Team Ajeybharat:Noida
हरियाणा के जाने-माने रंगकर्मी और सप्तक नाट्य ग्रुप के अध्यक्ष विश्वदीपक त्रिखा को नाटक के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए प्रतिष्ठित 'भीष्म साहनी अवार्ड' से सम्मानित किया गया है। 'बेस्ट थिएटर प्रमोटर' अवार्ड सहित अनेक सम्मानों से नवाजे जा चुके त्रिखा को यह अवार्ड तीसरे नोएडा रंग महोत्सव में ड्रामाटरजी थिएटर ग्रुप द्वारा प्रदान किया गया है। सप्तक के महासचिव अविनाश सैनी ने बताया कि चर्चित नाटककार सुनील चौहान के नेतृत्व में काम करने वाली ड्रामाटरजी दिल्ली की प्रतिष्ठित एवं बेहद सक्रिय रंग संस्था है। यह संस्था हर वर्ष नाटक के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वाले तीन कलाकारों को भीष्म साहनी अवार्ड, महेंद्र मेवाती अवार्ड और जोहरा सहगल अवार्ड देती है।
विश्वदीपक त्रिखा को मिले भीष्म साहनी अवार्ड के साथ-साथ इस बार का महेंद्र मेवाती अवार्ड दिल्ली के वरिष्ठ रंगकर्मी और फिल्म अभिनेता सुरेंदर सागर को और जोहरा सहगल अवार्ड आकाशवाणी दिल्ली में नाट्य विभाग की प्रभारी प्रोड्यूसर काजल सूरी को दिया गया है।
उन्होंने बताया कि 45 वर्षों से नाटक की दुनिया में सक्रिय विश्वदीपक त्रिखा ने हरियाणा में रंगमंच के लिए अनुकूल माहौल बनाने और यहां के रंगकर्मियों को मंच एवं अवसर प्रदान करने की दिशा में बड़ा काम किया है। 2009 से 2014 तक मल्टी आर्ट एंड कल्चर सेन्टर कुरुक्षेत्र के प्रभारी निदेशक के तौर पर उन्होंने हरियाणा और देशभर के कलाकारों के बीच पुल का काम किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के कस्बों तक में देश के प्रसिद्ध नाटककारों द्वारा निर्देशित नाटकों की प्रस्तुतियां करवाईं और यहां की नाट्य मण्डलियों को बड़े-बड़े मंचों पर नाटक करने का मौका दिया। उन्होंने रोहतक और गुरुग्राम में साप्ताहिक रंगमंच की परंपरा शुरू की और अनेक रंगमहोत्सवों का आयोजन करवाया। गौरतलब है कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली द्वारा आयोजित भारत रंग महोत्सव की 'नाट्य-चयन समिति' और उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, इलाहाबाद की कार्यकारिणी के सदस्य रहे त्रिखा ने प्रतिवर्ष दो रंगकर्मियों को नाट्यश्री अवार्ड देने की शुरुआत भी अपनी संस्था के माध्यम से की है। उनके द्वारा निर्देशित नाटक गधे की बारात के पाकिस्तान सहित देश के विभिन्न प्रदेशों में 308 शो हो चुके हैं।
भीष्म साहनी अवार्ड मिलने पर हरीश गेरा, डॉ. आनंद शर्मा, कृष्ण नाटक, पारुल आहूजा, सुजाता रोहिल्ला, डॉ. सुरेंदर शर्मा, अंजवी हुड्डा, अरुण शर्मा, रिंकी बतरा, शक्ति सरोवर, महक कथूरिया, मानसी, अनिल सहित अनेक नाट्यकर्मियों और संस्कृति प्रेमियों ने त्रिखा को बधाई दी है।
हरियाणा के जाने-माने रंगकर्मी और सप्तक नाट्य ग्रुप के अध्यक्ष विश्वदीपक त्रिखा को नाटक के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए प्रतिष्ठित 'भीष्म साहनी अवार्ड' से सम्मानित किया गया है। 'बेस्ट थिएटर प्रमोटर' अवार्ड सहित अनेक सम्मानों से नवाजे जा चुके त्रिखा को यह अवार्ड तीसरे नोएडा रंग महोत्सव में ड्रामाटरजी थिएटर ग्रुप द्वारा प्रदान किया गया है। सप्तक के महासचिव अविनाश सैनी ने बताया कि चर्चित नाटककार सुनील चौहान के नेतृत्व में काम करने वाली ड्रामाटरजी दिल्ली की प्रतिष्ठित एवं बेहद सक्रिय रंग संस्था है। यह संस्था हर वर्ष नाटक के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वाले तीन कलाकारों को भीष्म साहनी अवार्ड, महेंद्र मेवाती अवार्ड और जोहरा सहगल अवार्ड देती है।
विश्वदीपक त्रिखा को मिले भीष्म साहनी अवार्ड के साथ-साथ इस बार का महेंद्र मेवाती अवार्ड दिल्ली के वरिष्ठ रंगकर्मी और फिल्म अभिनेता सुरेंदर सागर को और जोहरा सहगल अवार्ड आकाशवाणी दिल्ली में नाट्य विभाग की प्रभारी प्रोड्यूसर काजल सूरी को दिया गया है।
उन्होंने बताया कि 45 वर्षों से नाटक की दुनिया में सक्रिय विश्वदीपक त्रिखा ने हरियाणा में रंगमंच के लिए अनुकूल माहौल बनाने और यहां के रंगकर्मियों को मंच एवं अवसर प्रदान करने की दिशा में बड़ा काम किया है। 2009 से 2014 तक मल्टी आर्ट एंड कल्चर सेन्टर कुरुक्षेत्र के प्रभारी निदेशक के तौर पर उन्होंने हरियाणा और देशभर के कलाकारों के बीच पुल का काम किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के कस्बों तक में देश के प्रसिद्ध नाटककारों द्वारा निर्देशित नाटकों की प्रस्तुतियां करवाईं और यहां की नाट्य मण्डलियों को बड़े-बड़े मंचों पर नाटक करने का मौका दिया। उन्होंने रोहतक और गुरुग्राम में साप्ताहिक रंगमंच की परंपरा शुरू की और अनेक रंगमहोत्सवों का आयोजन करवाया। गौरतलब है कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली द्वारा आयोजित भारत रंग महोत्सव की 'नाट्य-चयन समिति' और उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, इलाहाबाद की कार्यकारिणी के सदस्य रहे त्रिखा ने प्रतिवर्ष दो रंगकर्मियों को नाट्यश्री अवार्ड देने की शुरुआत भी अपनी संस्था के माध्यम से की है। उनके द्वारा निर्देशित नाटक गधे की बारात के पाकिस्तान सहित देश के विभिन्न प्रदेशों में 308 शो हो चुके हैं।
भीष्म साहनी अवार्ड मिलने पर हरीश गेरा, डॉ. आनंद शर्मा, कृष्ण नाटक, पारुल आहूजा, सुजाता रोहिल्ला, डॉ. सुरेंदर शर्मा, अंजवी हुड्डा, अरुण शर्मा, रिंकी बतरा, शक्ति सरोवर, महक कथूरिया, मानसी, अनिल सहित अनेक नाट्यकर्मियों और संस्कृति प्रेमियों ने त्रिखा को बधाई दी है।
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