डार्क जोन बागपत बचाने को जल संरक्षण करना जरूरी-डीएम
बागपत जिले में प्रशासन जल संरक्षण कर डार्क जोन बचाने की कवायद में जुटा है। जिलाधिकारी ने सजल योजना के अंतर्गत कार्ययोजना बनाकर जल बर्बादी रोकने को अभियान चलाया हुआ है। नालों और तालाबों से अवैध कब्जे भी हटाये जा रहे है। 20 किमी लंबे नाले से दस गांवों को रिचार्ज करने की तैयारी चल रही है।
बागपत जिलाधिकारी ने बागपत को डार्क जोन से मुक्ति दिलाने के लिए जागरूकता अभियान चलाकर जनपद के लोगों से सहयोग मांगा है। जनपद की सभी सरकारी इमारतों, भवनों, पंचायत स्थानों, नगर पालिकाओं में वाटर हारवेस्र्टिग बनाने पर काम चल रहा है। तालाबों से कब्जा हटाये जा रहे है। सैंकड़ो वर्ष पुराने नालों का अस्तित्व बचाया जा रहा है। बुढेड़ा से हिंडन तक 20 किमी लंबा नाला जो दस गांवों को रिचार्ज करेगा उस पर काम चल रहा है।
अमृत सरोवर किये जा रहे विकसित
जंगलों में मौजूद तालाबों की खुदाई कर उनको पानी से लबालब करने की तैयारी है। आने वाली बरसात के पानी को इन तालाबों में संग्राहित किया जाएगा।
गिरता जा रहा जल स्तर
बागपत जिले के छह ब्लाक डार्क जोन है। 15 से 25 मीटर तक उच्च भूजल गिरावट यहां दर्ज की गयी है। सरकारी आंकड़ों की माने तो बागपत ब्लाक में जहां 15 मीटर जल स्तर गिरा है वही बिनौली ब्लाक में 26 मीटर तक गिरावट दर्ज हुई है।
जिलाधिकारी की अपील
बागपत जिलाधिकारी राजकमल यादव ने बागपत जनपद के लोगों से जल बर्बादी रोकने की अपील की है। कहा कि बागपत जिले के जल स्तर को बचाने के लिए पानी की बर्बादी रोके और अपने मकान की छत के पानी को रेन रूफवाटर हावेस्टिंग की मदद से संग्राहित करे।
0 Comments