गधे की बारात नाटक के जरिए मचाई भौंडसी में धूम


सपतक कल्चरल सोसायटी के कलाकारों ने जीता दर्शकों का दिल

भौंडसी: 38वीं अखिल भारतीय घुड़सवारी प्रतियोगिता के आयोजन के अवसर पर कल शाम रोहतक की सपतक कल्चरल सोसायटी के कलाकारों ने अपने कला से देश भर से आयी टीमों के प्रतिभागी दर्शकों का दिल जीत लिया नाटक गधे की बारात के माध्यम से उनकी कला पर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र भौंडसी का सभागार तालियों से गूंजता रहा। इस असवर पर इंडियन रिर्जव बटालिय के महानिरीक्षक डा. हनीफ कुरैशी, उप महानिरीक्षक बी सतीश बालन और पुलिस प्रशिक्षण केंद्र भौंडसी के उप महानिरीक्ष ओपी नरवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। नाटक कार हरीभाई वडगोनकर द्वारा लिखित इस नाटक का निर्देशन प्रसिद्ध रंगकर्मी विश्वदीप त्रिखा ने किया।

नाटक मंनोरजन के साथ-साथ दर्शकों के चिंतन करने पर भी मजबूर करता है। कसे हुए संवादों के साथ पात्र दर्शकों को हंसाते भी हैं ओर सरकारी तंत्र पर कटाक्ष भी करते हैं। नाटक में प्रमुख भूमिकाएं हरीश गेरा, पारुल  आहूजा, सुरेंद्र कुमार, शक्ति सरोवर त्रिखा, अवनीश सैनी, रवि नाटक, मानसी मिगलानी, तरुणप्रताप त्रिखा, रिंकी बत्रा, मेहक कथूरिया ने किया। अनिल शर्मा ने मेकअप, गुलाब सिंह ने गायन और नगाड़े पर सुभाष ने नाटक में योगदान की।

डा. हनीफ कुरैशी ने कलाकारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कलाकार समाज में सवेदनशील तो जीवित रखने का कार्य करता है। कला इंसान को इंसान बनाने में सहायता करती है। नाटक एक सशक्त माध्यम है। इसके जरिए हम किसी मुश्किल बात को भी आसानी से समझ ओैर समझा सकते हैं। उन्होंने सभी कलाकारों का स्वागत और आभार व्यक्ति किया।

फोटो = भौंडसी पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के सभागार में नाटक गधे की बारात के मंचन के अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक डा. हनीफ कुरैशी, डीआईजी बी सतीश बालन डीआईजी ओपी नरवाल कलाकारेां के साथ।



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