-श्रमिक स्पेशल ट्रेन के गुस्साए यात्रियों ने ट्रेन के इंजन के सामने पटरी पर स्लीपर रख किया जाम
-पांच घंटे से आउटर सिग्नल पर खड़ी थी श्रमिक स्पेशल ट्रेन
-श्रमिकों ने रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
विवेक श्रीवास्तव:पीडीडीयूनगर(चंदौली)/देश की लाइफलाइन मानी जाने वाली भारतीय रेलवे वैश्विक महामारी के इस दौर में लोगों की जमकर फजीहत करा रही है।लॉक डाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए सरकार श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है।लेकिन रेलवे की बदइंतजामी के कारण सरकार के मंसूबे पर पानी फिर रहा है। जिससे लॉक डाउन का दंश झेल रहे इन मजदूरों की तकलीफे बढ़ा दी है। इसी क्रम में शनिवार को विशाखापट्टनम से बिहार के मुजफ्फरपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने खाने पीने और लेटलतीफी को लेकर डीडीयू जंक्शन के आउटर सिग्नल पर रेलवे ट्रैक पर स्लीपर रखकर रेल पटरी को जामकर जमकर बवाल मचाया। सूचना पाकर मौके पहुंचे आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार व जीआरपी के जवानों के काफी समझाने बुझाने पर यात्री शांत हुए, तब जाकर ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई।
बताते चले कि लॉक डाउन में फंसे श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन विशाखापट्टनम से बिहार के मुजफ्फरपुर जा रही थी।लेकिन दो दिनों बाद भी ट्रेन मंजिल तक नहीं पहुंच सकी। इस दौरान यात्रा कर रहे लोग भुख और प्यास से बिलबिला उठे। यात्रियों का आरोप था कि ट्रेन को बेवजह जहां तहां रोक दिया जा रहा है।शुक्रवार की बीती रात में ट्रेन डीडीयू जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर लगभग 11 बजे पहुंची। लेकिन यहाँ भी यात्रियों को न तो पानी मिला और नाहीं तो खाना मिला।लगभग 30 मिनट के बाद ट्रेन स्टेशन से खुली और आउटर सिग्नल पर जाकर खड़ी हो गई। शनिवार की सुबह जब पांच बजे तक ट्रेन नहीं खुली तो गुस्साए यात्रियों ने रेलवे ट्रैक पर स्लीपर रखकर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया।
इस दौरान यात्रियों ने रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व बिहार सरकार को भी कोसा। यात्रियों ने आरोप लगाया कि विशाखापट्टनम से 21 तारीख की रात 9 बजे ट्रेन खुली थी।भुवनेश्वर होते हुए डीडीयू जंक्शन पहुंची यहां से पटना जाना था। लेकिन ट्रेन को बनारस की तरफ भेज दिया गया। 5 घंटे से आउटर सिग्नल पर खड़ी होने के बाद भी ट्रेन नहीं खुली इस दौरान लगभग आधा दर्जन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें जिवनाथपुर,अहरौरा,पहाड़ा आदि स्टेशनों पर खड़ी रही। आउटर सिग्नल पर एक श्रमिक स्पेशल, एक मालगाड़ी व दो खाली रैक खड़ी थी। सूचना मिलने पर रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया।
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार व जीआरपी के जवानों ने यात्रियों को समझा-बुझाकर किसी तरीके से शांत कराया।तब जाकर लगभग 1 घंटे के बाद पटरी पर से स्लीपर हटा तब जाकर ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई। इस संबंध में आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि श्रमिकों द्वारा ट्रेन रोके जाने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचकर यात्रियों को समझाया बुझाया गया व बोल्डर को रेल की पटरी से हटाया गया। तब जाकर परिचालन शुरू हुआ। इस दौरान जीआरपी सब इंस्पेक्टर अजीत कुमार सिंह,आरपीएफ सब इंस्पेक्टर राम विलास,जे.के द्विवेदी,हरिश्चंद्र यादव,अमरजीत यादव,रजनीश सिंह,जितेंद्र कुमार सिंह आदि पुलिस के जवान मौजूद रहे।इनसेट:रेलवे की लापरवाही लगातार सामने आ रही है।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में श्रमिकों को न तो खाना मिल रहा है नाहीं पानी मिल रहा है। बीती देर शाम भी भूख प्यास से बिलबिलाये श्रमिकों ने व्यास नगर रेलवे स्टेशन पर भी जमकर उत्पात मचाया था। ट्रेन 74 घंटे में पनवेल से डीडीयू जंक्शन पहुंची थी। श्रमिक स्पेशल ट्रेन यात्रियों का आरोप था किसी भी स्टेशन पर खाना पानी नहीं मिल रहा है।हर कोच में 80 यात्री बैठे हैं। पानी व खाना 10 को मिल रहा है।तो बाकी को नही मिल रहा है।श्रमिकों ने यहाँ भी आरोप लगाया कि 700 रुपये का टिकट एक हजार रुपये में खरीदना पड़ा है।जो रेलवे की कार्यशैली पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।
