शराब व्यापारियों ने जिलाधिकारी से मिलकर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा

-शराब व्यापारियों ने जिलाधिकारी से मिलकर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा

-मांगपत्र में प्रदेश सरकार द्वारा 2020-21 के लिये बनायी गयी आबकारी नीति को खत्म करने की मांग की गयी

विवेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट
पीडीडीयूनगर(चंदौली)/ जनपद के फुटकर शराब व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाधिकारी चंदौली से मिलकर उन्हें मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के नाम से पत्रक दिया। पत्रक में मांग की गयी कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में जो नीति आबकारी विभाग की बनाई गई है। उस को ध्यान में रखते हुए आबकारी विभाग के समस्त दुकाने 23 मार्च 2020 से लेकर 3 मई 2020 तक लगभग 45 दिनों तक कोविड-19 वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से बंद पड़ी रही।दिनांक 4 मई 2020 को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा सभी शराब की दुकानें एवं बीयर की दुकान खोलने का आदेश मुख्य सचिव द्वारा दिया गया।

जिसके बाद दुकान खोलने के उपरांत देसी शराब, विदेशी मदिरा, बियर एवं मॉडलशॉप की बिक्री एक तिहाई(1/3 भाग) हो गई ।जिसको लेकर शराब अनुज्ञापी बहुत चिंतित और परेशान है। ऐसे में सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 के उठान के सापेक्ष वित्तीय वर्ष 2020-21 में देसी मदिरा मासिक कोटा,विदेशी मदिरा, बियर शॉप एवं मॉडलशॉप का त्रैमासिक कोटा का उठान नही होने के दौरान जुर्माना व निरस्ती करण अनिवार्य किये जाना न्याय संगत में नहीं है।इस वैश्विक महामारी में जहां मजदूर पलायन कर चुके हैं।वहीं मध्यम वर्ग के लोग अपनी जीविका पार्जन चलाने में भी असमर्थ है। ऐसी स्थिति में शराब की बिक्री होना नामुमकिन साबित हो रहा है ।

एक तरफ जहां प्रदेश में शराब की दुकाने पहले की अपेक्षा  सुबह 10:00 से रात्रि 10:00 बजे तक खुलती थी जिसे कोरोना महामारी को देखते हुए सुबह 10:00 से सायं 7:00 बजे तक कर दिया गया। जबकि शराब एवं बियर की बिक्री का पिकअवर सायं 7:00 से रात्रि 10:00 बजे तक होता है ।वही पूरे वर्ष की अपेक्षा नए सत्र के अप्रैल माह से लेकर जून माह तक शादी विवाह का लगन होने पर शराब की बिक्री अत्यधिक रहती थी। लेकिन इस महामारी के दौर में यह भी होना संभव नहीं है।

 एक तरफ देसी दुकान एवं मॉडल शॉप पर कैंटीन की व्यवस्था से पूरे साल का 50% बिक्री कैंटीन के माध्यम से आती थी। जिसे इस लाकडाउन में पूर्णतया बंद कर प्रतिबंध लगा दिया गया इन सभी विषयों की वजह से शराब की बिक्री में भारी गिरावट आई है। इस मांग को लेकर हम सभी व्यापारी जिलाधिकारी चन्दौली को मुख्यमंत्री के नाम से प्रेसित के ज्ञापन सौंपा।हम लोगों ने मांग की है कि हमारी लाइसेंस फीस व कोटा की अनिवार्यता समाप्त की जाए अथवा लाकडाउन के दरमियान बंद पड़े लगभग 45 दिनों का लाइसेंस फीस, बेसिक लाइसेंस फीस वापस किया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से अजय जायसवाल, ओम प्रकाश जायसवाल लक्ष्मण जायसवाल, नारायण दास जायसवाल, संजय जायसवाल, राहुल जायसवाल आदि लोग उपस्थित थे ।

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