सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार के आदेश की सरेआम धज्जियां उडा रहे अवैध बजरी खनन माफीयां
-रात के अंधेरें के साये मे चन्द्वभागा नदी का सीना कर रहै छलनी
महेंद्र वैष्णव: राजसमंद :आमेट: राज्य मे बजरी खनन पर रोक के सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार के सख्त निदैश के बावजूद आमेट क्षेत्र की मुख्य जीवन दायनी चन्द्र भागा नदी पेटे मे रात के अंधेरें के साये मे चन्द्वभागा नदी की सीना छलनी कर बजरी खनन माफियां धडल्ले से अवैध रूप से बजरी खनन का कारोबार करने में लगे हुए है।
प्राप्तजानकारी अनुसार सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार ने राज्य मे बजरी खनन पर रोक के सख्त निदैश जारी किये हुए है।।इसके बावजूद बजरी खनिज माफियां सुप्रीम कोर्ट व सरकार के आदेश को धत्ता बताते हुए आमेट क्षेत्र की मुख्य एक मात्र जीवन दायनी नदी चन्द्र भागा क्षेत्र के गांगागुडा.केनपुरिया.भीलमगरा. नया खेडा.ढेलाणा.सेलागुडा आमेट आदि क्षेत्र के पेटे से मध्यरात्रि से अल सुबह तक प्रतिदिन बडी संख्या मे टैक्टर टोंलीया भरकर आमेट कस्बे के अलावा आस पास के ग्रामो मे दुगूने दामो मे सप्लाई करने मे लगे हुए है।
खनन माफियाओं द्रारा बैखोफ होकर धडल्ले से किये जा रहे अवैध बजरी खनन का प्रत्यक्ष तोर पर सबूत आमेट नगर व ग्रामीण क्षेत्रों मे अनेक स्थानों पर सरकारी व निजी निर्माण कार्य स्थलो पर देखे जा सकते हे। जबकी खनन विभाग के अधिकारी/कर्मचारी भी भवन निर्माण कार्य स्थलो के समिप से गुजरते रहते है।परन्तु खनन माफीयांओ के खिलाफ कार्यवाही नही करना मिली भगत के संदेह के दायरे मे देखा जा रहा है। सूत्रों ने बताया की आमेट क्षेत्र की जीवन दायनी मुख्य नदी चन्द्वभागा के तट के आस पास करीब छोटे बडे 30 से अधिक कृषि प्रधान गांव बसे है। ओर इन सभी गांवो के किसान चन्द्वभागा नदी के भरोसे ही अपना जीवन व्यापन करते है। नदी पेटे मे लम्बे समय से हो रहे अवैध खनन से आस पास के पानीदार कुंओं मे जल स्तर के घटने से आगामी गर्मी के दिनो में किसानों के समक्ष खेती व मवेशियों के लिए पानी की समस्या बनने लगी है।
-रात के अंधेरें के साये मे चन्द्वभागा नदी का सीना कर रहै छलनी
महेंद्र वैष्णव: राजसमंद :आमेट: राज्य मे बजरी खनन पर रोक के सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार के सख्त निदैश के बावजूद आमेट क्षेत्र की मुख्य जीवन दायनी चन्द्र भागा नदी पेटे मे रात के अंधेरें के साये मे चन्द्वभागा नदी की सीना छलनी कर बजरी खनन माफियां धडल्ले से अवैध रूप से बजरी खनन का कारोबार करने में लगे हुए है।
प्राप्तजानकारी अनुसार सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार ने राज्य मे बजरी खनन पर रोक के सख्त निदैश जारी किये हुए है।।इसके बावजूद बजरी खनिज माफियां सुप्रीम कोर्ट व सरकार के आदेश को धत्ता बताते हुए आमेट क्षेत्र की मुख्य एक मात्र जीवन दायनी नदी चन्द्र भागा क्षेत्र के गांगागुडा.केनपुरिया.भीलमगरा. नया खेडा.ढेलाणा.सेलागुडा आमेट आदि क्षेत्र के पेटे से मध्यरात्रि से अल सुबह तक प्रतिदिन बडी संख्या मे टैक्टर टोंलीया भरकर आमेट कस्बे के अलावा आस पास के ग्रामो मे दुगूने दामो मे सप्लाई करने मे लगे हुए है।
खनन माफियाओं द्रारा बैखोफ होकर धडल्ले से किये जा रहे अवैध बजरी खनन का प्रत्यक्ष तोर पर सबूत आमेट नगर व ग्रामीण क्षेत्रों मे अनेक स्थानों पर सरकारी व निजी निर्माण कार्य स्थलो पर देखे जा सकते हे। जबकी खनन विभाग के अधिकारी/कर्मचारी भी भवन निर्माण कार्य स्थलो के समिप से गुजरते रहते है।परन्तु खनन माफीयांओ के खिलाफ कार्यवाही नही करना मिली भगत के संदेह के दायरे मे देखा जा रहा है। सूत्रों ने बताया की आमेट क्षेत्र की जीवन दायनी मुख्य नदी चन्द्वभागा के तट के आस पास करीब छोटे बडे 30 से अधिक कृषि प्रधान गांव बसे है। ओर इन सभी गांवो के किसान चन्द्वभागा नदी के भरोसे ही अपना जीवन व्यापन करते है। नदी पेटे मे लम्बे समय से हो रहे अवैध खनन से आस पास के पानीदार कुंओं मे जल स्तर के घटने से आगामी गर्मी के दिनो में किसानों के समक्ष खेती व मवेशियों के लिए पानी की समस्या बनने लगी है।
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