सामाजिक सौहार्द का प्रकाशपर्व है दीपावली
विप्र समाज का सामूहिक दीपदान 3 नवम्बर को
सेवा संघ ने मनाया विप्र सौहार्द मिलन कार्यक्रम
वृन्दावन। ब्राह्मण सेवा संघ द्वारा स्थानीय सी. एल. शिशु शिक्षा निकेतन पर दीपावली से पूर्व विप्र सौहार्द मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
अध्यक्षता करते हुए प. चन्द्रलाल शर्मा ने कहा कि दीपावली प्रकाशपर्व है। आपसी वैमनस्य के अंधकार को दूर कर प्रेम का प्रकाश समाज को आलोकित करे ऐसी कामना है।
प. बिहारीलाल शास्त्री एवं प. सुरेश चंद्र शर्मा ने कहा कि ये सही है कि पटाखों से प्रदूषण एवं धन का अपव्यय होता है, लेकिन केवल दीपावली पर ही नहीं अपितु नववर्ष जैसे अन्य अवसरों पर भी पटाखों पर प्रतिबंध लगना चाहिये।
डॉ चंद्रप्रकाश शर्मा एवं प. बनवारी लाल गौड़ ने दीपावली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कार्त्तिकमास उत्सवों का मास है। सनातन धर्म में उत्सवों के द्वारा सामाजिक सामंजस्य बनाये रखना भारतीय मनीषा की विशेषता रही है।
ब्राह्मण सेवा संघ के अध्यक्ष आचार्य आनन्दवल्लभ गोस्वामी ने बताया कि तीन नवम्बर को सायं 4 बजे ब्राह्मण महासभा वृन्दावन के अध्यक्ष प. महेश भारद्वाज के संयोजन में नगर के विप्र संगठनों द्वारा यमुना किनारे बिहार घाट पर ग्यारह हजार दीपकों के साथ सामाजिक समरसता के उद्देश्य से विशाल सामूहिक दीपदान का आयोजन किया जायेगा।
प. सत्यभान शर्मा एवं प. राजनारायन द्विवेदी राजू भैया ने समस्त विप्र समाज से दीपदान कार्यक्रम में समिमलित होने का आह्वान किया है।
इस अवसर पर सतीशचन्द्र पाराशर, राजेन्द्र द्विवेदी छोटेलाल, महेशबाबा महाराज, जे. पी. सारस्वत, कृष्णचन्द्र गौतम छीता, रामनारायण ब्रजवासी, आर सी द्विवेदी, वी डी शर्मा, अशोक अज्ञ, के डी दुबे, रामजीवन शर्मा, राममूर्ति सारस्वत, तपेश पाठक, ब्रजेश शर्मा, नरेंद्र शर्मा, लाला व्यास, आनन्दप्रकाश द्विवेदी, प्रेमचन्द दीक्षित, महेश भारद्वाज, रसिक दीक्षित, जगदीश प्रसाद शास्त्री, जानकी शरण झा, महन्त प्रियाशरण, गोपी शर्मा, वंशी तिवारी, गोपाल शरण शर्मा, डॉ रूपकिशोर शर्मा आदि उपस्थित थे।
0 Comments