11000 हजार करोड़ के इपीई की मरम्मत को 110 करोड़ का बजट

 11000 हजार करोड़ के इपीई की मरम्मत को 110 करोड़ का बजट


रिपोर्ट- सचिन त्यागी


दिल्ली को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए 2018 में बनाए गए ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे के निर्माण में 11000 करोड रुपए पानी की तरह बहा दिए गए। लेकिन 3 साल बाद  एक बार फिर 110 करोड रुपए का बजट जारी कर मरम्मत करने के निर्देश हुए है। निर्माण कंपनी एनएचएआई ने 5 साल तक सड़क के रखरखाव की जिम्मेदारी ली थी। लेकिन 3 साल में ही सड़क जवाब दे गई और अब केंद्र सरकार ने सड़क की मरम्मत के लिए 110 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है।


हरियाणा के कुंडली से शुरू होकर बागपत गाजियाबाद और नोएडा के रास्ते पलवल तक जाने वाले 132 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का निर्माण इसलिए किया गया था ताकि दिल्ली को जाम और प्रदूषण से बचाया जा सके। वर्ष 2018 में हरियाणा के कुंडली से पलवल तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेकड़ा पहुंचकर देश के सबसे हाईटेक एक्सप्रेस का उद्घाटन किया।  नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कराया।लेकिन उद्घाटन के बाद से ही एक्सप्रेसवे बदहाली का शिकार हो गया।।जगह-जगह सड़क क्षति ग्रस्त हो गई। निर्माण के बाद से ही ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता को लेकर लगातार सवाल उठते रहे। आलम यह हुआ कि हाईवे पर गाड़ी दौड़ाते ही गाड़ी जंप करने लगती और सड़क दुर्घटनाएं होने लगी।अकेले बागपत क्षेत्र में कई दर्जन लोग नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की लापरवाही का शिकार हो गए। सबसे ज्यादा गुणवत्ता की शिकायत कुंडली से बागपत, नोएडा से पलवल और गाजियाबाद के दुहाई से दादरी के बीच थी। 80 की स्पीड पर दौड़ते ही गाड़ी उछलने लगती और सड़क हादसा हो जाता। समस्या को देखते हुए एनएचएआई की टीम ने एक्सप्रेस वे की उन सभी जगहों को चिन्हित करते हुए सूची निर्माण एजेंसियों को दी है। जो सड़क की मरम्मत कराएंगे।अब मरम्मत के लिए केंद्र सरकार ने 110 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है। हालांकि निर्माण करने वाली कंपनियों पर 5 साल तक हाईवे के रखरखाव की जिम्मेदारी थी लेकिन केंद्र सरकार ने अब 110 करोड़ रुपए और जारी कर दिए है।



Post a Comment

0 Comments