मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार का गिरना तय हो गया है, अब क्या होगा पढ़े ये खबर

हर्ष शर्मा:बागपत:
ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार का गिरना तय हो गया है।

सीएम कमलनाथ ने सभी 20 मंत्रियों के इस्तीफे ले लिए, नई कैबिनेट बनाने का फैसला किया

मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं, 2 विधायकों का निधन हो गया था

फिलहाल, कांग्रेस के 114 विधायक थे, इसमें 19 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है

विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में है और बीजेपी के पास पूरा मौका है

मध्य प्रदेश में बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने पाले में करके कांग्रेस सरकार की जड़ें हिला दी हैं। सिंधिया गुट के 20 विधायकों के इस्तीफे के बाद मंगलवार दोपहर में कांग्रेस के और विधायक ने इस्तीफा दे दिया। इसी के साथ यह तय हो गया है कि कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी। कांग्रेस 21 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होते ही विधानसभा की स्ट्रेंथ सिर्फ 207 विधायकों की बचेगी और बहुमत के लिए सिर्फ 104 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होगी।

अभी कैसा है समीकरण
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं। राज्य के 2 विधायकों का निधन हो गया जिसके बाद विधानसभा की मौजूदा शक्ति 228 हो गई है। कांग्रेस के 114 विधायक थे। इस कारण सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 115 रहा। कांग्रेस को 4 निर्दलीय, 2 बीएसपी और एक एसपी विधायक का समर्थन मिला हुआ है। इस तरह कांग्रेस ने कुल 121 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी जबकि बीजेपी के पास 107 विधायक हैं।

निर्दलीयों का साथ मिला तो और मजबूती
मध्य प्रदेश में चार निर्दलीय विधायकों ने कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रखा है। ताजा घटनाक्रम में सरकार गिरने के बाद ये विधायक भी पाला बदल सकते हैं। अगर ये चारों विधायक भी बीजेपी के साथ आ जाते हैं तो नई सरकार के समर्थन में विधायकों का आंकड़ा बढ़कर 111 हो जाएगा। बाद में उपचुनाव में बीजेपी को 22 में छह सीटों पर ही जीत हासिल करने की जररूरत होगी। अगर निर्दलीय बीजेपी के साथ नहीं आते तो पार्टी को उपचुनाव में कम-से-कम 10 सीटें जीतनी होंगी। वहीं, कांग्रेस को अगर फिर से सरकार बनानी है तो उसे उपचुनाव में कम-से-कम 21 सीटें जीतनी होंगी क्योंंकि अब उसके विधायकों की संख्या घटकर 94 रह गई है। अगर बीएसपी-एसपी के तीनों विधायकों का समर्थन कांग्रेस के साथ बरकरार रहा तो पार्टी को 18 सीटें जीतनी होगी। अगर चार निर्दलीय विधायकों ने भी पाला नहीं बदला तो कांग्रेस को सिर्फ 14 सीटें जीतनी होगी

एडवोकेट हर्ष शर्मा
7520031636
खेकड़ा बागपत


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