राजनेता के आगे प्रशासन पड़ा लुला,कैसे रूके क्षैत्र में आपराधिक घटनाएं?

 महेन्द्र वैष्णव आमेट

राजसमंद



 जिले के आमेट में राजनिति इस कद्र हावी है कि जिसके आगे प्रशासन भी लुला पड़ गया है । जानकारी के अनुसार आमेट थाने में दिनाकं 21 अगस्त 2021 को थानाधिकारी प्रेमसिंह को लगाया गया व दिनाकं 22 अप्रेल 2022 को टीकर की घटना को लेकर आनन फानन में थानाधिकारी प्रेमसिंह को लाईन हाजिर कर राजसमंद भेज दिया गया व दिनाकं 23 अप्रेल 2022 को थानाधिकारी बुधाराम बिश्नोई को लगाया गया जहां थानाधिकारी बुधाराम की तबीयत खराब होने की स्थिती में दिनाकं 7 जुलाई 2022 को अवकाश पर जाने से दिनाकं 8 जुलाई 2022 को पुर्व थानाधिकारी प्रेमसिंह को पुनः लगाया गया जहां सात दिन बाद दिनाकं 14 जुलाई 2022 को पुन: लाईन हाजिर कर दिया । जिसकी जानकारी मिली कि राजनेता के दबाव में पुन: लाईन हाजिर किया गया । प्रशासन के आला अधिकारीयों को सोचना चाहिये कि ऐसा करने  से  थाने पर कैसा प्रभाव पड़ेगा व लोगों पर भी इसका प्रभाव किया होगा। एक थानाधिकारी को सात दिन रखकर हटा देना लोगों पर किया प्रभाव होगा । थानाधिकारी को थाना चलाने के लिए कभी शक्ताई से भी पैस होना पड़ता है

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