70 हजार रुपए लेकर भ्रूण लिंग जांच कराने को लेकर गए टपूकड़ा।






▶️ पी एन डी टी टीम ने गिरोह के 3 सदस्य पकड़े।


⏩ भ्रूण लिंग जांच का खेल:- अल्ट्रासाउंड केंद्र पर ले जाकर करा दिया सामान्य अल्ट्रासाउंड, टीम ने उसी समय पकड़े।


⚫  नीतू शर्मा, रेवाड़ी की पीएनडीटी टीम ने बुधवार की रात को भ्रूण लिंग जांच कराने व वाले गिरोह से जुड़े 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में 2 अलवर जिला के टपूकड़ा से जबकि एक दलाल को रेवाड़ी शहर की नाईवाली चौक से पकड़ा है। आरोपियों ने 70 हजार रुपए में मामला तय होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से तैयार किए गए डिकॉय पेशेंट को लेकर टपूकड़ा पहुंचे थे जहाँ उसका सामान्य अल्ट्रासाउंड करा दिया। हालांकि इस मामले में अल्ट्रासाउंड केंद्र के चिकित्सक एवं स्टाफ की कोई भूमिका नहीं मिली है। उनकी तरफ से सामान्य फीस एवं फार्म से संबंधित प्रक्रिया को पूर्ण किया है। रेवाड़ी की शहर थाना पुलिस ने मामले में पीएनडीटी टीम के नोडल ऑफिसर डॉ. विशाल राव की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।


🔵 स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि जिला में गर्भवती महिलाओं को कुछ दलाल दिल्ली, राजस्थान एवं यूपी में ले जाकर भ्रूण लिंग जांच कराते हैं। सूचना के बाद पीएनडीटी टीम के नोडल ऑफिसर डॉ. विशाल राव की अगुवाई में एक टीम का गठन किया गया। इसमें डॉ. अविनाश यादव, डॉ. योगेश यादव के अलावा पुलिस स्टाफ से महिला उप निरीक्षक सर्वेष्ठा की अगुवाई में सम्मिलित करके कार्रवाई टीम तैयार की गई। टीम ने एक डिकॉय  पेशेंट के जरिए बिजेंद्र नाम के दलाल से संपर्क किया। उससे बातचीत होने के बाद आरोपी 70 हजार रुपए में लिंग जांच कराने के लिए तैयार हो गया। सभी बातें तय होने के बाद बिजेंद्र ने यह राशि नकद में मांगी लेकिन डिकॉय पेशेंट ने ऑनलाइन ट्रांसफर करने की बात कही जिसके बाद उसके द्वारा दिए गए नंबरों पर 50 हजार रुपए एडवांस में भेज दिए गए।


   ◼️ डिकॉय मरीज को सीधे टपूकड़ा की बजाए पहले पटौदी बुलाया।

   डिकॉय मरीज के माध्यम मामला तय होने के बाद आरोपी बिजेंद्र ने उसे सीधे टपूकड़ा ले जाने की बजाय गुरुग्राम जिला के पटौदी में बुलाया था। जबकि रेवाड़ी से सीधे टपूकड़ा की भी दूरी 25 किलोमीटर है। पटौदी पहुंचने के बाद आरोपी ने किसी अन्य शख्स को फोन किया। उसके पश्चात पटौदी के समीप एक गांव के शकील नाम के दलाल को उन्होंने गाड़ी में बैठा लिया। स्वास्थ्य विभाग रेवाड़ी की टीम उनका पीछा करती रही।

    पटौदी से चलने के बाद आरोपी धारूहेड़ा से भिवाड़ी होते हुए भी डिकॉय मरीज को अलवर जिला के टपूकड़ा में स्थित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लेकर पहुंचे। टपूकड़ा पहुंचने पर आरोपी दलाल बिजेंद्र कार से उतर गया। अल्ट्रासाउंड सेंटर के पास पहुंचने के बाद उन्हें वहाँ विक्रम नाम का युवक मिलता है। जो कि यहां से दोनों उसे अल्ट्रासाउंड सेंटर के अंदर लेकर चले गए। इसी बीच टीम ने टपूकड़ा पुलिस के साथ अलवर की भी पीएनडीटी टीम को सूचना देकर उनके अधिकारियों को भी अपनी कार्रवाई में शामिल कर लिया।


    🔹 अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सक की कोई भूमिका नही है। उनके यहाँ सामान्य अल्ट्रासाउंड हुआ है।

     अल्ट्रासाउंड सेंटर में पहुंचने के बाद चिकित्सक के स्टाफ की तरफ से भी डिकॉय मरीज के अल्ट्रासाउंड के लिए ₹800 लिए गए और उससे पहले भरे जाने फार्म को भी पूरी तरह से भरा गया था। अल्ट्रासाउंड होने के बाद डॉक्टर ने किसी भी प्रकार के भ्रूण के लिंग जांच संबंधी जानकारी नहीं दी। इसके बाद टीम ने दोनों आरोपियों को पुलिस की मदद से मौके पर ही पकड़ लिया। वहीं टपूकड़ा में उतरे विजेंद्र को आरोपियों के माध्यम से ही फोन करवाकर देर रात शहर के नई वाली चौक पर पकड़ लिया। मामले में आरोपियों के खिलाफ रेवाड़ी शहर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

 

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