राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना की सूची में शामिल राजकीय व केंद्रीय सेवा में सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों सहित अनेक संपन्न लोग उठा रहे हैं योजना का लाभ: एसडीएम द्वारा कराई गई जांच में हुआ खुलासा : डीग एसडीएम ने खाद्य सुरक्षा योजना की सूची में से अपात्रों के नाम हटाने की कार्यवाही प्रारंभ की ।
एसडीएम डीग ने गुहाना ग्राम पंचायत की जांच में चिन्हित किए गए 27 लोगों को जारी किए नोटिस ।
अजय विद्यार्थी :डीग 24 जून डीग में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का फायदा कई सरकारी कर्मचारियों के साथ ऐसे लोग उठा रहे हैं जो आलीशान मकानों में रहकर शान-ए-शौकत की जिंदगी जी रहे हैं।
लेकिन जरूरतमंद आज भी सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना की सूची में शामिल राजकीय व केंद्रीय सेवा में सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारी ये ऐसे लोग हैं, जो हर महीने हजारों रुपए की तनख्वाह वाली नौकरी में रहते हुए फर्जी तरीके से खाद्य सुरक्षा योजना में गरीबों को मिलने वाले दो रुपए किलो वाला गेहूं प्राप्त कर रहे हैं ।
डीग में कई पंचायतों में ऐसे मामले उप जिला कलेक्टर सुमन देवी द्वारा कराई जा रही जांच की बाद सामने आ रहे हैं।
डीग के अऊ, कौंरेर, जाटौलीथून में जांच के पश्चात गरीबों का निवाला छीनने का ऐसा ही एक और मामला गुहाना ग्राम पंचायत में सामने आया है।
खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जुडवाकर योजना का लाभ ले रहे ऐसे गैर-जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्रशासन अब कार्रवाई करने में जुट गया है।
प्रशासन ने ऐसे सत्ताईस लोगों को सूचीबद्ध कर जांच के पश्चात नोटिस जारी किए हैं।
ऐसे लोगों को दिए गए नोटिस का जवाब मिलने के पश्चात प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जाएगी।
प्रशासनिक जांच में नाम सामने आने के बाद सूचीबद्ध किए गए ये लोग कितने समय से योजना का लाभ ले रहे है, प्रशासनिक अधिकारी इसकी जांच में जुटे हैं। फिलहाल उपजिला प्रशासन की ओर से सभी सत्ताइस लोगों को चार दिनों में अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किये गए हैं।
एसडीएम डीग ने गुहाना ग्राम पंचायत की जांच में चिन्हित किए गए 27 लोगों को जारी किए नोटिस ।
अजय विद्यार्थी :डीग 24 जून डीग में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का फायदा कई सरकारी कर्मचारियों के साथ ऐसे लोग उठा रहे हैं जो आलीशान मकानों में रहकर शान-ए-शौकत की जिंदगी जी रहे हैं।
लेकिन जरूरतमंद आज भी सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना की सूची में शामिल राजकीय व केंद्रीय सेवा में सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारी ये ऐसे लोग हैं, जो हर महीने हजारों रुपए की तनख्वाह वाली नौकरी में रहते हुए फर्जी तरीके से खाद्य सुरक्षा योजना में गरीबों को मिलने वाले दो रुपए किलो वाला गेहूं प्राप्त कर रहे हैं ।
डीग में कई पंचायतों में ऐसे मामले उप जिला कलेक्टर सुमन देवी द्वारा कराई जा रही जांच की बाद सामने आ रहे हैं।
डीग के अऊ, कौंरेर, जाटौलीथून में जांच के पश्चात गरीबों का निवाला छीनने का ऐसा ही एक और मामला गुहाना ग्राम पंचायत में सामने आया है।
खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जुडवाकर योजना का लाभ ले रहे ऐसे गैर-जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्रशासन अब कार्रवाई करने में जुट गया है।
प्रशासन ने ऐसे सत्ताईस लोगों को सूचीबद्ध कर जांच के पश्चात नोटिस जारी किए हैं।
ऐसे लोगों को दिए गए नोटिस का जवाब मिलने के पश्चात प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जाएगी।
प्रशासनिक जांच में नाम सामने आने के बाद सूचीबद्ध किए गए ये लोग कितने समय से योजना का लाभ ले रहे है, प्रशासनिक अधिकारी इसकी जांच में जुटे हैं। फिलहाल उपजिला प्रशासन की ओर से सभी सत्ताइस लोगों को चार दिनों में अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किये गए हैं।
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