गाय केवल धन कमाने और स्वार्थसिद्धि का साधन नहीं है:कालीचरन सिंह



वृन्दावन। टीम अजेयभारत।  कुम्भ मेला परिसर स्थित ब्राह्मण सेवा संघ शिविर के सांस्कृतिक मंच पर गौसंवर्धन सम्मेलन का आयोजन श्री पंडित चंद्रलाल शर्मा जी  की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर गोसेवको एवं गौशाला के प्रबंधकों को संबोधित करते हुए पं चंद्रलाल शर्मा ने कहा कि गोरक्षा में ही राष्ट्र की सुख समृद्धि निहित है भारतीय संस्कृति उन सिद्धांतों पर आधारित है जिसमें सर्वे भवन्तु सुखिन की भावना निहित होती है।गाय जिसका प्रत्येक उत्पाद मानव जीवन के कल्याण के लिए है उसे राष्ट्रीय जीव घोषित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।तभी हम गौरक्षा करने में सफल हो सकेंगे।



अखिल भारतीय गौवंश संरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं रामजीवन शर्मा ने कहा कि हमें गौमाता के महत्व को समझने की आवश्यकता है हमारा राष्ट्र अनादिकाल से कृषि प्रधान देश रहा है।गौवंश की उपादेयता सर्वविदित रही है कृषि का आधुनिकी करण किए जाने के कारण गौवंश की उपेक्षा तो हुई है।परंतु उसके उपयोग को नजरंदाज नहीं किया जा सकता उन्होंने कहा भले ही कृषि की तकनीकी बदल गयी हो किन्तु आज भी गोसंवर्धन उतना ही महत्वपूर्ण है जितना पहिले था गाय को राष्ट्रीय दर्जा देकर ही हम राष्ट्र को समृद्ध एवं सर्वशक्तिमान देश बना सकते हैं।

समर्पण गौशाला गोवर्धन के संस्थापक श्री संजीव कृष्ण ठाकुर जी ने कहा कि समस्त सनातनधर्मी गौ को माता के रूप में देखते हैं जबकि गौमाता सारे शंसंसार के प्राणियों को अपना पुत्रवत स्नेह देकर बिना भेदभाव के अपने उत्सर्ग से उसका कल्याण ही करती है।उन्होने आगे कहा कि वर्तमान समय में गौसंरक्षण एवं संवर्धन की नितांत आवश्यकता है।

सरकार को चाहिए कि गौशालाएं खोलने एवं उन्हें संरक्षण देने मात्र से ही गौ की रक्षा संभव नही है इसके लिए कानून को अमल में लाने की आवश्यकता है।

गौसेवी कृष्णकुमार शर्मा एवं देवेन्द्र नाथ गोस्वामी ने कहा गौमाता से ही सभी सनातनधर्मियों का अस्तित्व है।भगवान श्री कृष्ण ने भी गौमाता की सेवा कर गोपाल नाम की प्राप्ति की है गौमाता को कामधेनु के रूप में स्वीकार किया है। 

 गौरक्षा समिति के राष्ट्रीय महामंत्री पं जगदीश नीलम

एवं कालीचरन सिंह ने कहा कि हमें गौरक्षा के लिए पूर्ण रूप से समर्पित रहना चाहिए। गौसेवियों को गाय को खुले में छोड़ने के वजाय खूँटे पर बाँधकर रखना पड़ेगा उन्होंने कहा गाय केवल धन कमाने और स्वार्थसिद्धि का साधन नहीं है यदि गाय की सेवा संभव न हो तो उसे गौसदनों में सुरक्षित करना चाहिए।

ब्राह्मण सेवा संघ के अध्यक्ष श्री आनंद वल्लभ गोस्वामी ने गोसेवा से जुड़े गौ भक्तों का उत्तरीय उढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।  


इस अवसर पर गोवर्धन से पधारे गौभक्त लालाव्यास       गौसेवी गोविंद दास अग्रवाल,जगदीश गुरू,अशोक अज्ञ,आनंद द्विवेदी,नीरज गौड़ संजय शर्मा ,चीनू,विनायक शर्मा,देवेन्द्र शर्मा,अविनाश आदि उपस्थित रहे।

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