नवकल्प की ओर से दाना-पानी बॉक्स का गुरुग्राम, सोहना, फरीदाबाद में वितरण
-गुरुग्राम के अलावा फरीदाबाद, मेवात, सोहना में बॉक्स भेज रहे
-लोग कॉल करके संस्था से कर रहे हैं बॉक्स की डिमांड
गुरुग्राम। हमारे देश, समाज में बस एक प्रेरणा की जरूरत है। फिर तो उस प्रेरणा से लोग खुद उठ खड़े होते हैं। ऐसी ही समाजसेवी की एक प्रेरणा दी है नवकल्प फाउंडेशन ने। हर कोई संस्था के कार्यों से प्रेरित और प्रभावित हो रहा है।
भीषण गर्मी में इंसान तो अपनी जरूरतें पूरी कर लेता है, लेकिन संकट हो जाता है पंछियों के लिए। टीम नवकल्प की ओर से दाना-पानी बॉक्स वितरण का काम शुरू किया है, ताकि लोग इन बॉक्स को ले जाकर पेड़ों व अन्य छाया की जगहों पर टांग दें। उनमें पानी और दान डालकर पंछियों की आजिविका का प्रबंध करें। संस्था के सचिव डा. सुनील आर्य कहते हैं कि मौसम चाहे कोई भी हो, बेजुबानों के लिए किसी न किसी तरह से संकट का कारण बनता है। अधिक सर्दी भी इनके लिए खतरनाक है और अधिक गर्मी भी। इसलिए हम इंसानों पर ही काफी हद तक इनका जीवन निर्भर है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में इंसानों की सेवा में संस्था लगी रही, अब इन पंछियों के लिए भी संस्था प्रयासरत है। उनका कहना है कि संस्था की ओर से आवंटित किए जा रहे बॉक्स को लेकर के लिए फरीदाबाद, नूंह, सोहना से लोगों ने संपर्क किया है। फरीदाबाद बॉक्स पहुंचा दिए गए हैं। सोहना व अन्य स्थानों पर कल भेजे जाएंगे। संस्था अब हर साल इस तरह के अभियान चलाने को प्रयासरत रहेगी। उन्होंने आग्रह है कि आप सब भी इस अभियान का हिस्सा बनें। पंछियों के लिए दाना-पानी जरूर रखें। बॉक्स जरूरी नहीं, जरूरी है आपका करुणाभाव। अपने स्तर पर भी आप अवश्य करें।
बॉक्स के अलावा मिट्टी के कसोरे भी लें
बॉक्स के अलावा मिट्टी से बने कसोरे भी लिए जा सकते हैं। एक जगह पर दो कसोरे टांगकर एक में पानी और में दाना डालकर टांगें, ताकि पंछी अपनी भूख और प्यास दोनों एक जगह से ही मिटा सकें। जब कभी हम सड़क पर चलते हैं और देखते हैं कि पंछी किसी गड्ढे में खड़े थोड़े से पानी से अपनी प्यास बुझाने का प्रयास करते हैं। यह अक्सर देखा जा सकता है। उस जगह के आसपास किसी पेड़ पर यह बॉक्स और कसोरे टांगे जा सकते हैं। जहां पेड़ अधिक हों, वहां पर कसोरे और बॉक्स जरूर लगाएं। वहां पक्षियों की संख्या अधिक होती है।
-गुरुग्राम के अलावा फरीदाबाद, मेवात, सोहना में बॉक्स भेज रहे
-लोग कॉल करके संस्था से कर रहे हैं बॉक्स की डिमांड
गुरुग्राम। हमारे देश, समाज में बस एक प्रेरणा की जरूरत है। फिर तो उस प्रेरणा से लोग खुद उठ खड़े होते हैं। ऐसी ही समाजसेवी की एक प्रेरणा दी है नवकल्प फाउंडेशन ने। हर कोई संस्था के कार्यों से प्रेरित और प्रभावित हो रहा है।
भीषण गर्मी में इंसान तो अपनी जरूरतें पूरी कर लेता है, लेकिन संकट हो जाता है पंछियों के लिए। टीम नवकल्प की ओर से दाना-पानी बॉक्स वितरण का काम शुरू किया है, ताकि लोग इन बॉक्स को ले जाकर पेड़ों व अन्य छाया की जगहों पर टांग दें। उनमें पानी और दान डालकर पंछियों की आजिविका का प्रबंध करें। संस्था के सचिव डा. सुनील आर्य कहते हैं कि मौसम चाहे कोई भी हो, बेजुबानों के लिए किसी न किसी तरह से संकट का कारण बनता है। अधिक सर्दी भी इनके लिए खतरनाक है और अधिक गर्मी भी। इसलिए हम इंसानों पर ही काफी हद तक इनका जीवन निर्भर है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में इंसानों की सेवा में संस्था लगी रही, अब इन पंछियों के लिए भी संस्था प्रयासरत है। उनका कहना है कि संस्था की ओर से आवंटित किए जा रहे बॉक्स को लेकर के लिए फरीदाबाद, नूंह, सोहना से लोगों ने संपर्क किया है। फरीदाबाद बॉक्स पहुंचा दिए गए हैं। सोहना व अन्य स्थानों पर कल भेजे जाएंगे। संस्था अब हर साल इस तरह के अभियान चलाने को प्रयासरत रहेगी। उन्होंने आग्रह है कि आप सब भी इस अभियान का हिस्सा बनें। पंछियों के लिए दाना-पानी जरूर रखें। बॉक्स जरूरी नहीं, जरूरी है आपका करुणाभाव। अपने स्तर पर भी आप अवश्य करें।
बॉक्स के अलावा मिट्टी के कसोरे भी लें
बॉक्स के अलावा मिट्टी से बने कसोरे भी लिए जा सकते हैं। एक जगह पर दो कसोरे टांगकर एक में पानी और में दाना डालकर टांगें, ताकि पंछी अपनी भूख और प्यास दोनों एक जगह से ही मिटा सकें। जब कभी हम सड़क पर चलते हैं और देखते हैं कि पंछी किसी गड्ढे में खड़े थोड़े से पानी से अपनी प्यास बुझाने का प्रयास करते हैं। यह अक्सर देखा जा सकता है। उस जगह के आसपास किसी पेड़ पर यह बॉक्स और कसोरे टांगे जा सकते हैं। जहां पेड़ अधिक हों, वहां पर कसोरे और बॉक्स जरूर लगाएं। वहां पक्षियों की संख्या अधिक होती है।
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