पुलिस पर थाने से गांजा बेचने का आरोप एक सस्पेंड जांच शुरू

 पुलिस पर थाने से गांजा बेचने का आरोप एक सस्पेंड जांच शुरू 


( सचिन त्यागी )


यूपी के बागपत जिले में लाखों का गांजा पकडने वाली पुलिस खुद गांजा बेचने के आरोप में फंस गयी है। एसपी नीरज कुमार जादौन ने एक पुलिस कर्मी को निलंबित कर दिया है। जांच के लिए टीम लगा दी है। सभी थानों पर पकड़े गये माल की जांच के निर्देश दिये गये है। 

उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद के सिंघावली अहीर थाने के पुलिसकर्मी व महिला तस्कर के बीच गांजा खरीदने व बेचने की एक ऑडियो सोसल मीडिया पर वायरल हो रही है। मामला पुलिस अधिकारियों के सामने आया तो जांच में पाया गया कि सिंघावली अहीर थाने के एक पुलिसकर्मी व डौला गांव की महिला तस्कर के बीच बातचीत  चल रही है जिसमें थाने से मादक पदार्थ बेचने के खेल का पता चला है। मालखाने का गांजा तुलवाया गया तो  गांजा पूरा होने का दावा किया जा रहा है।

ऑडियो में यह हुई बात 

डौला गांव की एक महिला तस्कर व पुलिसकर्मी में बातचीत में पुलिसकर्मी बोल रहा है कि इस समय सख्ती चल रही है और तेरा नाम भी लिया जा रहा है कि वह गांजा बेचती है। यदि ऐसा है तो बता कहां बेचेगी। डौला में किसी को मत बेचनाए तू बागपत में बेचना। कभी तू मुझे भी फंसवा दे। सात के रेट में मिलेगा और दो की जगह तीन किलो मिलेगाए क्योंकि मुझे भी रुपये की जरूरत है। इसके बाद सप्लाई की बात तय होती है तो पुलिस कर्मी कहता है कि इंस्पेक्टर साहब बागपत गए है। कभी वह रास्ते में मिल जाएं। इसलिए शाम को जब वह निकलेंगे तो मौका देखकर फोन कर दूंगा और तू आकर ले जाना। मामले में बागपत के कप्तान नीरज कुमार जादौन ने कारवाई करते हुए आरोपित पुलिसकर्मी को निलंबित कर जांच के निर्देश दिये है। 


 *क्यों लगता है वर्दी पर दाग* ?


 बागपत पुलिस द्वारा एक महीने के दौरान  10 लाख से अधिक तक का गांजा पकड़ा जा चुका है। थाना सिंघावली अहीर, बागपत कोतवाली, बड़ौत कोतवाली, चांदीनगर थाना और खेकड़ा पुलिस गांजा पकड़ने में शामिल है। लेकिन चंद पुलिसकर्मियों के लालच ने पुलिस महकमें को बदनामी की दलदल में फंसा दिया है। जो पुलिसकर्मी दिन रात कड़ी मेहनत से यूपी पुलिस का सम्मान बढ़ते है वही वर्दी के पीछे छिपे कुछ लालची भेड़िए पुलिस को बदनाम करने से पीछे नही हटते।



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