हरियाणवी कलाकारों ने हौंसला देने वाला गीत बनाया
गाने के जरिए लोगों को हौंसला दे रहे 14 हरियाणवी कलाकार : विश्व दीपक त्रिखा
‘रूत ये उदास होण की सदा कोन्या रहणी, बदलेगा मौसम, हरी हो ज्यागी टहणी, हो ज्यांगे पत्ते हरे, फल लग जावंगे, हौसला ना छोडिये दिन पहले आले आवंगे।’ कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई के दौरान घर में बैठ-बैठ कर परेशान हो चुके बच्चों, बुजुर्गों, युवाओं को संदेश देने के लिए बॉलीवुड में अपनी पहचान बना चुके हरियाणा के करीब 14 कलाकारों ने कुछ इस तरह की पंक्तियों से एक गीत बनाया है। इस गीत को यूट्यूब पर अपलोड किया गया है। गीत को नीतिन त्रिखा, विकास रोहिल्ला ने लिखा है और विकास रोहिल्ला, सर्वजीत कौर ने गाया है जबकि सतीश सहगल ने संगीत किया है।
इस गीत के फिल्मांकन में यशपाल शर्मा के अलावा भाभी जी घर पर है सीरियल में मनमोहन तिवारी की भूमिका निभाने वाले कालका के रोहिताश गौड़, चंद्रकांता सीरियल में पंडित जगन्नाथ व अन्य कई फिल्मों में अपनी अदाकारी दिखा चुके पानीपत निवासी राजेंद्र गुप्ता, यमुनानगर निवासी राजेंद्र शर्मा, उनकी कलाकार पत्नी गीता अग्रवाल, भूमि पेडनेकर की मां एवं महाराष्ट्र के पूर्व गृह एवं श्रम मंत्री सतीश पाडनेकर की पत्नी सुमित्रा हुड्डा शामिल हैं।
बॉलीवुड में हरियाणवी कलाकारों की अगुवाई हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ परफोर्मिंग आर्ट्स (हिफा) के अंतर्गत रोहतक के प्रख्यात रंगकर्मी विश्व दीपक त्रिखा ने निर्देशित किया है। इस गीत की शुरूआत में पुलिस कर्मचारियों द्वारा मजदूरों को भोजन खिलाने, पीपीई किट पहने मरीजों का उपचार करते चिकित्सकों के दृश्य दिखाये गए हैं। साथ ही पहले वाले दिनों के लिए दर्शकों से भरा क्रिकेट स्टेडियम व हरियाणवी कलाकारों का नृत्य आदि के दृश्य दिखाये गए हैं। इस गीत के माध्यम से लोगों को न सिर्फ हौसला दिया गया है बल्कि कर बैठे शायद हम बड़े नुक्सान थे, ऊपर आले के रंगा तै सारे अनजान थे, अपणी औकात सबने ईब बेरा चाल गी, रूखी-सूखी रोटी उसकी रजा में ही खावांगे आदि पंक्तियों से प्रकृति के खिलाफ किए गए खिलवाड़ के बारे में भी सचेत किया गया है।
गाने के जरिए लोगों को हौंसला दे रहे 14 हरियाणवी कलाकार : विश्व दीपक त्रिखा
‘रूत ये उदास होण की सदा कोन्या रहणी, बदलेगा मौसम, हरी हो ज्यागी टहणी, हो ज्यांगे पत्ते हरे, फल लग जावंगे, हौसला ना छोडिये दिन पहले आले आवंगे।’ कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई के दौरान घर में बैठ-बैठ कर परेशान हो चुके बच्चों, बुजुर्गों, युवाओं को संदेश देने के लिए बॉलीवुड में अपनी पहचान बना चुके हरियाणा के करीब 14 कलाकारों ने कुछ इस तरह की पंक्तियों से एक गीत बनाया है। इस गीत को यूट्यूब पर अपलोड किया गया है। गीत को नीतिन त्रिखा, विकास रोहिल्ला ने लिखा है और विकास रोहिल्ला, सर्वजीत कौर ने गाया है जबकि सतीश सहगल ने संगीत किया है।
इस गीत के फिल्मांकन में यशपाल शर्मा के अलावा भाभी जी घर पर है सीरियल में मनमोहन तिवारी की भूमिका निभाने वाले कालका के रोहिताश गौड़, चंद्रकांता सीरियल में पंडित जगन्नाथ व अन्य कई फिल्मों में अपनी अदाकारी दिखा चुके पानीपत निवासी राजेंद्र गुप्ता, यमुनानगर निवासी राजेंद्र शर्मा, उनकी कलाकार पत्नी गीता अग्रवाल, भूमि पेडनेकर की मां एवं महाराष्ट्र के पूर्व गृह एवं श्रम मंत्री सतीश पाडनेकर की पत्नी सुमित्रा हुड्डा शामिल हैं।
बॉलीवुड में हरियाणवी कलाकारों की अगुवाई हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ परफोर्मिंग आर्ट्स (हिफा) के अंतर्गत रोहतक के प्रख्यात रंगकर्मी विश्व दीपक त्रिखा ने निर्देशित किया है। इस गीत की शुरूआत में पुलिस कर्मचारियों द्वारा मजदूरों को भोजन खिलाने, पीपीई किट पहने मरीजों का उपचार करते चिकित्सकों के दृश्य दिखाये गए हैं। साथ ही पहले वाले दिनों के लिए दर्शकों से भरा क्रिकेट स्टेडियम व हरियाणवी कलाकारों का नृत्य आदि के दृश्य दिखाये गए हैं। इस गीत के माध्यम से लोगों को न सिर्फ हौसला दिया गया है बल्कि कर बैठे शायद हम बड़े नुक्सान थे, ऊपर आले के रंगा तै सारे अनजान थे, अपणी औकात सबने ईब बेरा चाल गी, रूखी-सूखी रोटी उसकी रजा में ही खावांगे आदि पंक्तियों से प्रकृति के खिलाफ किए गए खिलवाड़ के बारे में भी सचेत किया गया है।
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