गुरुग्राम प्रशासन ने क्या जानबूझकर यूपी एटीएस को श्रेय ले जाने दिया ? माईकल सैनी
धर्मांतरण जेहाद से पीड़ित परिवारों में से एक गुरुग्राम के बाबूपुर गाँव निवासी परिवार ने जाँच की शुरुआत करने लायक सामग्री गुरुग्राम जिला कलेक्टर साहब को 26 फरवरी 2021 को थमा कर अपनी चिंता व्यक्त की थी कि इस मामले के तार विदेशों तक फैले होने की आशंका है और बताया कि यह धर्मांतरण कराने वालों का कोई बहुत बड़ा नेक्सेस है इसके पीछे आतंकियों की कोई साजिश हो सकती है तथा इन बच्चों को आतंकी गतिविधियों में शामिल किया जा सकता है !
आखिर यह लोग कोंन हैं जो देश में शांति भंग कर भाईचारे को बिगाड़ने पर आमादा हैं तथा साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ दंगे कराना चाहते हैं ?
अतः इनकी जाँच बाबत बिना देरी किए एसआईटी का गठन कर मामले की तह तक जाना होगा तथा इस गिरोह के तार कहाँ तक फैले हैं और कोंन-कोंन लोग जुड़े हुए हैं उन सभी की शिनाख्त कर गिरफ्तार की जा सके !
मगर रुचि ही नहीं दिखाई गई और जिस प्रकार लोगों की फरियादों की अनदेखी की जाती रही है ठीक उसी प्रकार इस महत्वपूर्ण मामले को भी नजरअंदाज कर दिया गया और जिसका खामियाजा एक पीड़ित परिवार को तो भुगतना पड़ा ही साथ ही साथ शासन-प्रशासन की भी खूब किरकिरी हुई !
लखनऊ एटीएस गुरुग्राम प्रशासन के हिस्से में आने वाले श्रेय को भी इनसे छीनकर ले गई शायद अब यह विषय जांच का भी बनता है कि यह जानबूझकर कोताही बरतने का मामला तो नहीं था और या फिर यूपी चुनावों को देखते हुए इस मामले की जरूरत के अनुसार लखनऊ एटीएस को सौंपे जाने का तो नहीं था और कहीं राजनैतिक मंशा को फलीभूत करने की दिशा में हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा चली गई कोई चाल तो नहीं थी और यदि नहीं तो इस कोताही बरतने की वजह बताए गुरुग्राम प्रशासन और सरकार ?
मामले का खुलासा यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने किया और देश के तथाकथित राष्ट्रवादी चैनलों पर जब यह खबर ब्रेकिंग न्यूज़ बनकर उभरी तब हमारी शंका सच साबित हुई और आज भी परत दर परत खुलासे हो रहे हैं !
विषय की गंभीरता को समझ लोगों के मन में उम्मीद की किरन जगी है कि अब शायद उनको न्याय मिल पाएगा और ना जाने कितने ही घर उजड़ने से बच जाएंगे , अनेकों बच्चों का मतांतरण होने से बच जाएंगा !
खैर अभी जाँच चल रही हैं , छापेमारी की जा रही है , गिरफ्तारियां भी हो रही हैं जो कार्यवाही अभितल्क काबिले तारीफ भी है - मगर जब तक पूरी जांच को किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचाया जाता तबतल्क आस ही लगाई जा सकती है ।
बकौल तरविंदर सैनी ( माईकल ) समाजसेवी गुरुग्राम के अनुसार इस तरह के जेहाद चलाने वाले जेहादियों का खात्मा किया जाना बेहद जरूरी हो गया है और ऐसे तमाम नेक्सेस तोड़ने की आवश्यकता आन पड़ी है आज देश में और यह केवल मीडिया ट्रायल ही बनकर ना रह जाए या फिर उत्तरप्रदेश के चुनाव सम्पन्न होने तक मुद्दा भर ही न बनकर रह जाए !
खैर जांच किसी भी प्रदेश की टीम क्यों न कर रही हो जांच का परिणाम निललना चाहिएँ ।
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