डा.एल.एन.वैष्णव
दमोह : नागरिकता संशोधन अधिनियम के मामले में कुछ तथाकथित राजनैतिक दलों एवं लोगों द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है जबकि इसमें किसी की भी नागरिकता छीनने का अधिकार नहीं है यह बात दमोह संसदीय क्षेत्र के सांसद तथा भारत सरकार के केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कही। श्री पटेल स्थानीय तहसील ग्राउंड के विशाल परिसर में उपस्थित हजारों लोगों को संबोधित कर रहे थे। ज्ञात हो कि नागरिक अधिकार मंच द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएए का समर्थन करने के लिये एक विशाल जनसभा एवं रैली का आयोजन किया गया था। श्री पटेल ने कहा कि 1955 मेें यह अधिनियम बना था भारत सरकार ने तो इसमें संशोधन किया है पूर्व में 11 बर्ष तक लगातार रहने वालों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान था अब इसको घटाकर 5 बर्ष कर दिया गया है। उन्होने कहा कि भारत का बटवारा धार्मिक आधार पर हुआ था और पाकिस्तान बना जबकि भारत पूर्णतःधर्म निरपेक्ष देश है यहां पर सभी को अपनी- अपनी उपासना पद्धति के अनुसार रहने के अधिकार दिये हुये है। 1947 में महात्मा गांधी ने जो कहा था उसका पालन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है।
उन्होने महात्मा गांधी की बात को अमली जामा पहना दिया तो क्या गलत किया है। श्री पटेल ने इस बात का उल्लेख करते हुये कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दु अल्पसंख्यक यहां आ सकते हैं उनके रहने और नागरिकता,रोजगार की व्यवस्था करने के लिये भारत सरकार को तैयार रहना चाहिये। अगर इसी बात को पूरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिया तो इसमें कांग्रेस को विरोध क्यों करना चाहिये। नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करना महात्मा गांधी का अपमान है। श्री पटेल ने कहा कि स्वयं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद में इस विषय को उठाते हुये तत्कालीन प्रधानमंत्री पं.अटल बिहारी बाजपेयी एवं गृहमंत्री लालकृष्ण अडवाणी से नागरिकता संशोधन अधिनियम की मांग की थी।
विरोधियों से प्रश्न-
उन्होने कहा कि विरोध करने वाले यह क्यों नहीं बताते कि बटवारे के समय पाकिस्तान में 23 प्रतिशत अल्पसंख्यक( हिन्दु,बौद्ध,सिक्ख,पारसी,ईसाई आदि थे ) जिनकी संख्या वर्तमान में घटकर आखिर 3.7 प्रतिशत कैसे रह गयी। वहीं बंगलादेश में 22 प्रति.से 7.8 प्रति.कैसे रह गयी। जबकि भारत में मुस्लिम देश के बटवारे के समय 9.8 था जो अब 14 प्रति.से ज्यादा है भारत में किसी भी धर्म के लोगों को प्रताडित नहीं किया जाता है। नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर भ्रम फैलाने वालों से मेरा प्रश्न है कि बटवारे के बाद वहां के अल्पसंख्यकों को क्या आसमान खा गया या जमीन निगल गयी इस बात का जबाब दें। उन्होने कहा कि यहां पर या तो अल्प संख्यकों को मार दिया गया या फिर जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। श्री पटेल ने कहा कि जो लोग मुसलमानों को भ्रमित कर रहे हैं वह उनके हितेषी नहीं है वह उनको बरगला के डराके मुख्य धारा में आने से रोकने वाले है। एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं अन्य कांग्रेस शासित के मुख्यमंत्रियों का अधिनियम का विरोध करना संवैधानिक नहीं है वह तो अपनी अपनी रोटियां सेंक रहे हैं।
मुसलमानों को भी नागरिकता देने का प्रावधान और दी भी है-
पूर्व वित्त मंत्री जयंत कुमार मलैया ने कहा कि श्री मलैया ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत के इस अधिनियम में किसी की नागरिकता को छीनने नहीं अपितु देने का प्रावधान है। उन्होने कहा कि शरणार्थियों एवं घुस पैठियों में फर्क है। श्री मलैया ने कहा कि पूरे अधिनियम में एक जगह भी मुसलमानों के विरोध की बात हो ढूंड कर बतायें सिर्फ कोरा भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार में पिछले 05 बर्षो मंे 566 मुसलमानों को भारत की नागरिकता दी गयी है।अदनाम सामी जैसे अनेक लोग भारत में नागरिकता मिलने पर गौरव का अनुभव कर रहे हैं।
हमने माना,तुमने माना कानून बन गया सीएए-
नगर के प्रमुख मार्गो से होकर एक विशाल रैली आयोजन स्थल से होकर निकाली गयी जो लगभग 3 किलोमीटर तय करते हुये वापिस पहुंची। सम्पूर्ण मार्ग में वंदे मातरम एवं भारत माता के जयकारे लगते रहे। वहीं प्रहलाद पटेल एक अलग ही रूप में नजर आये जो नेत्त्व करते हुये जमकर नारे लगा एवं लगवा रहे थे। हमने माना तुमने माना,सीएए कानून बन गया सीएए, कानून की रक्षा कौन करेगा? हम करेंगे हम करेंगे जहां बलिदान हुये मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है के नारों से प्रहलाद पटेल एवं साथ चल रहे लोगो ंने गलियों को गुंजायमान कर दियां। इस अवसर पर सिक्ख,ईसाई,मुस्लिम,हिन्दु,भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी,कार्यकर्ता,विभिन्न सामाजिक,धार्मिक संगठनों के हजारों राष्ट्रभक्तों की उपस्थिति रही।
