नोकरियों में 75 प्रतिशत हरियाणा के युवाओं की भर्ती बेरोजगारों को मात्र लॉलीपॉप : माईकल सैनी


कैबिनेट बैठाकर अध्यादेश का प्रारूप रख उसके पास करने की बात करके हरियाणा सरकार में उपमुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक बेरोजगार युवा को रोजगार मिल जाएगा  जिसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है वास्तविकता में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने और युवाओं को आकर्षित कर अपने वोटबैंक को बढ़ाने के लिए छलावा किया जा रहा है - नोकरियां दिलाने के नाम पर उन्हें लॉलीपॉप थमाया जा रहा है !

सरकार के ईस अध्यादेश के कैबिनेट द्वारा पास किए जाने को निराशाजनक करार दिया है और उधमियों ने कहा कि यह उद्योगों के लिए व जनहित के विपरीत निर्णय है  जिसके कारण निवेश पर असर पड़ेगा , श्रमिकों की प्रतिभाओं का खात्मा हो सकता है , प्रतिस्पर्धा समाप्त हो जाएगी तथा काम करने की आज़ादी में सीधा हस्तक्षेप होने से खुलकर सांस नहीं ले सकेंगे उद्योगपति  वह ऐसे दबावपूर्ण और डर के माहौल में काम नहीं कर पाएंगे  जिसकारण उन्हें यहाँ से अपने उद्योगों को समेटकर पलायन करके गए अपने कामगारों के निजी प्रदेशों का रुख करना पड़ सकता है ।
बाद उसके हरियाणा में कोई भी विदेशी स्वदेशी कंपनी अपना निवेश नहीं करना चाहेगी जिसकारण प्रदेश की अर्थव्यवस्था क्षतिग्रस्त ही नहीं बल्कि ध्वस्त हो जाएगी , उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों के लोगों में भेदभाव भी बढ़ जाएगा जो देशहित में तो किसी भी प्रकार उचित निर्णय नहीं होगा  जिसपर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है ।

एक तरफ सरकार इंडस्ट्रलिस्ट से बात कर उन्हें आश्वासन दे रही है कि आप योग्यता के आधार पर ही चयन करें और दूसरी ओर 75 प्रतिशत नोकरियों में हिस्सेदारी की बात कर रही है तो पहले सुनिश्चित कर ले सरकार कि इतने कारखानों के अनुभवी योग्यता के पात्र बेरोजगारों को प्रशिक्षित कर उन्हें किस प्रकार कामगार बना पाएगी ?

जी.एम.डी.ए. जिसको गुरुग्रामवासियों की छाती पर खड़ा करने वाले माननीय सांसद राव इंद्रजीत सिंह जिन्होंने यह पौधरोपण तो कर दिया मगर वह भूल गए कि उसकी देखभाल भी करनी होती है , उनकी ईस उपलब्धि में अधिकांश निर्णय अनैतिक लिए जाते हैं  अयोग्य घोषित कम्पनियों से करार कर जनता की गाढ़ी कमाई को लुटाने वाला काम हो रहा है ,
60 से 68 साल के वृद्धों को वहाँ नियुक्त किया गया है विशेष अनुकंपा से -अब उस अनुकंपा की एवज में वह कितना प्रशाद चढ़ाते हैं उन्हें मिलने वाली लाखों रुपए सेलरी के बदले ?
रिटायर्ड होने के बाद भी नोकरियों पर बने हुए ईन वयोवृद्ध लोगों ने हड़प रखी हैं युवाओं की नोकरियां  यदि उनको अनुभव के आधार पर ही नियुक्त किया हुआ है तो क्या हरियाणा में योग्यताओं का अभाव है समझती है यह सरकार ?

इन्हें निकाल युवाओं को दे यह नोकरियां इसके लिए अध्यादेश भी पारित नहीं करना पड़ेगा पहले से ही नियम निमित हैं ।

Post a Comment

0 Comments