गुरुग्राम :टीम अजेयभारत : मिलेनियम सिटी के स्कूल छात्रों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं हैं। इसके कारण स्वास्थ्य विभाग से सेनिटेशन प्रमाण पत्र नहीं ले रहे हैं। जिसमें शहर के काफी मात्रा में नामी स्कूल भी शामिल हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग से हर साल सेनिटेशन प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होता है। आंकड़ों के के मुताबिक 2019 में मात्र 134 स्कूलों ने सेनिटेशन प्रमाण पत्र लिया हुआ है जबकि सिटी में हजारो की संख्या में स्कूल चलते है जिनमे आपके लाडले जाते है ।
हर साल नहीं कराते नवीनीकरण
कई स्कूल प्रमाण पत्र लेने के बाद उन्हें हर साल नवीनीकरण नहीं कराते हैं। जिसका खुलासा पहले लगाई गयी RTI में भी हुआ है,स्वास्थ्य विभाग के दवाब में कुछ स्कूल संचालक चालाकी दिखते है और साल छोड़-छोड़कर सेनिटेशन प्रमाण पत्र लेते हैं।
आरटीआई से हुआ खुलासा
निजी स्कूलों के सेनिटेशन को लेकर लापरवाह होने का खुलासा आरटीआई से हुआ है। बादशाहपुर निवासी मोहित खटाना ने 14 नवंबर 2019 को स्वास्थ्य विभाग में आरटीआई दाखिल की। जिसमें शहर के स्कूलों की तरफ से लिए गए सेनिटेशन प्रमाण पत्र की जानकारी मांगी गयी थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जो जानकारी उपलब्ध करायी गयी है। जिसमें खुलासा हुआ है कि सिटी के बड़े से लेकर छोटे छोटे स्कूल सेनिटेशन सर्टिफिकेट को लेकर गंभीर नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की सुस्ती भी कंही न कंही इसका एक बड़ा कारण है क्योंकि स्वास्थय विभाग ऐसे स्कूलों पर कोई कड़ी कार्यवाही नहीं करता है और ये स्कूल खुलकर नियमो की धज्जिया उड़ाने में लगे हुए है
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-निजी स्कूल पढ़ाई के नाम पर अभिभावकों से लाखों रुपये वसूलते हैं। लेकिन बच्चो के स्वास्थ्य को लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। इसका खुलासा करने के लिए आरटीआई लगायी थी। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दिए गए जवाब में निजी स्कूलों की लापरवाही सामने आ गई है। शहर में ऐसे स्कूल भरे पड़े है एक बार भी सेनिटेशन प्रमाण पत्र नहीं लिया है।
-मोहित खटाना, आरटीआई कार्यकर्ता
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