गुरुग्राम: गुरुग्राम तहसील लंबरदार एसोसिएशन अध्यक्ष मनजीत सिंह खांडसा के नेतृत्व में दर्जनों लंबरदारों ने एकत्रित होकर रोष प्रकट किया और हल्का गुरुग्राम विधायक सुधीर सिंगला के मार्फत मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को रोष प्रकट करते हुए अपनी मांगों के लिए ज्ञापन सौंपा। कार्यालय पर विधायक के ना मिलने पर यह ज्ञापन कार्यालय इंचार्ज अमित तंवर को ही सौंप दिया गया।
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लंबरदारों ने अपनी मांगों में कहा कि हरियाणा सरकार के राजस्व विभाग द्वारा जारी पत्र क्रमांक 17963 & CFMS-R-2-2021/8797 दिनांक 13/11/2021 द्वारा सरबराह लंबरदारों एवं नये लंबरदारों की नियुक्तियों पर जो रोक लगाई गई है को लेकर प्रदेश के समस्त लंबरदारों में गहरा रोष है। लंबरदारों ने कहा है की इस लगाई गई रोक को वापस लिया जाऐ और प्रदेश में सरबराह लंबरदारों एवं नये लंबरदारों की नियुक्तियां को पहले जैसे तुरंत प्रभाव से चालू किया जाए। सरकार के एक अन्य आदेश जिसके द्वारा 75 वर्ष से ऊपर के लंबरदारों को हटाने एवं 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लंबरदारों को मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट देने के लिए जो कहा गया है वह भी वापस कर लंबरदारी सिस्टम जो पहले सुचारू रूप से चल रहा था उसे वैसे ही चलने दिया जाए। लंबरदारी व्यवस्था में सरकार द्वारा कोई छेड़छाड़ ना की जाए।
लंबरदारी प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है। लंबरदार शासन प्रशासन और जनता के बीच एक कड़ी का काम करते हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सामाजिक कार्यों में अपना अहम योगदान देते हैं। आज समाज में अपराध तेजी से बढ़ रहें हैं। सामाजिक ताना-बाना छिन्न-भिन्न हो रहा है। ऐसे में लंबरदार अपने में संजोए अनुभव को समाज में बांटकर सही दिशा देने का काम करते हैं। लंबरदारों द्वारा समाज में शांति एवं सद्भावना स्थापित करने में अपना पूरा सहयोग दिया जाता है। समाज भी लंबरदारों से जुड़ा हुआ है और उनमें अपना पूर्ण विश्वास रखता है। ऐसे में सरकार द्वारा लंबरदारों की नई नियुक्तियों पर रोक लगाने से समाज सरकार व प्रशासन को जो क्षति होगी निकट भविष्य में उसकी भरपाई किसी कीमत पर भी नहीं की जा सकती है। मुख्यमंत्री द्वारा बीते विधानसभा सत्र में लंबरदारी प्रथा को ज्यों की त्यों चालू रखने और ऊपर लिखित मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने बाबत आश्वासन दिया गया था। लंबरदारों ने मुख्यमंत्री से यह आशा ही नहीं बलके उनमें पूर्ण विश्वास रखते हैं कि हरियाणा सरकार लंबरदार एसोसिएशन द्वारा दिए गए इस ज्ञापन पर तुरंत संज्ञान लेगी व लंबरदारी व्यवस्था को पहले जैसे तुरंत प्रभाव से वापस स्थापित करेगी। सूर्य देव नखरौला ने बताया की इस मौके पर लंबरदारान रोहतास नाथूपुर, रामनिवास टिकली, बलराम खेड़की माजरा, मोहनलाल मोहम्मदपुर झाड़सा, सूरज इंदौरा वजीराबाद, मदन मोहन समसपुर, मनजीत खांडसा, महावीर खांडसा व अन्य दर्जनों लंबरदार उपस्थित रहे।
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