गुरुग्राम:टीम अजेयभारत: गत दिनों सेक्टर-4 में स्थित सी.सी.ए. स्कूल में, सुमित मार्शल आर्टस् अकादमी के अध्यक्ष श्री सुमित जी को निर्भया अवार्ड 2020 से सम्मानित किया गया। बुलंद आवाज़ वेलफेयर सोसाइटी व सुरुचि साहित्य कला परिवार के संयुक्त तत्वाधान में महिला सशक्तीकरण-एक आवश्यकता ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया। महिला सशक्तिकरण के विषय में सुमित जी ने बताया कि महिला सशक्तिकरण के बिना मानवता का विकास अधूरा है। चाहे खेल कूद हो अथवा अंतरिक्ष विज्ञान, हमारे देश की महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। वे कदम से कदम मिला कर आगे बढ़ रही हैं और अपनी उपलब्धियों से देश का गौरव बढ़ा रही हैं।
उन्होंने कहा कि वैसे अब ये मुद्दा Women Development का नहीं रह गया, बल्कि Women-Led Development का है। जब कई कार्य एक समय पर करने की बात आती है तो महिलाओं को कोई नहीं पछाड़ सकता। यह उनकी शक्ति है और हमें इस पर गर्व होना चाहिए। महिला सशक्तिकरण के विषय में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आइये हम सभी लड़कियों के जन्म होने पर खुशियां मनाएं। हमें अपनी बेटियों पर समान रूप से गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं आपसे आग्रह करता हूं कि बेटी के पैदा होने पर पांच पौधे लगाकर खुशियां मनाएं। सुमित जी ने खेल के क्षेत्र में बहुत ही अहम योगदान निभाया है। वह मार्शल आर्टस् के प्रशिक्षक हैं और गरीब विद्यार्थियों को निःशुल्क आत्म रक्षा प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ आंदोलन तेज गति से आगे बढ़ रहा है। आज यह सिर्फ सरकारी कार्यक्रम नहीं रहा है, यह एक सामाजिक संवेदना का, लोक शिक्षा का अभियान बन गया है। सुमित जी ने बताया कि महिला - वो शक्ति है, सशक्त है, वो भारत की नारी है, न ज्यादा में, न कम में, वो सब में बराबर की अधिकारी है। मानवता की प्रगति महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना अधूरी है। उन्होंने कहा कि आज यह मुद्दा महिलाओं के विकास का नहीं, बल्कि महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का है। हमें समाज में ही नहीं, बल्कि परिवार के भीतर भी महिलाओं और पुरुषों के बीच भेदभाव को रोकना होगा। महिलाओं को खुद से जुड़े फैसले लेने की स्वतंत्रता होनी चाहिए - सही मायने में हम तभी नारी सशक्तिकरण को सार्थक कर सकते हैं। नारी सशक्तिकरण में आर्थिक स्वतंत्रता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
चाहे वो शोध से जुड़ी गतिविधियां हों या फिर शिक्षा क्षेत्र, महिलाएं काफी अच्छा काम कर रही हैं। कृषि के क्षेत्र में भी महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक महिला में उद्यमिता के गुण और मूल्य होते हैं। यदि वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र हों तो महिलाएं निर्णय प्रक्रिया में बड़ी भूमिका अदा कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी कहते थे कि, जब नारी शिक्षित होती है तो दो परिवार शिक्षित होते हैं। परंतु, सुमित जी ने कहा कि मैं इसमें यह जोड़ना चाह़ूंगा कि जब हम नारी को शिक्षित करते हैं तो न केवल दो परिवारों बल्कि दो पीढ़ियों को शिक्षित करते हैं।
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में सेल्फी विद डॉटर फ़ाउंडेशन के संस्थापक श्री सुनील जागलान जी, ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथि के रूप में द अर्थ सेवीयर फ़ाउंडेशन के संस्थापक, श्री रवि कालरा जी, एवं वॉर्ड नंबर-15 से पार्षद श्रीमती सीमा पहुजा जी, सी.सी.ए. स्कूल की प्राचार्य श्रीमती निर्मल यादव जी एवं श्री महिंद्र यादव जी, डॉ धनी राम अग्रवाल जी, डॉ स्वाति सिंधु जी, श्रीमती वीना गुप्ता जी व श्रीमती मनीषा कौशिक जी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित करके की गयी। सुमित मार्शल आर्टस् अकादमी के खिलाड़ियों ने लोगों को आत्म रक्षा के गुण सिखाए। कार्यक्रम में 300 से ज्यादा लोगों व बच्चों ने शिरकत की।
सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती ज्योति गुप्ता जी, श्री सुनील सैनी जी, श्री मोहित टंडन जी, श्री सोनू साहू जी व बुलंद आवाज़ वेलफेयर सोसाइटी के युवा अध्यक्ष श्री शुभम राजपूत जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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