मुंबई. महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा पर राजनीति गरमा गई है. अमरावती से सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने सीएम उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया है. इसके बाद भारी संख्या में शिवसैनिक नवनीत राणा के घर के बाहर जमा हो गए. बैरिकेड तोड़ दिए गए. पुलिस और शिवसैनिकों के बीच धक्कामुक्की की भी खबर है. आइए बताते हैं, राणा दंपति की जिंदगी और राजनीतिक सफर के बारे में.
रवि राणा और नवनीत राणा दोनों ही महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके से ताल्लुक रखते हैं. रवि बडनेरा से तीन बार के निर्दलीय विधायक हैं, जबकि नवनीत अमरावती (एससी) सीट से पहली बार सांसद चुनकर आई हैं. 36 साल की नवनीत और उनके पति युवा स्वाभिमान नाम की पार्टी चलाते हैं. अमरावती के शंकरनगर के मूल निवासी रवि राणा ने अमरावती कॉलेज से बीकॉम की डिग्री हासिल की है.
रवि ने 2009, 2014 और 2019 में बडनेरा से महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव जीता था. 2014 से 2019 के बीच मुख्यमंत्री रहे और अब विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के भी वह करीब माने जाते हैं. 2019 में जब महाराष्ट्र में किसी भी दल को सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था, तब रवि राणा ने भाजपा के लिए निर्दलीय और छोटे दलों का समर्थन जुटाने की कोशिश की थी. हालांकि उनकी कोशिश सफल नहीं हो पाई और उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली.
नवनीत की बात करें तो राजनीति में आने से पहले वह अभिनेत्री थीं. 2014 में नवनीत ने एनसीपी के टिकट से अमरावती से सांसद का चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा. साल 2019 में एनसीपी की तरफ़ से उन्हें फिर से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया गया, लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया. वह निर्दलीय मैदान में उतरीं और शिवसेना के दिग्गज नेता आनंद अडसुल को हराकर लोकसभा चुनाव जीता. चुनाव के दौरान उन्हें एनसीपी और कांग्रेस का भी समर्थन मिला.
नवनीत और रवि राणा की शादी 3 फरवरी 2011 को हुई थी. उन्होंने एक सामूहिक विवाह समारोह में करीब 3200 जोड़ों के साथ शादी रचाई थी. इस दौरान बाबा रामदेव ने भी उन्हें आकर आशीर्वाद दिया था. बीबीसी के मुताबिक, बताया जाता है कि नवनीत और रवि की मुलाकात योग गुरू स्वामी रामदेव के आश्रम में ही हुई थी. नवनीत और रवि का एक बेटी और एक बेटा है.
मुंबई के एक पंजाबी परिवार में जन्मी और पली-बढ़ीं नवनीत ने अपनी स्कूली शिक्षा कार्तिका हाई स्कूल से पूरी की. फिर मॉडलिंग की राह पकड़ ली. उन्होंने हिंदी, तेलुगू, कन्नड, मलयालम और पंजाबी फ़िल्मों में काम किया है. कई म्यूजिक वीडियोज में भी वह नजर आई हैं. फीचर फिल्मों में नवनीत ने एक कन्नड़ फिल्म दर्शन के साथ शुरुआत की. उसके बाद उनकी तेलुगु फिल्म सीनू वसंती लक्ष्मी, चेतना, जगपति, गुड बॉय, भूमा और लव इन सिंगापुर जैसी फिल्में आईं. उन्होंने पंजाबी फिल्म लाड गया पेचा में भी काम किया है.
बीबीसी के मुताबिक, नवनीत राणा 13 सितंबर 2019 से 13 सितंबर 2020 तक कृषि संबंधी स्थायी समिति की सदस्य रहीं. इसके बाद वह विदेश मामलों की स्थायी समिति और वित्त मंत्रालय व कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की सलाहकार समिति की सदस्य बन गईं.
नवनीत राणा की जाति को लेकर भी विवाद हो चुका है. शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल ने उन पर फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर लोकसभा चुनाव लड़ने का आरोप लगाया था. बॉम्बे हाईकोर्ट जून 2021 में उनका जाति प्रमाणपत्र रद्द कर दिया था. दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था. हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी थी.
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