Gurugram/Ajay Vaishnav/ फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री गुरुग्राम की महिला विंग की डिम्पल अग्रवाल, आरती लम्बा एवं उद्यमी रवनीत अरोड़ा, प्रिया गुप्ता, सानिया कालड़ा, मेघना जैन, कल्याणी सचान, श्रुति बसई वाला, सुरेखा चावला, समृति मैनी, अर्पिता के प्रयास से रॉटरी क्लब, गुरुग्राम के साथ मिलकर महिला कर्मचारियों के लिए मेमोग्राफी टैस्ट शिविर बूटिक इंटरनेशन, प्लॉट नं., सेक्टर 553 पेस सिटी 2 गुरुग्राम में आयोजित किया गया ।
महिला कर्मचारियों को संबोधित करते हुए डिम्पल अग्रवाल ने कहा कि मैमोग्राफी सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही महिलाओं का हो ये जरुरी नहीं हैं । अगर आपको ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका हो रही हो तो भी आप मैमोग्राफी करा सकती है। अगर स्तनों में कोई समस्या जैसे- गांठ या सूजन (Lump or swelling) है, तो डॉक्टर मैमोग्राफी करके पता लगा सकता हैं कि यह किस प्रकार की समस्या है। भौतिक परीक्षा (Physical examination) में अत्यंत छोटी गांठे प्रतीत नहीं हो सकती। लेकिन, मैमोग्राम द्वारा इसका पता लगाया जा सकता है।
कल्याणी सचान ने अपने वक्तव्य में कहा कि कैंसर जानलेवा है पर समय रहते अगर इसकी सही जानकारी और उपचार मिल जाए तो बचाव होता है। समय रहते अपनी जांच करवाते रहे और सुरक्षित रहे।
रोटरी क्लब से डॉ. पुष्पा सेठी ने महिलाओं को समझाया कि मैमोग्राफी (Mammography) एक ऐसी आधुनिक तकनीक (modern technology) का हिस्सा है, जो महिलाओं के स्तनों की जांच करता है और उन्हें ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) के बारे में अवगत कराता है। ब्रेस्ट कैंसर का वक्त रहते पता लगाने में मैमोग्राफी वाकई एक बहुत अच्छा विकल्प है।
हर महिला को मैमोग्राफी के बारे में पता होना चाहिए और 40 वर्ष की उम्र के पश्चात उन्हें हर दो साल में खुद की मैमोग्राफी करवा लेना अक्सर फायदेमंद रहता है ।
कार्यक्रम में उपस्थित सरीता अरोड़ा जी ने ब्रेस्ट कैंसर पर अपनी आप बीती सुनाई और सभी महिला उद्यमी और कर्मचारियों ने एफआईआई द्वारा समय समय पर वर्कर्स वेलफेयर के लिए किए जा रहे आयोजनों की सराहना की ।
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