श्रमिक स्पेशल ट्रेन के प्यासे यात्रियों ने प्लेटफार्म पर जमकर लुटी पानी की बोतलें

श्रमिक स्पेशल ट्रेन के प्यासे यात्रियों ने प्लेटफार्म पर जमकर लुटी पानी की बोतलें
-रेलवे श्रमिक यात्रियों को खाना व पानी देने में पूरी तरह से हुयी फेल
-भूखे ,प्यासे श्रमिकों का सब्र का बांध टूटा

विवेक श्रीवास्तव:पीडीडीयूनगर(चंदौली)/ वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए देश में दो महीने से लंबा लॉक डाउन चल रहा है।जिसके बाद अब इसकी भयावहता की तस्वीरें सामने आ रही है।ऐसी ही एक तस्वीर शनिवार की सुबह पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर देखने को मिली। जहां लोग पानी के लिये जूझते नजर आये। की बोतले लूटते नजर आए।यह तस्वीर  रेलवे व आईआरसीटीसी की बदइंतजामी की पोल खोलने के लिए काफी है।बताते चले कि डीडीयू जंक्शन दिल्ली व हावड़ा रेल रूट के महत्वपूर्ण स्टेशनों में शुमार रखता हैं।

डीडीयू जंक्शन पर  शनिवार की सुबह लगभग 8 बजे लॉक डाउन में फंसे लोगों को लेकर श्रमिक स्पेशल पहुँची थी।सूरत से चलकर बिहार के मुंगेर को जाने वाली इस ट्रेन में करीब 13 सौ यात्री सवार थे। जिन्हें प्रमुख स्टेशनों पर रोककर आईआरसीटीसी व रेलवे की तरफ से खाना और पानी की व्यवस्था की जानी थी।लेकिन रेलवे की बदइंतजामी का आलम यह है कि इस देश में मजदूरों या यूं कहें कि मजबूरों को पानी लूटने के लिए मजबूर होना पड़ा। प्लेटफॉर्म नंबर एक पर रखे पानी को श्रमिक स्पेशल ट्रेन के सैकड़ों यात्री लूट रहे है।यहीं नहीं बोगी के अंदर भी पानी की बोतल के लिए छीना छपटी मची हुई थी।

जो रेलवे की तरफ से बरती गई लापरवाही और बदइंतजामी की पोल खोलने के लिए काफी है।यह तस्वीर 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाले उस देश की है। जो वैश्विक महामारी कोरोना के चलते फंसे लोगों को घर पहुचाने के लिए भी किराया वसूलती है।वो भी सुविधा शुल्क के साथ जिसमें रास्ते मे भोजन और पानी का पैसा जुड़ा है। लॉक डाउन में फंसे लाखों लोग भुखमरी के भय से अपने घरों को पलायन कर रहे हैं। हालांकि स्टेशन पर यात्रियों की ओर से पानी लूटने की घटना के बाद रेल अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि ट्रेनों में बदइंतजामी और लेटलतीफी को 12 घण्टे में दो बार यात्रियों का हंगामा देखने को मिला जो इन यात्रियों की लूट कांड के पीछे की वजह बताने के लिए काफी है।

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