दमोह : नागरिकता संशोधन अधिनियम के मामले में कुछ तथाकथित राजनैतिक दलों एवं लोगों द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है जबकि इसमें किसी की भी नागरिकता छीनने का अधिकार नहीं है यह बात दमोह संसदीय क्षेत्र के सांसद तथा भारत सरकार के केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कही। श्री पटेल स्थानीय तहसील ग्राउंड के विशाल परिसर में उपस्थित हजारों लोगों को संबोधित कर रहे थे। ज्ञात हो कि नागरिक अधिकार मंच द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएए का समर्थन करने के लिये एक विशाल जनसभा एवं रैली का आयोजन किया गया था। श्री पटेल ने कहा कि 1955 मेें यह अधिनियम बना था भारत सरकार ने तो इसमें संशोधन किया है पूर्व में 11 बर्ष तक लगातार रहने वालों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान था अब इसको घटाकर 5 बर्ष कर दिया गया है। उन्होने कहा कि भारत का बटवारा धार्मिक आधार पर हुआ था और पाकिस्तान बना जबकि भारत पूर्णतःधर्म निरपेक्ष देश है यहां पर सभी को अपनी- अपनी उपासना पद्धति के अनुसार रहने के अधिकार दिये हुये है। 1947 में महात्मा गांधी ने जो कहा था उसका पालन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है।
उन्होने महात्मा गांधी की बात को अमली जामा पहना दिया तो क्या गलत किया है। श्री पटेल ने इस बात का उल्लेख करते हुये कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दु अल्पसंख्यक यहां आ सकते हैं उनके रहने और नागरिकता,रोजगार की व्यवस्था करने के लिये भारत सरकार को तैयार रहना चाहिये। अगर इसी बात को पूरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिया तो इसमें कांग्रेस को विरोध क्यों करना चाहिये। नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करना महात्मा गांधी का अपमान है। श्री पटेल ने कहा कि स्वयं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद में इस विषय को उठाते हुये तत्कालीन प्रधानमंत्री पं.अटल बिहारी बाजपेयी एवं गृहमंत्री लालकृष्ण अडवाणी से नागरिकता संशोधन अधिनियम की मांग की थी।
विरोधियों से प्रश्न-
उन्होने कहा कि विरोध करने वाले यह क्यों नहीं बताते कि बटवारे के समय पाकिस्तान में 23 प्रतिशत अल्पसंख्यक( हिन्दु,बौद्ध,सिक्ख,पारसी,ईसाई आदि थे ) जिनकी संख्या वर्तमान में घटकर आखिर 3.7 प्रतिशत कैसे रह गयी। वहीं बंगलादेश में 22 प्रति.से 7.8 प्रति.कैसे रह गयी। जबकि भारत में मुस्लिम देश के बटवारे के समय 9.8 था जो अब 14 प्रति.से ज्यादा है भारत में किसी भी धर्म के लोगों को प्रताडित नहीं किया जाता है। नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर भ्रम फैलाने वालों से मेरा प्रश्न है कि बटवारे के बाद वहां के अल्पसंख्यकों को क्या आसमान खा गया या जमीन निगल गयी इस बात का जबाब दें। उन्होने कहा कि यहां पर या तो अल्प संख्यकों को मार दिया गया या फिर जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। श्री पटेल ने कहा कि जो लोग मुसलमानों को भ्रमित कर रहे हैं वह उनके हितेषी नहीं है वह उनको बरगला के डराके मुख्य धारा में आने से रोकने वाले है। एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं अन्य कांग्रेस शासित के मुख्यमंत्रियों का अधिनियम का विरोध करना संवैधानिक नहीं है वह तो अपनी अपनी रोटियां सेंक रहे हैं।
मुसलमानों को भी नागरिकता देने का प्रावधान और दी भी है-
पूर्व वित्त मंत्री जयंत कुमार मलैया ने कहा कि श्री मलैया ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत के इस अधिनियम में किसी की नागरिकता को छीनने नहीं अपितु देने का प्रावधान है। उन्होने कहा कि शरणार्थियों एवं घुस पैठियों में फर्क है। श्री मलैया ने कहा कि पूरे अधिनियम में एक जगह भी मुसलमानों के विरोध की बात हो ढूंड कर बतायें सिर्फ कोरा भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार में पिछले 05 बर्षो मंे 566 मुसलमानों को भारत की नागरिकता दी गयी है।अदनाम सामी जैसे अनेक लोग भारत में नागरिकता मिलने पर गौरव का अनुभव कर रहे हैं।
हमने माना,तुमने माना कानून बन गया सीएए-
नगर के प्रमुख मार्गो से होकर एक विशाल रैली आयोजन स्थल से होकर निकाली गयी जो लगभग 3 किलोमीटर तय करते हुये वापिस पहुंची। सम्पूर्ण मार्ग में वंदे मातरम एवं भारत माता के जयकारे लगते रहे। वहीं प्रहलाद पटेल एक अलग ही रूप में नजर आये जो नेत्त्व करते हुये जमकर नारे लगा एवं लगवा रहे थे। हमने माना तुमने माना,सीएए कानून बन गया सीएए, कानून की रक्षा कौन करेगा? हम करेंगे हम करेंगे जहां बलिदान हुये मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है के नारों से प्रहलाद पटेल एवं साथ चल रहे लोगो ंने गलियों को गुंजायमान कर दियां। इस अवसर पर सिक्ख,ईसाई,मुस्लिम,हिन्दु,भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी,कार्यकर्ता,विभिन्न सामाजिक,धार्मिक संगठनों के हजारों राष्ट्रभक्तों की उपस्थिति रही।
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