बदलाव के लिए शिक्षा को अहम मानते थे बाबा साहेब:टिंकू कुमार वर्मा

बदलाव के लिए शिक्षा को अहम मानते थे बाबा साहेब:टिंकू कुमार वर्मा



गुरूग्राम: सामाजिक संस्था युवा शक्ति संगठन भारत (रजि ०) द्वारा गुरुग्राम के अम्बेडकर नगर स्थित अम्बेडकर पार्क में भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की 131जयंती पर आयोजित भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा अनुसूचित मोर्चा जिला अध्यक्ष रणजीत सिंह नम्बरदार ने की । समारोह में पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल,वरिष्ठ भाजपा नेता सुमेर तंवर ,योगेंद्र सारवान पार्षद एवं आर डब्ल्यू ऐ प्रधान नरेश कटारिया ने बाबा साहब के चरणों मे श्रद्धासुमन अर्पित किया। कार्यक्रम में क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों ने शिरकत की।

इस अवसर पर नवीन गोयल ने कहा कि भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का जीवन राष्ट्र को समर्पित रहा। उन्होंने संविधान के माध्यम से देश को एक सूत्र में पिरोने के लिए संविधान की रचना की। उन्होंने संविधान में सबको बराबरी के अधिकार दिए। उन्होंने शिक्षित बनो, संगठित बनो और संघर्ष करो का नारा देकर राष्ट्र को जागृत करने का काम किया। कार्यक्रम में भाजपा वरिष्ठ नेता सुमेर तंवर  ने कहा कि जितने भी महापुरुष हुए हैं, सभी ने सर्व समाज के कल्याण के लिए अपना योगदान दिया है। हमें सभी महापुरुषों के जीवन का अनुसरण करते हुए प्रेरणा लेनी चाहिए।

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बाबा साहेब की तुलना किसी और से नहीं की जा सकती। वे हमेशा शोषितों, वंचितों, महिलाओं के हकों के लिए लड़ते रहे और जातिवाद को चुनौती देते रहे।युवा शक्ति संगठन भारत के संस्थापक/ राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भाजपा गुरुग्राम जिला उपाध्यक्ष टिंकू कुमार वर्मा ने कहा कि   डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के व्यक्तित्व के विषय में हमारी भावी पीढिय़ों को भी ज्ञान होना जरूरी है। बाबा साहेब मानते थे कि कोई भी देश तब तक विकास नहीं कर सकता, जब तक वहां की औरतें विकसित ना हो जाएं। वर्ष 1947 में अंबेडकर भारत सरकार में कानून मंत्री बने और भारत के संविधान निर्माण में एक अहम भूमिका निभाई। उन्होंने एक ऐसे भारत की कल्पना की, जहां सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार हो। उन्होंने अपने जीवन में बहुत परेशानियां उठाई, लेकिन कभी हार नहीं मानी। उनके द्वारा लिखा गया भारत का संविधान आज विश्व का सबसे शक्तिशाली संविधान है। संविधान इतना शक्तिशाली है कि वह राष्ट्र को नई दिशा प्रदान कर रहा है। नौ भाषाओं पर उनकी पकड़ होने के साथ उन्होंने 64 अलग-अलग विषयों में शिक्षा ग्रहण की थी। इसलिए उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणादायी है। उनके एक भी संदेश को अगर हम अपनाकर चलें तो हम अपना जीवन बेहतर बना सकते हैं। शिक्षा को बदलाव का उन्होंने सबसे बड़ा माध्यम माना। अशिक्षा को खत्म करके वे हर किसी को शिक्षित होने की प्रेरणा देते रहे। कार्यक्रम के दौरान लिटिल एंजेल पब्लिक स्कूल के बच्चो द्वारा  बाबा साहेब के जीवन से जुड़े संस्मरणों की झांकियां भी निकाली गई। इस अवसर युवा शक्ति संगठन भारत के राष्ट्रीय महासचिव मुकेश कुमार , एससी मोर्चा महामंत्री नरेश नीमवाल, पदम सिंह, दयावती, रिना सिंह, श्री विजयराज चौहान ,महेश जी ,सिमा जी आदि लोग उपस्थित रहे।

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