ब्यावर के ज्योतिषी दिलीप नाहटा को मिला " नास्त्रेदमस " अवार्ड

कुरुक्षेत्र:टीम अजेयभारत:



कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर के मेडिटेशन हॉल में " पंच तत्व स्पिरिचुअल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट " की ओर से आयोजित ज्योतिष सम्मेलन में ब्यावर के ज्योतिषी एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा की 2019 में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की 80 भविष्यवाणियां सत्य साबित होने पर नाहटा को यह सम्मान ट्रस्ट की अध्यक्ष मीना कुमारी जी एवं टीवी सेलेब्रिटीज एस्ट्रोलॉजर जी.डी.वशिष्ठ जी ने नाहटा को " नास्त्रेदमस अवार्ड " से सम्मानित किया है , इसके अलावा विश्व की पहली पोर्टेबल साइंटिस्ट हस्तरेखा मशीन बनाने पर नाहटा को " बेस्ट पालमिस्ट ऑफ राजस्थान " का अवार्ड भी दिया गया है , गौरतलब है कि 400 साल पहले  नास्त्रेदमस फ्रांस के एक बहुत बड़े ज्योतिषी हुए है , जिनकी आज तक कई बड़ी-बड़ी भविष्यवाणीयां सटीक साबित हो चुकी है ,

ज्ञात रहे कि राजस्थान में अजमेर जिले में स्थित ब्यावर शहर के एस्ट्रोलॉजर एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ दिलीप नाहटा को भी भारत के उन चुनिंदा ज्योतिषियों में शामिल किया गया है जो पिछले 10 वर्षों के भीतर कई बड़ी-बड़ी भविष्यवाणियां लिख चुके है , ये सभी भविष्यवाणियां सत्य साबित होने से पहले कई न्यूज़ पेपरों में प्रकाशित हो चुकी थी और इस ज्योतिषीय सम्मेलन में राजस्थान में अजमेर जिले में स्थित ब्यावर शहर के ज्योतिषी दिलीप नाहटा की 2019 में ऐतिहासिक ताबड़तोड़ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की 80 भविष्यवाणियां सत्य साबित होने पर भारतवर्ष से एकमात्र ज्योतिषी दिलीप नाहटा को " नास्त्रेदमस अवार्ड " के लिए  चुना गया था । यह अवार्ड ब्यावर शहर के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है ,

नाहटा ने यह अवार्ड अपनी  माताजी श्रीमती कंचन बाई जी नाहटा एवं पिताजी श्रीमान चेतन मल जी नाहटा के चरणो में एवं अपने ईस्ट गुरुवर 1008 आचार्य श्री हस्ती मल जी महाराज साहब के चरणों में ( जिनका पावन-धाम यानी समाधि-स्थल निमाज गांव के बाहर स्थित है , जो ब्यावर से जोधपुर जाते समय बीच रास्ते में पड़ता है , नाहटा का मानना है कि इन्हीं गुरुवर के आशीर्वाद से यह ज्योतिषीय ज्ञान अप्रत्यक्ष रुप से मुझे सीखने को मिला है ) , और इसके अलावा ब्यावर क्लब " जैन सोशल ग्रुप एमराल्ड " के चरणों में एवं संपूर्ण ब्यावर के सभी मित्रों के चरणों में एवं संपूर्ण ब्यावर की जनता के चरणों में एवं संपूर्ण अजमेर जिले की जनता के चरणों में एवं संपूर्ण राजस्थान की जनता के चरणों में एवं संपूर्ण भारत की जनता के चरणों में समर्पित किया है ,

इसके अलावा भारत देश के संपूर्ण  विद्वान ज्योतिषियों के चरणों में भी समर्पित किया है , इसके अलावा जैन होने के नाते जैन धर्म के सभी 24 तीर्थंकरों के चरणों में यानी प्रथम जैन तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव स्वामी जी से लेकर अन्तिम 24 वें जैन तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी जी के चरणों में एवं देशभर के संपूर्ण जैन संप्रदाय एवं संपूर्ण जैन समाज के चरणों में एवं देशभर के संपूर्ण नाहटा परिवार के चरणों में ये अवार्ड समर्पित किया है ।।                                               

नाहटा का मानना है कि इस अवार्ड्स का सम्मान मेरा नहीं है, अपितु सच्चे रूप से ये भारत देश के संपूर्ण विद्वान ज्योतिषियों का एवं भारत देश के संपूर्ण ऋषियों एवं मुनियों जैसे आर्यभट्ट, वराहमिहिर, भृगु ऋषि , ऋषि पराशर , ऋषि अगस्त्य, महावीर, बुद्ध, राम,  कृष्ण, हनुमान, शिव आदि महापुरुषों के द्वारा दिए गए ज्ञान का सम्मान है ।।

 








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