सुशान्त लोक थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल दलविन्दर वर्तिया व उप निरीक्षक विजेंदर सिंह ने पेश की जनसेवा की मिसाल।
गुरूग्राम:टीम अजेयभारत:
सुशान्त लोक थाने में तैनात अतिरिक्त थाना अध्यक्ष विजेंदर सिंह व हेड कॉन्स्टेबल दलविन्दर जहां एक तरफ आम दिनों में अच्छे जांच अधिकारी होते हैं वहीं इन दिनों वे एक जिन्दादिल इंसान की भी भूमिका निभा रहे हैं। एक ओर अपने थानाध्यक्ष के निर्देश पर उनके साथ कदम से कदम मिलाकर जरूरतमंदों की सेवा मे लगे है वहीं दूसरी तरफ जरूरत पड़ने पर दलविन्दर नाके पर मुस्तैद होकर डयूटी भी देते है और अपने साथी मुलाजिमों को हंसाते रहते है। जब छुट्टियों में 2 दिनों के लिए गांव गया तो वहां भी अपने घर से रोटियां और सब्जी बनवाकर प्रवासी मजदूरों में बंटवाया।
उनसे बातचीत में उन्होंने कहा कि उन्हें गुरु नानक के आदर्शों पर चलना अच्छा लगता है और नानक जी ने नर सेवा को ही धर्म बताया है।
आगे दोनों ने बताया कि थानाध्यक्ष श्री जगबीर बड़े ही अच्छे अधिकारी हैं और वे अपने सभी जूनियर स्टाफ का पूरा ख्याल रखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि समाज सेवी और सामाजिक संगठनों ने इस आपात स्तिथि में प्रशासन के साथ बहुत ही सकारात्मक भूमिका निभाई है और पब्लिक में इन दिनों पुलिस की छवि बेहतर हुई है और लोग खुलकर पुलिस अधिकारियों के साथ बात करते हैं और उन्हें सही सूचना देते हैं और सही मायनों में लगता है कि हम सब भारतीय हैं और हमारी परम्परा संसार मे अनूठी है।
गुरूग्राम:टीम अजेयभारत:
सुशान्त लोक थाने में तैनात अतिरिक्त थाना अध्यक्ष विजेंदर सिंह व हेड कॉन्स्टेबल दलविन्दर जहां एक तरफ आम दिनों में अच्छे जांच अधिकारी होते हैं वहीं इन दिनों वे एक जिन्दादिल इंसान की भी भूमिका निभा रहे हैं। एक ओर अपने थानाध्यक्ष के निर्देश पर उनके साथ कदम से कदम मिलाकर जरूरतमंदों की सेवा मे लगे है वहीं दूसरी तरफ जरूरत पड़ने पर दलविन्दर नाके पर मुस्तैद होकर डयूटी भी देते है और अपने साथी मुलाजिमों को हंसाते रहते है। जब छुट्टियों में 2 दिनों के लिए गांव गया तो वहां भी अपने घर से रोटियां और सब्जी बनवाकर प्रवासी मजदूरों में बंटवाया।
उनसे बातचीत में उन्होंने कहा कि उन्हें गुरु नानक के आदर्शों पर चलना अच्छा लगता है और नानक जी ने नर सेवा को ही धर्म बताया है।
आगे दोनों ने बताया कि थानाध्यक्ष श्री जगबीर बड़े ही अच्छे अधिकारी हैं और वे अपने सभी जूनियर स्टाफ का पूरा ख्याल रखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि समाज सेवी और सामाजिक संगठनों ने इस आपात स्तिथि में प्रशासन के साथ बहुत ही सकारात्मक भूमिका निभाई है और पब्लिक में इन दिनों पुलिस की छवि बेहतर हुई है और लोग खुलकर पुलिस अधिकारियों के साथ बात करते हैं और उन्हें सही सूचना देते हैं और सही मायनों में लगता है कि हम सब भारतीय हैं और हमारी परम्परा संसार मे अनूठी है।
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