-पांच घंटे से आउटर सिग्नल पर खड़ी थी श्रमिक स्पेशल ट्रेन
-श्रमिकों ने रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
विवेक श्रीवास्तव:पीडीडीयूनगर(चंदौली)/देश की लाइफलाइन मानी जाने वाली भारतीय रेलवे वैश्विक महामारी के इस दौर में लोगों की जमकर फजीहत करा रही है।लॉक डाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए सरकार श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है।लेकिन रेलवे की बदइंतजामी के कारण सरकार के मंसूबे पर पानी फिर रहा है। जिससे लॉक डाउन का दंश झेल रहे इन मजदूरों की तकलीफे बढ़ा दी है। इसी क्रम में शनिवार को विशाखापट्टनम से बिहार के मुजफ्फरपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने खाने पीने और लेटलतीफी को लेकर डीडीयू जंक्शन के आउटर सिग्नल पर रेलवे ट्रैक पर स्लीपर रखकर रेल पटरी को जामकर जमकर बवाल मचाया। सूचना पाकर मौके पहुंचे आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार व जीआरपी के जवानों के काफी समझाने बुझाने पर यात्री शांत हुए, तब जाकर ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई।
बताते चले कि लॉक डाउन में फंसे श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन विशाखापट्टनम से बिहार के मुजफ्फरपुर जा रही थी।लेकिन दो दिनों बाद भी ट्रेन मंजिल तक नहीं पहुंच सकी। इस दौरान यात्रा कर रहे लोग भुख और प्यास से बिलबिला उठे। यात्रियों का आरोप था कि ट्रेन को बेवजह जहां तहां रोक दिया जा रहा है।शुक्रवार की बीती रात में ट्रेन डीडीयू जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर लगभग 11 बजे पहुंची। लेकिन यहाँ भी यात्रियों को न तो पानी मिला और नाहीं तो खाना मिला।लगभग 30 मिनट के बाद ट्रेन स्टेशन से खुली और आउटर सिग्नल पर जाकर खड़ी हो गई। शनिवार की सुबह जब पांच बजे तक ट्रेन नहीं खुली तो गुस्साए यात्रियों ने रेलवे ट्रैक पर स्लीपर रखकर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया।
इस दौरान यात्रियों ने रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व बिहार सरकार को भी कोसा। यात्रियों ने आरोप लगाया कि विशाखापट्टनम से 21 तारीख की रात 9 बजे ट्रेन खुली थी।भुवनेश्वर होते हुए डीडीयू जंक्शन पहुंची यहां से पटना जाना था। लेकिन ट्रेन को बनारस की तरफ भेज दिया गया। 5 घंटे से आउटर सिग्नल पर खड़ी होने के बाद भी ट्रेन नहीं खुली इस दौरान लगभग आधा दर्जन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें जिवनाथपुर,अहरौरा,पहाड़ा आदि स्टेशनों पर खड़ी रही। आउटर सिग्नल पर एक श्रमिक स्पेशल, एक मालगाड़ी व दो खाली रैक खड़ी थी। सूचना मिलने पर रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया।
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार व जीआरपी के जवानों ने यात्रियों को समझा-बुझाकर किसी तरीके से शांत कराया।तब जाकर लगभग 1 घंटे के बाद पटरी पर से स्लीपर हटा तब जाकर ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई। इस संबंध में आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि श्रमिकों द्वारा ट्रेन रोके जाने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचकर यात्रियों को समझाया बुझाया गया व बोल्डर को रेल की पटरी से हटाया गया। तब जाकर परिचालन शुरू हुआ। इस दौरान जीआरपी सब इंस्पेक्टर अजीत कुमार सिंह,आरपीएफ सब इंस्पेक्टर राम विलास,जे.के द्विवेदी,हरिश्चंद्र यादव,अमरजीत यादव,रजनीश सिंह,जितेंद्र कुमार सिंह आदि पुलिस के जवान मौजूद रहे।इनसेट:रेलवे की लापरवाही लगातार सामने आ रही है।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में श्रमिकों को न तो खाना मिल रहा है नाहीं पानी मिल रहा है। बीती देर शाम भी भूख प्यास से बिलबिलाये श्रमिकों ने व्यास नगर रेलवे स्टेशन पर भी जमकर उत्पात मचाया था। ट्रेन 74 घंटे में पनवेल से डीडीयू जंक्शन पहुंची थी। श्रमिक स्पेशल ट्रेन यात्रियों का आरोप था किसी भी स्टेशन पर खाना पानी नहीं मिल रहा है।हर कोच में 80 यात्री बैठे हैं। पानी व खाना 10 को मिल रहा है।तो बाकी को नही मिल रहा है।श्रमिकों ने यहाँ भी आरोप लगाया कि 700 रुपये का टिकट एक हजार रुपये में खरीदना पड़ा है।जो रेलवे की कार्यशैली पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।
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