकी मुलाकात, बेशक चाहे वह शिष्टाचारिक हो, के अहीरवाल की राजनीति को लेकर कई मायने निकाले जा रहे हैं। बता दें कि बीते साल नवंबर माह में हुए हरियाणा विधानसभा के आम चुनाव में पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास ने भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था 
और भाजपा की ओर से इस सीट पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थक माने जाने वाले सुनील यादव मूसेपुर ने पहली बार राजनीति और विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई थी मगर भाजपा को इस सीट पर हार का मुंह देखना पड़ा और कांग्रेस के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के पुत्र चिरंजीव राव अपने दादा, पिता की परम्परा पर चलते हुए अपना पहला विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब हो गए थे। 
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धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी। 

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