नौ दिन की तपस्या का तप अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित

 महेन्द्र वैष्णव आमेट 

राजसंमद 




आमेट तेरापंथ भवन में युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सूशिष्या साध्वी श्री प्रांजल प्रभा जी के सानिध्य में तप अभिनंदन का कार्यक्रम नमस्कार महामंत्र से प्रारंभ किया! मंगलाचरण कन्या मंडल द्वारा प्रस्तुत किया गया! तप के महत्व को उजागर करते हुए साध्वी श्री प्रांजल प्रभा जी ने कहा- भारतीय साधना पद्धति में तप का बड़ा महत्व माना गया है! जैसे सूर्य और अग्नि का ताप मलो की शुद्धि करता है! वैसे ही तप हमारे अंतर्मन की शुद्धि करता है!

 तपस्या आत्म बल संकल्पबल एवं मनोबल के बिना संभव नहीं ! सुश्री सृष्टि पामेचा ने 9 की तपस्या कर अपने संकल्प बल का परिचय दिया! साध्वी श्री जी  फरमाया कि तपस्या करने कि पीछे हमारा लक्ष्य स्पष्ट रहे! कि मुझे कर्म निर्जरा के लिए तप करना है!साध्वी श्री रुचि प्रभा जी एवं साध्वी श्री गौतम प्रभा जी ने सुमधुर गीतिका के द्वारा तप अनुमोदना करते हुए! उपस्थित श्रावक समाज को तपस्या करने की प्रेरणा दी!तप अनुमोदना में तेरापंथ सभा अध्यक्ष देवेंद्र जी मेहता मंत्री ज्ञानेश्वर जी मेहता तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष पवन कच्छारा मंत्री विपुल पीतलिया महिला मंडल अध्यक्ष मीना जी गेलड़ा मंत्री संगीता जी पामेचा कन्या मंडल संयोजिका वैशाली हिरण, क्रिस्टल पामेचा, पुखराज जी मांडोत व सृष्टि पामेचा की दादीसा आदि ने संभाषण एवं गीतिकाऐ प्रस्तुत की!तेरापंथ सभा द्वारा  तपस्वी के तप का बहू मान आगे तपस्या करने वाले भाई-बहनों के द्वारा किया गया!

इस चातुर्मास का प्रथम तप उपहार हस्तीमल जी पामेचा की सुपौत्री व पवन पामेचा की पुत्री सुश्री सृष्टि पामेचा ने समर्पित किया! पूरा श्रावक समाज ने हर्ष ध्वनि के साथ तप अनुमोदना किया!*

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