संगीत प्रशिक्षक अरमान राज आदित्य अमेरिका के संस्थान द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित
गंगापुर सिटी। ब्रिटिश काउंसिल (यूके), संयुक्त राष्ट्र (यूएसए) और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा आयोजित विश्व मानवाधिकार सुरक्षा आयोग (डब्ल्यूएचआरपीसी) के भारतीय इकाई का दीक्षांत एवं सम्मान समारोह नई दिल्ली में हुआ जिसमें युवा भारतीय संगीतकार अरमान राज आदित्य को पश्चिमी और भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। उन्हें इस संगठन और संयुक्त राष्ट्र की अंतर्राष्ट्रीय सदस्यता से भी सम्मानित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार के विधि एवं न्याय मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त इस उपाधि के लिये डॉ अरमान राज आदित्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगीत प्रशिक्षण एवं अनुसंधान के क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से चलते आरहे उनके निरंतर विकास कार्योंं के लिए चुना गया। यह कार्यक्रम दिल्ली में स्थित इंडियन इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित किया गया था, जहां पाउलियास (न्यू जिनेवा), क्रिस्टियाना बॉस (मुख्य शिक्षा अधिकारी दक्षिण अफ्रीका), अल्फेरेड विली (मुख्य व्यापार काउंसलर, अमेरिका), जीन (बुकरानो के काउंसलर), फैज आसिफ (भारतीय आर्थिक निगम के निदेशक), भीमबदर प्रधान (आईएएस महासचिव), विली बिट (केन्या के उच्चायोग), अभीन के आर होटा (विश्व मानवाधिकार सुरक्षा आयोग के अंतर्राष्ट्रीय निदेशक) आदि अंतरराष्ट्रीय गणमान्य हस्तियाँ उपस्थित थीं। समारोह के मुख्य अतिथि अभिना केआर द्वारा उन्हें डॉक्टरेट और मानदेय प्रदान किया गया।
गौरतलब है कि उन्हें पहले भी अपने क्षेत्र में निरंतर अनुसंधान और विकास कार्यों के लिए कई सारे पुरस्कारों जैसेे भारत गौरव, युवा रत्न, हिंदी भूषण पुरस्कार आदि विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। डॉ अरमान राज आदित्य एक प्रसिद्ध संगीतकार और लेखक हैं। पूर्व में हिंदी साहित्य में शोध एवं उत्कर्ष विकास कार्यों के लिए उन्हें विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ द्वारा विद्या वाचस्पति (डॉक्टरेट) उपाधि से सम्मानित किया गया। वे पुस्तक मेरी कलम से के लेखक हैं जो कि अमेज़ॉन पर उपलब्ध है। वे देश विदेश में संगीत शिक्षण के लिए अपनी एडटेक कंपनी चलाते हैं जिसका नाम बिलीव एआर ग्लोबल है और साथ ही उनके एनजीओ भी सामाजिक हित के क्षेत्र में कार्यरत हैं।
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