आम आदमी पार्टी के पार्षद ने स्टेडियम के नाम पर डकार लिए 76 लाख रुप

      


              

गुरुग्राम वार्ड नंबर 12 के पार्षद नवीन दहिया ने अपने वार्ड में करोड़ों रुपए के विकास कार्य करने का बीड़ा उठाया है लेकिन हकीकत इसके उलट है उन्होंने अपने वार्ड में विकास कार्य के नाम पर सिर्फ सिर्फ जनता को झुनझुना ही दिखाया है स्थानीय जनता से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने आज तक अपने पार्षद का चेहरा तक नहीं देखा हमने अपनी गली में अपने विकास कार्य खुद ही कर आए हैं हम ने लाखों रुपए खर्च करके अपनी गलियां खुद बनवाई हैं पार्षद के पास में जब लोग गए काम करवाने के लिए तो उनके ऑफिस से कोई और ही पार्षद बन कर बात करता है और पार्षद को वह जानते भी नहीं है कि उनका पार्षद कौन है इसके साथ ही जब भी पार्षद को फोन किया जाता है तो बताया जाता है कि उनका फोन भी किसी अन्य व्यक्ति के पास में जो कि खुद पार्षद बन कर बात करता है और लोगों को बेवकूफ बनाने का काम भी करता है



क्या स्थानीय पार्षद में इतना भी दम नहीं है कि अपने फोन को वह खुद रखे अपने पास में खुद जनता की शिकायतें सुन सकें अगर समाधान नहीं कर सकते कम से कम शिकायत तो सुन सकते हैं ऐसा उन्होंने कहा है कि 76 लाख रुपए उन्होंने अपने वार्ड में अजीत स्टेडियम पर लगवा दिए हैं जिसमें कि उसकी बाउंड्री वॉल की गई है उसकी ग्रिल लगाई गई है उसका अंदर से रिनोवेशन किया गया है लेकिन जब मीडिया टीम वहां पर पहुंची तो मौके पर जाकर देखा चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है खिड़कियां टूटी हुई है खिड़कियों में शीशे नहीं है जिस ग्रिल की बात वार्ड के पार्षद नवीन दहिया कर रहे थे लगाने की वह ग्रिल ही गायब हो गई है मात्र 4 साल के अंदर इसका रिनोवेशन किया गया और नोवेशन के बाद इसका बुरा हाल भी कर दिया गया है क्या वार्ड के पार्षद ने सिर्फ जूडो कराटे सिखाने के लिए ही 76 लाख रुपए खर्च कर दिए
क्या उन्हें समाज के विभिन्न खेलों की  तरफ ध्यान नहीं देना चाहिए था ? क्या उन्होंने किसी और भारतीय खेल पर ध्यान दिया?  या सिर्फ जूडो कराटे खेलने के लिए उन्होंने 76 लाख रुपए खर्च करके दिखा दिए और यह 76 लाखों रुपए खर्च किए गए थे उसका हिसाब कहीं दिखाई नहीं दे रहा है 76 लाख रुपए लगे हुए कहीं दिखाई नहीं दे रहे

पूरे स्टेडियम के अंदर गंदगी ही गंदगी है सफाई नाम की कोई व्यवस्था नहीं है चारों तरफ मिट्टी का अंबार लगा हुआ है ऊंची ऊंची झाड़ियां लगी हुई है और साथ ही यहां पर इसकी सुरक्षा में कोई गार्ड भी कहना नहीं है इसके लिए जब पार्षद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कई बार उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को XEN लेवल के अधिकारियों को शिकायत इसके बारे में लिखित में दी जा चुकी है कि यहां पर गार्ड उपलब्ध कराया जाए लेकिन आज तक उनकी बात पर कोई सुनवाई नहीं हुई है इसके साथ ही आम जनता ने बताया कि उन्हें इस स्टेडियम का कोई खास फायदा आज तक नहीं मिला है इस स्टेडियम में सिर्फ जूडो कराटे की ही ट्रेनिंग दी जाती है जो कि सुबह और शाम दी जाती है इसके अलावा कोई भी और अन्य खेल को यहां के बच्चों को नहीं खेलने दिया जाता और इतना बड़ा स्टेडियम होने के बावजूद भी उनके बच्चे बाहर निजी स्टेडियम में जाकर पैसा देकर के खेलने को मजबूर हैं

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