गुरूग्राम:अजय वैष्णव:विश्व व्यापी कोरोना वाइरस संकम्रण की रोकथाम के लिए जारी लॉक डाउन के चलते पीडित व जरूरतमंदो की आवश्यकता को पूरा करने के लिये सरकार के अलावा व्यक्तिगत, सामाजिक , राजनीतिक, धार्मिक एनजीओ आदि संगठन हर तरह के सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं । इसी कड़ी में हम आपको मिलवा रहे हैं ऐसे ही करो ना योद्धा से जिन्होंने अपनी 2 महीने की सैलरी दान कर दी कोरोना से लड़ने के लिए
बातचीत करते हुए इंस्पेक्टर नवीन पाराशर ने बताया कि इस संकट की घड़ी में देश के प्रत्येक जिम्मेवार नागरिक को सहयोग करने के लिए आगे आना चाहिए तांकि अस्पतालों में सेवाएं बेहतर हो सके। उन्होंने साथ ही लोगों से अपील की कि वे कर्फ्यू का पूरा सहयोग करें और घरों में ही रहें। उन्होने कहा कि देखने में आ रहा है।
कई लोग नियमों के विपरित घूम रहे हैं और पुलिस को सख्ती करनी पड़ रही है जबकि ये हमारी खुद की जिम्मेवारी है कि हम प्रशासन के निर्देशों का अच्छी तरह पालन करें और खुद को सुरक्षित रखने के साथ-साथ परिवार को सुरक्षित रख सकें।
कोरोना महामारी से पहले लोगों के दिमाग में पुलिस वालों को लेकर एक अलग ही तरह की तस्वीर थी जो कि कोरोना महामारी के चलते बदलती जा रही है एक तरफ जहां सभी लोग पुलिस को घृणा की नजर से देखते थे और उन्हें तरह-तरह के नामों से संबोधित किया करते थे
लेकिन वहीं दूसरी तरफ अब उन्हें मसीहा या फिर कोरोना योद्धा के नाम से सुसज्जित करने में लगे हुए हैं लोगों को समझ आ गया है कि पुलिस हमारी सुरक्षा सेवा के लिए तो है ही अगर हम सहयोग करेंगे तो हम अकारण ही मौत के मुंह में जाने से भी बच जाएंगे
इसके साथ ही इस बात को पूरी तरह से चरितार्थ किया है गुरुग्राम सदर थाना के एसएचओ इंस्पेक्टर नवीन पराशर ने ।उन्होंने अपनी 2 महीने की तनख्वाह करोना महामारी से लड़ने के लिए हरियाणा कोरोना रिलीफ फण्ड में दान में दी है जिसका स्क्रीनशॉट हमने अपनी इस खबर में भी लगाया है.
इससे पहले भी इंस्पेक्टर नवीन पराशर को लोक हित के कार्यों के करने के लिए जाना जाता है इसके साथ ही लोग उन्हें एक कोमल हृदय इंसान के रूप में भी जानते हैं
हमारे संवाददाता ने जब इंस्पेक्टर नवीन पराशर से पूछा की इस दान के पीछे उनकी क्या धारणा थी तो उन्होंने बताया कि उनके इस दान के पीछे कोई खास वजह नहीं है सिर्फ वह दिल से लोगों की सेवा करना चाहते हैं इसी कारण से उन्होंने ₹1,11,200 अपनी 2 महीने की तनख्वाह कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हरियाणा कोरोना रिलीफ फण्ड में दान में दी है.
कई लोग नियमों के विपरित घूम रहे हैं और पुलिस को सख्ती करनी पड़ रही है जबकि ये हमारी खुद की जिम्मेवारी है कि हम प्रशासन के निर्देशों का अच्छी तरह पालन करें और खुद को सुरक्षित रखने के साथ-साथ परिवार को सुरक्षित रख सकें।
पीएम की घोषणा के साथ ही शुरू हुई 'धनवर्षा', मदद को आगे आए लोग
प्रधानमंत्री के इस ऐलान के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने डोनेशन दिया है. टाटा संस और टाटा ट्रस्ट ने शनिवार को कोविड-19 से लड़ाई के लिए संयुक्त रूप से 1,500 करोड़ रुपये की घोषणा की. वहीं, पेटीएम ने ‘प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष’ (पीएम केयर्स) में 500 करोड़ रुपए का योगदान देने की घोषणा की.
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